वो बात जो हमारी समझ से आगे की है || आचार्य प्रशांत, अपरोक्षानुभूति पर (2018)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

२४ अप्रैल, २०१८
अद्वैत बोधस्थल,
ग्रेटर नॉएडा

प्रसंग:
शंकराचार्य बार-बार ये क्यों कह रहे हैं कि सत्य को समझा नहीं जा सकता?
क्या सत्य समझ के बाहर होता है?
क्या हमारी सामान्य समझ ही हमारी बाधा है?
सत्य के प्रति समझ कैसे लाएँ?




संगीत: मिलिंद दाते