किसी भी फिल्म को देखते समय यदि घड़ी पर निगाह जाए तो यह लक्षण फिल्म के लिए अच्छा नहीं रहता। इंद्र कुमार द्वारा निर्देशित फिल्म 'ग्रेट ग्रैंड मस्ती' देखते समय तो लगता है कि घड़ी बंद ही हो गई है। मस्ती तो दूर फिल्म देखते समय सुस्ती छा जाती है और दो घंटे कैद से कम नहीं लगते।