Plastic road made in Meerut
मेरठ। उत्तर प्रदेश का मेरठ जिला एक कदम और स्वच्छता के प्रति आगे बढ़ गया है। यहां कैंट बोर्ड के इंजीनियर्स ने पॉलीथिन का तोड़ निकाला है। उन्होंने पॉलिथीन और ईंट-पत्थर के कूड़े को तारकोल में मिलाकर लालकुर्ती में स्काउट भवन के बाहर 93 मीटर और जुबली गंज में 42 मीटर सड़क बनाई गई है। यह दोनों सैंपल रोड हैं।
दरअसल, दुनिया भर में पॉलिथीन एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। पॉलिथीन के नहीं गलने की वजह से इसका कचरा फैलता जा रहा है। वहीं, शहर का कोई भी कोना ऐसा नहीं बचा है जहां पर पॉलिथीन के कचरे का ढेर न लगा हो।
मेरठ। उत्तर प्रदेश का मेरठ जिला एक कदम और स्वच्छता के प्रति आगे बढ़ गया है। यहां कैंट बोर्ड के इंजीनियर्स ने पॉलीथिन का तोड़ निकाला है। उन्होंने पॉलिथीन और ईंट-पत्थर के कूड़े को तारकोल में मिलाकर लालकुर्ती में स्काउट भवन के बाहर 93 मीटर और जुबली गंज में 42 मीटर सड़क बनाई गई है। यह दोनों सैंपल रोड हैं।
दरअसल, दुनिया भर में पॉलिथीन एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। पॉलिथीन के नहीं गलने की वजह से इसका कचरा फैलता जा रहा है। वहीं, शहर का कोई भी कोना ऐसा नहीं बचा है जहां पर पॉलिथीन के कचरे का ढेर न लगा हो।
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