हां, मैं शाहीन बाग़ हूं ।

  • 5 years ago
“ अवाम के नाम ”

हां, मैं शाहीन बाग़ हूं ।

जम्हूरियत का जश्न हूं,

तरक्की की ताल हूं

वतन की परस्ती में 

मज़हबी प्रयाग हूं

  हां, मैं शाहीन बाग़ हूं ।

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