सौ साल से दुर्गापूजा पर निभाई जाती है ये परंपरा

  • 6 years ago
मंगलवार रात मां की काया निर्माण करने के बाद बुधवार सुबह चम्पा तट पर बंगाली समुदाय के लोग काया को लेकर पहुंचे। सात द्रव्य एवं गंगा जल धूप नवेद के साथ वहां मैया पूर्ण अवतार में अवतरित हुई। मां दुर्गा को लेकर भक्त महासय ड्योढ़ी एवं सुजापुर दुर्गा मंदिर पहुंचे। यहां मैया का द्वार पूजा और आरती की गई। इसके बाद मैया के आगमन की खुशी में भक्तों के बीच कुबेर के खजाने का प्रतीक 21 कौड़ी लुटाई गयी। बताया जाता हैं कि कौड़ियां लुटाने की ये परंपरा सौ सालों से अधिक पुरानी है। इस दौरान दोनों मंदिरों में हजारों की संख्या में भक्ति की भीड़ उमड़ी थी। कौड़ी लूटने में खासकर सुजापुर दुर्गा स्थान में महिलाएं भी पुरुषों से कम नजर नही आई।

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