शाजापुर जिला अस्पताल के कोरोना वार्ड में मंगलवार बुधवार की रात रेमडेसीविर इंजेक्शन लूटपाट वाले मामले में जांच रिपोर्ट के आधार पर निर्देश दिए गए हैं कि अगर हंगामे के दाैरान इंजेक्शन गायब हुए हों तो सिविल सर्जन या घटना के वक्त तैनात डॉक्टर या स्टाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराए। दरअसल इंजेक्शन वितरण का हिसाब-किताब होना जरूरी है। इसके लिए ड्यूटी पर तैनात स्टाफ को इंजेक्शन वितरण का पूरा हिसाब देना होगा। अगर वह कहते हैं कि इंजेक्शन लूटे या भीड़ छीन ले गई तो उन्हें संबंधितों के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज करानी होगी।
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