बेंगलुरु। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूसीजी) ने कहा है कि नोटबंदी के बाद नकद मुद्रा के प्रति लोगों का विश्वास डगमगाया है और अब वे नकदी की बजाय सोने के रूप में अपनी बचत रखने की ओर दोबारा लौटेंगे।
परिषद ने भारत में सोने की मांग और उसके परिदृश्य पर बुधवार को जारी रिपोर्ट में यह बात कही है। उसने कहा है कि लोगों के व्यवहार में इस बदलाव के दम पर वह इस साल देश में सोने की मांग बढ़ने की उम्मीद करता है। हालांकि, इस साल वस्तु एवं सेवा कर लागू होने तथा तीन लाख रुपए से ज्यादा के नकद लेनदेन को प्रतिबंधित करने की संभावना और मांग पर इनके नकारात्मक प्रभाव को देखते हुए उसने इस साल सोने की कुल मांग 650 से 750 टन के बीच रहने का अनुमान जाहिर किया है।
परिषद ने भारत में सोने की मांग और उसके परिदृश्य पर बुधवार को जारी रिपोर्ट में यह बात कही है। उसने कहा है कि लोगों के व्यवहार में इस बदलाव के दम पर वह इस साल देश में सोने की मांग बढ़ने की उम्मीद करता है। हालांकि, इस साल वस्तु एवं सेवा कर लागू होने तथा तीन लाख रुपए से ज्यादा के नकद लेनदेन को प्रतिबंधित करने की संभावना और मांग पर इनके नकारात्मक प्रभाव को देखते हुए उसने इस साल सोने की कुल मांग 650 से 750 टन के बीच रहने का अनुमान जाहिर किया है।
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