कोरोनावायरस काल में सूर्य ग्रहण के बाद ये काम करें

  • 4 years ago
21 जून को साल का तीसरा ग्रहण है। इससे पहले दो ग्रहण लग चुके है जैसा की हम सभी जानते है की ग्रहण का प्रभाव जातकों पर भी पड़ता है साथ ही इस दौरान किए गए पुण्य कार्यों का सर्वश्रेष्ठ फल भी मिलता है। सूर्य ग्रहण के दौरान दान पुण्य का फल अक्षय माना गया है। ऐसा कहा गया है कि जिस व्यक्ति को दान का फल मिलता है उसे जीवन में कभी किसी तरह का रोग नहीं होता है।

वहीं शास्त्रों के मुताबिक सूर्य ग्रहण के दौरान किया गया दान राहु, केतु और शनि के गलत प्रभाव को भी सही करने की क्षमता रखता है. यदि आप अपने पितरों को प्रसन्न करना चाहते हैं और घर में पितरों की नाराजगी के चलते द्वेष का माहौल है। इससे कम करने के लिए सूर्य ग्रहण के समय किसी जरूरतमंद व्यक्ति को चमड़े के काले और भूरे रंग के जूते दान करना शुभ माना जाता है।

यही नहीं सूर्य ग्रहण के दौरान दान करने से घर में सुख-शांति और खुशहाली आती है। ऐसे में भगवान कुबेर खुश होते हैं घर में धन की वर्षा होती है।

इसके अलावा घर में रखे हुए बहुत अधिक जूते-चप्पल भी परेशानी का कारण बन जाते हैं इसलिए ग्रहण के बाद जिन जूतों चप्पलों की जरूरत ना हो उन्हें भी दान कर देना चाहिए। बता दें कि ग्रहण के समय मंदिर के कपाट बंद रहते हैं परन्तु मन्त्र जप का भी महत्त्व माना जाता है। ग्रहण काल में किए जप का फल अनंत गुना प्राप्त होता है।

कब लगेगा ग्रहण-

ग्रहण का प्रारंभ 10 बजकर 13 मिनिट 38 सेकंड दिन से दोपहर 1 बजकर 37 मिनिट 38 सेकंड रहेगा। यह विश्लेषण भारत के दिल्ली, मुंबई, कोलकाता व मद्रास जैसे बड़े शहरों के सूर्योदय की स्थिति को देखते हुए दिया गया है।

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