ऑनलाइन शिक्षण सामग्री तैयार करेंगे शिक्षक
— 10 मई तक शिक्षकों को तैयार करनी है शिक्षण सामग्री
— हर विषय के लिए होगी शिक्षण सामग्री
— शिक्षकों को शाल दर्पण पर करना होगा आवेदन
जयपुर। प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है। अब जल्द ही उन्हें ऑनलाइन पढ़ाई के लिए और अधिक सामग्री मिलने वाली है। शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। शिक्षकों को अपने स्तर पर ही यह अध्ययन सामग्री तैयार करनी होगी।
शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने बताया कि प्रदेश में ऑनलाइन शिक्षा के लिए शुरू किए गए स्माइल प्रोजेक्ट के बाद एक और पहल की जा रही है। विद्यार्थी हित में राज्य स्तर पर विषयवार शिक्षकों से ऑनलाइन शिक्षण सामग्री तैयार करवाई जा रही है। राज्य के शिक्षकों को शाला दर्पण पर पाठ्यक्रमानुसार अध्ययन सामग्री तैयार कर 10 मई तक उपलब्ध कराने के लिए कहा है। मंत्री डोटासरा ने बताया कि प्रदेश में वर्ष 2020-21 से कक्षा 6 से 9 एवं 11 में एनसीईआरटी की पुस्तकें लागू होनी है। इसे ध्यान में रखते हुए इन कक्षाओं के लिए तैयार की जाने वाली अध्ययन सामग्री संबंधित पाठ्यक्रमानुसार तैयार की जाए।
मंत्री ने बताया कि प्रत्येक विषय में श्रेष्ठ 50 प्रविष्टियों के आधार पर राज्य स्तर पर तैयार होने वाली नवीन अध्ययन सामग्री निर्माण में इन शिक्षकों को सम्मिलित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ‘स्माईल’ परियोजना से पृथक इस नई ऑनलाइन अध्ययन-अध्यापन योजना का मकसद यह है कि राज्य स्तर पर विद्यार्थियों के लिए गुणवत्तापूर्ण ऑनलाइन अध्ययन सामग्री वृहद स्तर पर तैयार हो सके। शिक्षकों को अध्ययन सामग्री तैयार कर शाला दर्पण पर आवेदन करना होगा।
गुरुजी को यहां देनी होगी जानकारी
ऐसे शिक्षक जिनके द्वारा ऑनलाइन शिक्षण सामग्री किसी स्तर पर तैयार की गई है या फिर वे शिक्षण सामग्री तैयार करने में रूचि रखते हैं, उन्हें विशेष रूप से इस योजना में सम्मिलित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए विषय अध्यापकों को ऑनलाइन अध्ययन सामग्री प्रेषित करने के लिए शाला दर्पण के स्टाफ कॉर्नर में जाकर स्टाफ लॉगइन में लॉगइन करना होगा। वहां उपलब्ध ऑनलाइन आवेदन पत्र में आवेदन कर शिक्षकों को अपने द्वारा तैयार ऑनलाइन अध्ययन सामग्री की वीडियो-ऑडियो या किसी अन्य फॉर्मेट में अधिकतम 3 मिनट की सामग्री का हाइपरलिंक उपलब्ध कराना होगा।
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