Is Pyaar Ko Kya Naam Doon...Ek Bar Phir_|_Best Indian Drama _|_Episode 25

  • 3 months ago
Assalam O Alaikum!
In this video I am gonna tell you about "IPKKND EK BAR PHIR".
"Is Pyaar Ko Kya Naam Doon... Ek Baar Phir" is a captivating Indian drama that revolves around the lives of two central characters, Astha and Shlok. Astha is a spirited and independent young woman who believes in standing up for what is right, while Shlok is a complex individual with a mysterious past and a hardened exterior.

Set against the backdrop of modern Indian society, the show delves into the intricacies of their relationship, which is fraught with misunderstandings, challenges, and societal expectations. As Astha and Shlok navigate through the complexities of love and family, they confront their own demons and learn to reconcile their differences.

With its engaging storyline, relatable characters, and emotional depth, "Is Pyaar Ko Kya Naam Doon... Ek Baar Phir" offers viewers a heartfelt journey of love, redemption, and self-discovery. Through Astha and Shlok's journey, the show explores themes of resilience, forgiveness, and the transformative power of love, leaving audiences both entertained and inspired.
THANKS FOR WATCHING
#ispyarkokyanaamdoon #ipkknd #astha #bestloveseries #shlok
Transcript
00:00पणडा.
00:07परसिर्वान.
00:22हलो.
00:22बेटा, कैसी है तू?
00:25पहुँच गई कोलापूर?
00:26नहीं, बाबा.
00:26ओर रास्ता बन था.
00:28पतानी क्या हुआ? काफ़ी पुलीस भी थी.
00:30बहुत बेर हो रही थी, इसलिए अब
00:31हम लोग एक होटेल में ठेरें.
00:33क्या?
00:36होटेल में?
00:39बेटा, ज़राँ लोग से बात कराओ तो.
00:54बाबा को आप से बात करने.
00:56मुझसे.
00:58अंग Shiv isso ke..
01:05जी, कहीं.
01:12जी, मैंने बस बस मुझे येगी कह ना था
01:17कि, आस्था का ख्याल रखाइगा.
01:19अब वैसे तो बड़ी समझदार है वो.
01:22लेकिन कभी-कभी थोड़ी नादान गी हो जाती है उससे.
01:27मुझे वस यहीं उमीद है कि
01:29जिस काम से आप आस्था को कुलापुर ले गये हैं
01:32उस काम को वो पूरी ज़िम्बदारी से..
01:35जी हाँ.
01:36मैंने उसे किसी खास काम के वजय से इपने साथ चलने के लिए कहा था.
01:40जी बस आपने कह दिया, बस अब कोई चिंदा नहीं.
01:45वो आपके साथ है, तो अब तो कोई बात ही नहीं.
01:50हाँ, बाबा.
01:52बाबा, आप बिल्कुल तेंजन मतरीजे.
01:55मैं इकदम ठीक हूँ.
01:56और हाँ, आई को भी बता देना.
01:59आपको बता है ना, वो बहुत चिंदा करती रहती है.
02:01ठीक है, अब मैं फोन रखते हूँ.
02:03कल सुबह बात करते हूँ.
02:05राइ.
02:06बाबा, आप बिल्कुल तेंजन मतरीजे.
02:08मैं इकदम ठीक हूँ.
02:09और हाँ, आई को भी बता देना.
02:11आपको बता है ना, वो बहुत चिंदा करती रहती है.
02:14ठीक है, अब मैं फोन रखते हूँ.
02:16कल सुबह बात करते हूँ.
02:17राइ.
02:18हाँ, ओके बिटा, बाइ.
02:36लेकिन, वो तो हमारी बेटी को
02:40ठीक तरह से जानती भी नहीं है.
02:42फिर भी...
02:43फिर भी सारा दोश आस्था कोई दे रही है वो.
02:46उनका ये मानना है कि
02:48आस्था शलोग के बीचे पड़ी हुई है.
02:51नहीं, नहीं, कालिंदी.
02:53शायद किसी और बास से नाराज होंगी वो.
02:55और इसलिए उन्होंने ये सब कह दिया हो.
02:57कितनी भी नाराज क्यों ना हो.
02:59एक माँ से उसकी बेटी की बुराई करने का
03:01कोई अधिकार नहीं है उन्हें.
03:02मेरी बेटी पर इस तरह से उंगली नहीं उठा सकती.
03:05मैंने अपने गुसे को कैसे दबाया है
03:07सिर्फ मैं ही जानती हूँ.
03:08मैं
03:10बात करता हूँ निरंजन साहब से.
03:13वो तो हमारी बेटी की हमेशा तारीफ करते हैं.
03:17और मुझे हैराण इस बात की हो रही है कि
03:20सिर्फ दो-तीन मुलाकातों में
03:21हमारी आस्था से इतने प्रभावित हो गए हमुझु.
03:24और उनकी पत्मी को आस्था से इतनी शिकाया
03:26कि तुम्हें फोन करके यह सब कह दिया.
03:29अगर इस बार हम अपनी बेटी का भी तो पक्ष नहीं ले सकते हैं.
03:32क्योंकि इस वक्त वो श्लोग के साथ है.
03:35बद नहीं लोग क्या कहेंगे.
03:37इतनी बार उसे मना किया है,
03:39फिर भी वो हर बार श्लोग के साथ...
03:40अरे, वो श्लोग के साथ काम कर रही है.
03:42अमना सामना तो होगा ही ना.
03:44और कालिंदी मैं दावे के साथ कह सकता हूँ
03:46कि श्लोग पिछली सारी बातें भूल चुका है.
03:50अगर ऐसा नहीं होता,
03:51तो उस बदमाश से हमारी बेटी को वो बचाता ही नहीं.
03:53याद है मुझे. मुझे छिंदा है, तो सिर्फ आस्था की.
03:57पूरा-पूरा दिन वो श्लोग के साथ रहती है.
04:00श्लोग का तो कुछ नहीं बिगड़ेगा.
