जयपुर नगर निगम हैरिटेज के जोन क्षेत्रों में अवैध निर्माणों की बाढ़ आई हुई है, लेकिन दिखावे की कार्यवाही के बाद आगे कोई कार्यवाही नहीं की जाती है।

  • last year
जयपुर नगर निगम हैरिटेज के जोन क्षेत्रों में अवैध निर्माणों की बाढ़ आई हुई है, लेकिन दिखावे की कार्यवाही के बाद आगे कोई कार्यवाही नहीं की जाती है।

मोटी रकम लेकर अवैध निर्माणों की सीज खोली जाती है और उसके बाद कानून और शपथ पत्र की पालना कोई नहीं करवाता और निर्माणकर्ता भी नहीं करता है।

पौंडरिक पार्क के पास का यह अवैध निर्माण इस ही तरह बना है, पहले शिकायतों पर कार्यवाही नहीं हुई, बाद में दबाव के बाद उक्त अवैध निर्माण को सीज कर दिया गया।

सीज खोलने के लिये शपथ पत्र लिया गया और प्रक्रिया को पूरी करने के लिये मोटा चढ़ावा ले कर सीज को खोल दिया गया। लेकिन शपथ पत्र की पालना आज तक नहीं हुई और अवैध निर्माण बन कर तैयार है।

जीरो सेटबैक, पार्किंग की कोई जगह नहीं उपर से अब इसका उपयोग कॉमर्शियल किया जा रहा है। कौन से बायलॉज का पालन करवा रहे है स्वायत्त शासन विभाग, जयपुर नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी?

बात यहां पर खत्म नहीं हुई है इस रोड़ पर और भी आवासीय की आड़ में ओर भी कॉमर्शियल निर्माण इस ही तरह से हुये हैं और अब भी हो रहे हैं।

लेकिन हवामहल जोन के अधिकारी और सतर्कता शाखा के अधिकारी कुम्भकरण की नींद होने का दिखावा कर मोटी प्रसादी लेकर आंखें बंद किये बैठे हैं।

सूत्र का नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहना है कि स्थानीय पार्षद के परिवार के और हवामहल क्षेत्र के विधायक की गहरी पहचान है जिसके चलते अवैध निर्माण को पूरा बनवाने का ठेका पार्षद के परिवार के पास है।

अधिकारी और कर्मचारी भी विधायक के पास अपने तबादले को रोकने के लिये उनकी आड़ लेते हैं इस ही तरह अवैध निर्माणों को बचाने के लिये भी विधायक साहब और पार्षदों की आड़ लेते हैं।

ऐसी स्थिति में हैरिटेज, पुरा महत्व के, ऐतिहासिक स्थानों के पास के अवैध निर्माणों को करवाने के लिये अधिकारियों को मोटी प्रसादी आराम से मिल जाती है और संरक्षण के चलते अवैध निर्माण भी होते रहते हैं।

हैरिटेज, पुरा महत्व के, ऐतिहासिक स्थानों का नाश हो तो होता रहे किसे परवाह है, क्यों है और क्यों हो?

राजपूताना न्यूज जयपुर ब्यूरो की रिर्पोट

Recommended