कोरोना काल में परेशान शिक्षक पहुंचे डीएम के पास,उठायी यह मांग

  • 4 years ago
कन्नौज सदर कोतवाली के कलेक्ट्रेट में नारेबाजी कर अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अनिल पाठक की अगुवाई में दर्जनों शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए निजी शिक्षण संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों को आर्थिक राहत सहायता दिए जाने की मांग की। शिक्षकों के प्रतिनिधि मण्डल ने राज्यपाल और मुख्यमन्त्री को सम्बोधित एक ज्ञापन अतिरिक्त उप जिला मजिस्ट्रेट को सौंपा।
ज्ञापन में मांग की गई है कि कोरोना महामारी की स्थिति में लाकडाउन तथा अनलाक के दौरान शिक्षण संस्थाओं के बन्द रहने के कारण शुल्क ना जमा होने से संस्थाओं के प्रबन्धन तन्त्र द्वारा यहां कार्यरत शिक्षकों एवं कर्मचारियों को अप्रैल से कोई पारिश्रमिक नही मिल रहा है। हांलाकि सरकार केवल प्रबन्धन तन्त्र को पारिश्रमिक देने का महज आदेश दे रही है, लेकिन प्रबन्धन तन्त्र का कहना है कि शिक्षण शुल्क नही मिल रहा है, इसलिए भुगतान नही किया जा सकता है। इस खीचतान के बीच निजी संस्थानों के शिक्षक और कर्मचारियों का परिवार भुखमरी की स्थिति में जीवन यापन कर रहा है। संघ ने ज्ञापन में मांग की है कि इन निजी संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों और कर्मचारियों की समस्याओं को देखते हुए अन्य दैनिक एवं मासिक पारिश्रमिक भोगी कर्मचारियों की तरह से ही इन्हें आर्थिक राहत दी जाए। इसके अलावा संघ ने मुख्यमन्त्री को सम्बोधित ज्ञापन में पुरानी पेंशन को बहाल करना, सभी शिक्षकों और कर्मचारियों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराना, अद्यतन कार्यरत तदर्थ शिक्षकों का विनियमतीकरण करना, सीटीएलटी विसंगति को समाप्त करना समेत 11 सूत्रीय मांगो के निराकरण किए जाने की मांग की। ज्ञापन देंने वालों में प्रमुख रुप से संघ के पदाधिकारी सुखदेव सिंह, रघुवीर सिंह, आलोक मिश्रा समेत अन्य पदाधिकारी और शिक्षक मौजूद रहे।

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