भगवान विष्णु जी अवतार लेते रहते थे इस कारण उनकी पत्नी देवी लक्ष्मी जी की भी इच्छा हुई कि वह भी भगवान विष्णु जी के साथ अवतार लें | भगवान विष्णु जी के साथ उनके धर्म के कार्य में उनकी सहयोगी बने | इसीलिए त्रेता युग में भगवान विष्णु ने जब श्री राम का अवतार किया तो देवी लक्ष्मी देवी सीता के रूप में पृथ्वी पर जन्म लिया था | और उसके बाद देवी लक्ष्मी जी द्वापर युग में फिर से देवी रुकमणी के रूप में भगवान श्री कृष्ण जी के साथ पृथ्वी पर अवतरित हुई थी| दोस्तों द्वापर युग में देवी लक्ष्मी जी के रूप में विदर्भ देश के राजा की पुत्री के रूप में जन्म लिया था| रुकमणी के जन्म से राजा बेशक बहुत खुश हो गए थे | परंतु रुकमणी के जन्म के कुछ महीने बाद ही पूतना राक्षसी रुक्मणी को मारने के लिए राजा के महल में आ गई थी
Category
🛠️
Lifestyle