हमीरपुर/महोबा. बुंदेलखंड के कबरई स्थित पत्थर मंडी को एशिया की सबसे बड़ी मंडी कहा जाता है। यहां से पूरे देश में गिट्टी सप्लाई होती है। लेकिन खनन नीति महंगी रॉयलटी के कारण क्रेशर कारखानों पर ताले लग गए हैं। इससे दो लाख मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। हालात यह है कि, एनएच 34 के टोल प्लाजा पर सन्नाटा है। प्रदेश की खनन नीति के विरोध में हुई इस तालाबंदी से 10-10 करोड़ की लागत वाले स्टोन क्रेशर बैंको की करोड़ों की उधारी चुका पाने में असमर्थ है। नतीजतन इन क्रेशरों की नीलामी की नौबत आ गयी है।
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