In the political battle of UP, all political parties including BJP, SP, Congress and BSP have come out with full vigor. SP Chief and former CM Akhilesh Yadav has fielded from Karhal assembly seat in Mainpuri district. Whereas his uncle Shivpal Yadav is his traditionalist. Once again from Jaswant Nagar seat, he has landed to try his luck in the electoral fray.BSP Chief Mayawati has bet on Dalit candidates against Akhilesh and Shivpal Yadav as part of her election strategy. Why field a Dalit candidate against nephews. After all, what is the strategy of BSP Chief Mayawati behind this political claim.
यूपी के सियासी समर में बीजेपी, सपा, कांग्रेस और बीएसपी समेत तमाम पॉलिटिकल पार्टीज पूरे दमखम के साथ उतरी हुई हैं.सपा चीफ और पूर्व सीएम अखिलेश यादव मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट से मैदान में उतरे हैं.वहीं उनके चाचा शिवपाल यादव अपनी परंपरांगत सीट जसवंत नगर से एक बार फिर चुनावी मैदान में किस्मत आजमाने उतरे हैं.बीएसपी चीफ मायावती ने अपनी चुनावी रणनीति के तहत अखिलेश और शिवपाल यादव के खिलाफ दलित उम्मीदवारों पर दांव लगाया है.यूपी के सियासी रण में मायावती की इस रणनीति को लेकर सवाल ये उठता है कि आखिर सामान्य सीट होने के बावजूद भी मायावती ने यहां दोनों चाचा-भतीजों के खिलाफ दलित उम्मीदवार को मैदान में क्यों उतारा.आखिर इस सियासी दाव के पीछे बसपा चीफ मायावती की कौनसी रणनीति है.
#upelection2022 #Akhileshyadav #mayawati
up election 2022, Akhilesh yadav, karhal seat, shivpal yadav, jaswantnagar seat, bsp dalit candidate, mayawati, bsp political strategy , अखिलेश यादव, शिवपाल यादव करहल सीट, जसवंतनगर सीट, मायावती, यूपी बीजेपी, बसपा ने करहल सीट पर कुलदीप नारायन को उतारा, बीएसपी ने जसवंतनगर सीट पर ब्रजेंद्र प्रताप सिंह को टिकट दिया, मायावती का दलित कार्ड, oneindia hindi, oneindia hindi news, वनइंडिया हिंदी, वनइंडिया हिंदी न्यूज़
Category
🗞
News