मोक्षदा एकादशी विशेष स्पेशल : जिस घर में यह व्रत कथा सुनी जाती है वहां सदैव सुख, शांति और समृद्धि रहती है
Mokshada Ekadashi Vrat Katha :
मोक्षदा एकादशी व्रत कथा के लाभ आपको शांति, सद्भाव और समृद्धि ला सकते हैं। इस पवित्र हिंदू अनुष्ठान के भक्त, मन की शांति के साथ अपने पितर पूर्वजों की बुरे कर्मों से मुक्ति तथा उनकी स्वर्ग प्राप्ति और श्री विष्णु जी की कृपा प्राप्त करते हैं।
मोक्षदा एकादशी व्रत पूजा विधि :-
. इस दिन पुरे दिन का उपवास रखा जाता हैं. दशमी की रात्रि से प्रारंभ होकर यह द्वादशी की सुबह पूरा होता हैं.
. इस भगवान विष्णु के साथ दामोदर एवम कृष्ण की भी पूजा की जाती हैं.
. एकादशी के दिन भगवान को भी फलाहार का नैवेद्य चढ़ाया जाता हैं.
. इस दिन चावल खाना अनुचित माना जाता हैं.
. प्रातः सूर्योदय के पूर्व उठकर स्नान किया जाता हैं. धुप, दीप, तुलसी से पूजा की जाती हैं.
. इस व्रत के पालन से पुरे कुटुंब को सुख की प्राप्ति होती हैं.
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Mokshada Ekadashi Vrat Katha :
मोक्षदा एकादशी व्रत कथा के लाभ आपको शांति, सद्भाव और समृद्धि ला सकते हैं। इस पवित्र हिंदू अनुष्ठान के भक्त, मन की शांति के साथ अपने पितर पूर्वजों की बुरे कर्मों से मुक्ति तथा उनकी स्वर्ग प्राप्ति और श्री विष्णु जी की कृपा प्राप्त करते हैं।
मोक्षदा एकादशी व्रत पूजा विधि :-
. इस दिन पुरे दिन का उपवास रखा जाता हैं. दशमी की रात्रि से प्रारंभ होकर यह द्वादशी की सुबह पूरा होता हैं.
. इस भगवान विष्णु के साथ दामोदर एवम कृष्ण की भी पूजा की जाती हैं.
. एकादशी के दिन भगवान को भी फलाहार का नैवेद्य चढ़ाया जाता हैं.
. इस दिन चावल खाना अनुचित माना जाता हैं.
. प्रातः सूर्योदय के पूर्व उठकर स्नान किया जाता हैं. धुप, दीप, तुलसी से पूजा की जाती हैं.
. इस व्रत के पालन से पुरे कुटुंब को सुख की प्राप्ति होती हैं.
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