आत्म-छवि आती है दूसरों की मान्यताओं से || आचार्य प्रशांत, युवाओं के संग (2012)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

संवाद सत्र
१० सितम्बर २०१२
एम.आई.टी, मुरादाबाद

प्रसंग:
आत्म-छवि माने क्या?
आत्म-छवि को लेकर हम इतना गंभीर क्यों रहते है?
आत्म-छविया कहा से आती हैं?

संगीत: मिलिंद दाते

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