सावन का आखिरी सोमवार, महाकाल के रूप में महादेव करेंगे कल्याण
- 6 years ago
know the importance of last monday of sawan in kashi vishvanath temple
काशी जिसका नाम ही मुक्ति की राह पर अग्रसर कर देता है। जिसके कण-कण में शिव का वास माना गया है। जिसकी महिमा शास्त्रो में वर्णित है, वही काशी इस समय औघड़दानी बाबा भोले नाथ की भक्ति में लीन है। भक्ति भी ऐसी जिसमें हो मस्ती का आनंद, साथ हो सावन। इस पवित्र महीने के कुल 4 सोमवार थे जिनमे ३ बीत चुके हैं और चौथा आज है। ऐसे में शिवभक्तों का भोलेनाथ के दर पर जाना लाजमी है। पिछले तीन सोमवार तक काशी विश्वनाथ मंदिर में लाखों की संख्या में शिवभक्त दर्शन पूजन कर चुके हैं। वहीं इस अंतिम सोमवार को ऐसी उम्मीद लगाए जा रही है कि करीब 4 लाख लोग काशी विश्वनाथ में जलाभिषेक कर सकते हैं।
काशी जिसका नाम ही मुक्ति की राह पर अग्रसर कर देता है। जिसके कण-कण में शिव का वास माना गया है। जिसकी महिमा शास्त्रो में वर्णित है, वही काशी इस समय औघड़दानी बाबा भोले नाथ की भक्ति में लीन है। भक्ति भी ऐसी जिसमें हो मस्ती का आनंद, साथ हो सावन। इस पवित्र महीने के कुल 4 सोमवार थे जिनमे ३ बीत चुके हैं और चौथा आज है। ऐसे में शिवभक्तों का भोलेनाथ के दर पर जाना लाजमी है। पिछले तीन सोमवार तक काशी विश्वनाथ मंदिर में लाखों की संख्या में शिवभक्त दर्शन पूजन कर चुके हैं। वहीं इस अंतिम सोमवार को ऐसी उम्मीद लगाए जा रही है कि करीब 4 लाख लोग काशी विश्वनाथ में जलाभिषेक कर सकते हैं।