गांव में नहीं है मुक्तिधाम, दाहसंस्कार में आती हैं परेशानियां

  • 4 years ago
 शाजापुर-सरकार द्वारा विकास को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं। परंतु जमीनी हकीकत कुछ अलग ही बया करती है शाजापुर जिले के कालापीपल में आज भी लगभग दर्जन भर गांव में मुक्तिधाम नहीं होने के कारण लोगों को बारिश के मौसम में अपने परिजनों का अंतिम संस्कार करने के लिए खासी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। ऐसा ही मामला कालापीपल के ग्राम शेरपुरा का है जहा महिला के अंतिम संस्कार में सोमवार को देखने मिला गांव में मुक्तिधाम नही होने से मृतक के परिजनों ने अस्थाई दो चद्दर लगाकर झमाझम बारिश के बीच महिला का अंतिम संस्कार किया। इस दौरान बारिश तेज होने के कारण शव के पास पानी भर गया जिससे कि कड़ी मशक्कत कर अंतिम संस्कार किया। दरअसल पंचायत द्वारा आज तक शांतिधाम नहीं बनाया गया, जबकि तीन वर्ष पूर्व शांतिधाम के लिए शासकीय जमीन स्वीकृत है। शासन द्वारा हर पंचायतों को अनिवार्य रूप से शांतिधाम बनाने के निर्देश हर ग्राम पंचायत के सरपंच-सचिवों को दिए गए थे। जिसके चलते आसपास के पंचायतों में तो जैसे-तैसे शांतिधाम बनवा दिया गया, लेकिन यहां पर सरंपच-सचिव की मनमानी कार्यप्रणाली के चलते आज तक शांतिधाम का निर्माण नहीं किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि पूरे गांव में एक भी मुक्तिधाम नहीं बनाया गया। जिससे लोगों को अपने परिजनों के अंतिम संस्कार में काफी परेशानी होती है। गर्मी व ठंड के सीजन में तो जैसे तैसे अंतिम संस्कार हो जाता है, लेकिन बारिश में अंतिम संस्कार दिक्कत आती है।

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