पीलीभीत में योगी के अधिकारी के आदेश से किसान की फसल जलकर हुई खाक !

  • 3 years ago

योगी राज में अधिकारियों का कारनामा
एक फैसले से किसानों की फसल स्वाहा
मंडी सचिव का आदेश बना ‘आग का गोला’
एक चिन्गारी ने किसानों का निबाला छीना
मामले पर बीजेपी विधायक ने खोला मोर्चा
मंडी सचिव के खिलाफ कार्रवाई की मांग

ये लपटे उस लंपट के आदेश की पोल खोल रही है…जिसने बिना सोचे समझे कूड़े में आग लगाने का आदेश तो दिया लेकिन वो आदेश अन्नदाता की आंखों में लहू बनकर बरस रहा है…बिलखते अन्नदाता के आंसुओं की धार बताती है कि ये फसल पसीने से सींच कर तैयार की थी…लेकिन योगी के अधिकारी के आदेश ने पलक झपकते ही खून पसीने की मेहनत को आग के हवाले कर दिया…अब किसान हताश, निराश जली हुई फसल के अवशेस समेट रहे हैं और जिम्मेदार इंसाफ दिलवाने की दलील दे रहे हैं…आप सोच रहे होंगे कि अधिकारी के आदेश पर गेंहू की फसल में आग लगाई गई है…दरअसल ऐसा नहीं है आग कूड़े के ढेर में लगाने का आदेश था…और आग कूड़े को ही लगाई गई लेकिन उस कूड़े के ढेर की आग की चिन्गारी शोला बन गई और अन्नदाता की मेहनत को राख के ढेर में तब्दील कर दिया…तमाम मशक्कत के बाद आग तो बुझ गई लेकिन फसल का नुकसान भी बड़े पैमाने पर हुआ है…मामला पीलीभीत के बीसलपुर मंडी से सटे ग्रामीणों के खेत का है जहां ग्रामीणों ने मंडी सचिव पर एक के बाद एक कई संगीन आरोप लगाए हैं…
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आरोप है कि मंडी सचिव प्रभात के कहने पर सफाई अभियान चलाया गया और बाद में कूड़े के ढेर में आग लगाई गई…आग की एक चिन्गारी किसानों की कसक का कारण बन गई और नतीजा अब आपकी नजरों के सामने है…सवाल इस बात का है कि आखिर पकी गेहूं की फसल के खेत पास होने का आभास क्या मंडी सचिव को नहीं था…आभास हो न हो लेकिन एक आदेश अन्नदाता के लिए आघात बन गया और अब दौर मरहम लगाने का है…मामले पर बीजेपी विधाय रामशरण वर्मा ने कार्रवाई की मांग की है

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कार्रवाई की मांग जायज लगती है…और जो दोषी है उसके खिलाफ बाबाजी का हंटर चलना भी चाहिए…क्योंकि किसान की कमर पहले ही महंगाई ने तोड़ रखी है ऊपर से मंडी सचिव का आदेश आग का गोला बन टूट पड़ा…10 एकड़ की फसल जलकर राख हो गई और किसान सिर्फ मजबूरी में आंसू बहाता रहा…योगी आदित्यनाथ को अब इन आंसुओं के साथ इंसाफ करना होगा…आशुतोष मिश्रा की रिपोर्ट

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