• 4 years ago
यह गीत मौलिक एवम् स्वरचित है,जिसे लिखा है मुम्बई के अज़ीम शायर श्री अनिल कुमार 'राही' जी ने, और स्वरबद्ध किया है,
धीरेन्द्र कुमार 'गंभीर' लखीमपुर खीरी उत्तरप्रदेश
अनिल कुमार 'निश्छल' हमीरपुर उत्तरप्रदेश ने

जरूर सुनें और हमें सुझाव जरूर दें।
जिससे हमारी टीम और अच्छा करने के लिए तत्पर हो।

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें
ragni010520@gmail.com

@Facebook-https://www.facebook.com/ragnikiduniya

@Instagram-https://www.instagram.com/ragnikiduniya

@Twitter-https://www.twitter.com/ragnikiduniya

@Facebook page- https://www.facebook.com/Ra%E0%A4%97%E0%A4%A8%E0%A5%80-109965147366661

Recommended