बहुत कम लोगों को पता है कि 1965 के भारत पाकिस्तान युद्ध की नींव कच्छ के लगभग अनजान और बियाबान इलाके में हुई सीमित मुठभेड़ से रखी गई थी.
ये पूरा इलाका एक तरह का रेगिस्तान था जहाँ कुछ चरवाहे कभी-कभार अपने गधों को चराने जाया करते थे या भूले-भटके कभी पुलिस वालों का दल गश्त लगा लिया करता था.
सुनिए पूरी कहानी रेहान फ़ज़ल की ज़ुबानी
सामरिक रूप से यहाँ पाकिस्तान बहुत फ़ायदे में था क्योंकि उस इलाके से 26 मील की दूरी पर उनका रेलवे स्टेशन बादीन था जहाँ से कराची की रेल से दूरी मात्र 113 मील थी. पाकिस्तान की 8वीं डिवीजन का मुख्यालय यहीं पर था.
दूसरी तरफ़ भारत की ओर से कच्छ के रण में पहुंचने के सभी रास्ते बहुत दुर्गम थे. सबसे नज़दीक 31वीं ब्रिगेड अहमदाबाद में थी जो वहाँ के सबसे नज़दीक रेलवे स्टेशन भुज से 180 किलोमीटर दूर में था. भुज यूँ तो रण का एक छोटा शहर था लेकिन विवादित भारत पाकिस्तान सीमा से 110 मी
ये पूरा इलाका एक तरह का रेगिस्तान था जहाँ कुछ चरवाहे कभी-कभार अपने गधों को चराने जाया करते थे या भूले-भटके कभी पुलिस वालों का दल गश्त लगा लिया करता था.
सुनिए पूरी कहानी रेहान फ़ज़ल की ज़ुबानी
सामरिक रूप से यहाँ पाकिस्तान बहुत फ़ायदे में था क्योंकि उस इलाके से 26 मील की दूरी पर उनका रेलवे स्टेशन बादीन था जहाँ से कराची की रेल से दूरी मात्र 113 मील थी. पाकिस्तान की 8वीं डिवीजन का मुख्यालय यहीं पर था.
दूसरी तरफ़ भारत की ओर से कच्छ के रण में पहुंचने के सभी रास्ते बहुत दुर्गम थे. सबसे नज़दीक 31वीं ब्रिगेड अहमदाबाद में थी जो वहाँ के सबसे नज़दीक रेलवे स्टेशन भुज से 180 किलोमीटर दूर में था. भुज यूँ तो रण का एक छोटा शहर था लेकिन विवादित भारत पाकिस्तान सीमा से 110 मी
Category
🛠️
Lifestyle