संघर्षों ने वक्त के साथ ढलना सिखा दिया, एक बेटा यूएस में, बेटी को बनाया डॉक्टर

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कोटा. शादी के बाद रश्मि ने कभी घूंघट से बाहर निकल दुनिया नहीं देखी थी, न ही कभी घर की देहलीज लांघी थी, लेकिन तकदीर ने ऐसा खेल खेला कि घूंघट में रहने वाली रश्मि राठौड़ पूरी तरह से बदल गई। अब वह वकालात कर रही है। कुछ ऐसी ही है रश्मि के संघर्ष व सफलता की कहानी।

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