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सीधी, 3 मई: शादियों में फिजुलखर्जी करना आम बात है और कुछ लोग इसे अपनी शान भी समझते हैं। मतलब, किसी शादी में जितना ज्यादा खर्चा, उतना लड़की और लड़के वालों का रुतबा...। हालांकि कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो शादियों को बेहद सादे तरीके से संपन्न कराते हैं और समाज को फिजुलखर्जी रोकने का एक संदेश देते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ, मध्य प्रदेश के सीधी जिले में, जहां एक दूल्हा-दुल्हन ने बिना बैंड-बाजे...बिना बारातियों और बिना किसी तामझाम के महज 17 मिनट में सात फेरे लिए और हमेशा के लिए एक दूसरे के हो गए।

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