Lyrics - हर डर पे पड़ते भारी, करें रक्षा प्रभु हमारी तू ही कर्म का सबको फल देता, तेरे वजह से ही दुनिया सारी तेरे वजह से मेरी याचना, तेरे वजह से मेरा ज्ञान तेरे वजह से मेरा दीन है, तेरे वजह से ही यह अभिमान
तू ही दुखियों का कष्ट मिटाए, प्रभु सही मार्ग दिखलाए मेरी बिगड़ी तू ही बनाता, तेरे वजह से ही मिलता उपाय तेरे वजह से ही मेरा मान है, मेरे मुख पे जय श्री राम है लक्ष्मण के प्राण बचाने वाले, प्रभु के लिए सम्मान है
मेरे हर गलती को माफ करना, विनती करता हर बार हूं मैं छोटा सा एक कड़ भांति, तू श्रृष्टि भी, संसार तू तू मेरे मन में विराजे, डर से करता है, पार तू हे कृपा करना ओ अंजनीसुत, संवार दो।
बजरंगी जो मेरे साथ - साथ, तो फिक्र की क्या है बात बात मैं प्रभु का को जो लूं नाम मुख से, सारी चिंता ही मिट जावे मेरे साथ में लक्ष्मण प्राण दाता, विधाता करते सपने साकार मैं राम - राम का नाम जपु , प्रभु सारे कष्ट मिटावे बोलो जय श्री राम।
प्रभु से ही मेरी कामना, प्रभु हाथ हमेशा थामना देना मुझको इतनी ताकत, हर दुख से मैं कर लूं सामना बजरंगी से यह जगत है, बजरंगी से यह आसमां सब भूत पिशाच भी भागे दूर, हनुमान का जो लूं नाम
मेरे प्रभु से ही ये रीत है, प्रभु से ही ये जीत है प्रभु जो मेरे समीप हो, हम होते ना भयभीत है बस राम नाम जो मुझ पे है, संसार मेरा यह सुख में है संसार मेरा यह सुख में है, बस राम नाम जो मुझ पे
बजरंगी जो मेरे साथ - साथ, तो फिक्र की क्या है बात बात मैं प्रभु का को जो लूं नाम मुख से, सारी चिंता ही मिट जावे मेरे साथ में लक्ष्मण प्राण दाता, विधाता करते सपने साकार मैं राम - राम का नाम जपु , प्रभु सारे कष्ट मिटावे।
बजरंगी जो मेरे साथ - साथ, तो फिक्र की क्या है बात बात मैं प्रभु का को जो लूं नाम मुख से, सारी चिंता ही मिट जावे मेरे साथ में लक्ष्मण प्राण दाता, विधाता करते सपने साकार मैं राम - राम का नाम जपु , प्रभु सारे कष्ट मिटावे। बोलो जय श्री राम।