आत्मा तुम्हारी नियति है और गुरु उसका प्रदर्शक || आचार्य प्रशांत, गुरु नानक पर (2014)
वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
३० जुलाई २०१४
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
पौढ़ी [नितनेम (अनंदु साहिब)] :
गुर परसादी हरि मंनि वसिआ पूरबि लिखिआ पाइआ ॥
Meaning:
By Guru's Grace, the Lord abides within the mind,
and one's pre-ordained destiny is fulfilled.
प्रसंग:
आत्मा क्या है?
आत्मस्थ होने का अर्थ क्या है?
क्या आत्मा को जाना जा सकता है?
आत्मा तुम्हारी नियति है और गुरु उसका प्रदर्शक
शब्दयोग सत्संग
३० जुलाई २०१४
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
पौढ़ी [नितनेम (अनंदु साहिब)] :
गुर परसादी हरि मंनि वसिआ पूरबि लिखिआ पाइआ ॥
Meaning:
By Guru's Grace, the Lord abides within the mind,
and one's pre-ordained destiny is fulfilled.
प्रसंग:
आत्मा क्या है?
आत्मस्थ होने का अर्थ क्या है?
क्या आत्मा को जाना जा सकता है?
आत्मा तुम्हारी नियति है और गुरु उसका प्रदर्शक