गर्भवती बंदरिया और हनुमान जी _ Garbhvati Bandariya aur Hanuman Ji _ Hindi Kahani _ Bhakti Kahaniya
शाम का शमय था गोपी अपने माँ के साथ अपने झोपड़ी में ही बैठी थी बाहर मुसला धार बारिष हो रही थी माँ और कितनी देर लगेगी मुझे बहुत भूख लगी है माँ, बस थोड़ी देर और तब तक तू प्रसाद में मिला केला का ले नहीं माँ मुझे खाना ही खाना है ये सुनकर कमला का गाला भर आया आज दो दिन से माँ बेटी ने कुछ नहीं खाया था कमला और अधिक पूरी कहानी पढ़ने के लिए वीडियो लिंक पे क्लिक करे...
Video Link: https://youtu.be/Qx01F7_jbrQ
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