04:02बातें तो सिर्फ लड़की और उसके माता-पिता को ही सுननी पड़ती है ना.
04:15अरे...
04:23समत हो गया?
04:25मतानी कैसे बन गया?
04:28खोली नहीं रहा.
04:29खोली नहीं रहा मतलब?
04:35आस्ता तुमसे नहीं होगा.
04:38लोग जैम हो चुका है.
04:40नहीं होगा मतलब?
04:41नाँट भर एक ही रूम में रहेंगे क्या?
04:43खोलना तो पड़ेगा नहीं.
04:46कुई है? प्लीज दर्माजा खोलिए.
04:47दर्माजा खोलिए.
04:55कुई है?
05:13कुई है?
05:14कुई है?
05:15कुई है?
05:16कुई है?
05:17कुई है?
05:18कुई है?
05:19कुई है?
05:20कुई है?
05:21कुई है?
05:22कुई है?
05:23कुई है?
05:24कुई है?
05:26कुई है?
05:27कुई है?
05:28कुई है?
05:29कुई है?
05:30कुई है?
05:31कुई है?
05:32कुई है?
05:33कुई है?
05:34कुई है?
05:36या..
05:37या, या, या..
05:57अगर he does not like to function with Sri Ashoka...
06:03एक भी हास्पमन्पर परयाँ हें
06:04शलोख के कारण आस्था पर कोई भी आज है.
06:09कालिंदी, अपने मन को शान्त रख.
06:12ऐसा कुछ नहीं होगा.
06:24कोई है? प्लीज, तरवाजा भोली.
06:30समस्य शलोख, कुछ करिये. हम लोग बाहर कैसे जाएंगे?
06:34सरवाजा खुल नहीं है.
06:39कोई है? प्लीज, तरवाजा खुल ये.
06:46प्लीज, तरवाजा खुल ये.
06:52प्लीज, हेल्ब.
06:58कोई है?
07:05हललू?
07:07लाइट भी चली गई.
07:10कैसी होटेल है इसे?
07:11सर्फ, प्लीज, किसी तरह ये दर्वाजा खुल बादीजी.
07:14मुझे अंधेने से बहुत तर लगता है.
07:22हम वहाँ वो टेबल के पास, मैंने कैन्डल देखी थी.
07:27प्लीज, असे चला देज़े.
07:57प्लीज, असे चला देज़े.
08:27प्लीज, असे चला देज़े.
08:57प्लीज, असे चला देज़े.
09:27गबरा हो माँ. आराम से बैच जा.
09:30अपना फोन दो, मैं इस होटेल के मैनेजर से भाद करता हूँ.
09:34गबरा हो माँ. आराम से बैच जा.
09:37अपना फोन दो, मैं इस होटेल के मैनेजर से भाद करता हूँ.
10:03हलो. मैं शलोक अगनियोतरी बोल रहा हूँ.
10:07आपके होटेल के लेक्ट्रिसिटियू क्या हुआ?
10:10क्या? मतलब?
10:13क्या हुआ? क्या कहा उन्होंने?
10:18सब लोग इसरजन पर गए.
10:21सुबह तक आएंगे.
10:23और तब तक.. क्या?
10:24मतलब, सुबह तक हम लोग यही पर..
10:27नहीं.. नहीं.. ऐसा नहीं हो सकता, Mr. Shlok.
10:30मुझे यहाँ पर बहुत तर लगना है.
10:32मुझे घ़र जाना है.
10:33Please, कुछ कीजिये, sir.
10:35मुझे नहीं रहना यहाँ पर.
10:36मुझे घ़र जाना है.
11:07बैठ जाओ.
11:18अब क्या, रात बर खड़ी रहोगी?
11:21बैठ जाओ.
11:36बैठ जाओ.
12:06बैठ जाओ.
12:25क्या होगा?
12:34यह सारी है.
12:36देवी मा के लिए दूसी साड़ी आ जाएगे.
12:39बैठ लो.
13:06दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:08दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:10दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:12दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:14दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:16दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:18दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:20दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:22दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:24दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:26दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:28दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:30दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:32दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:34दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:36दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:38दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:40दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:42दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:44दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:46दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:48दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:50दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:52दूसी साड़ी आ जाएगे.
13:54दूसी साड़ी आ जाएगे.
14:15कील सम्हल जा जरा,
14:20फिर महाबत करने चला है तू
14:26दिल यही रुक जा जरा
14:32फिर महाबत करने चला है तू
14:50दिल यही रुक जा जरा
14:56फिर महाबत करने चला है तू
15:02दिल यही रुक जा जरा
15:08फिर महाबत करने चला है तू
15:15यहाँ है ये मामला
15:21जानू ना मैं जानू ना
15:26दिल समभल जा जरा
15:33फिर महाबत करने चला है तू
15:39दिल यही रुक जा जरा
15:45फिर महाबत करने चला है तू
15:51दिल समभल जा जरा
15:57फिर महाबत करने चला है तू
16:09दिल समभल जा जरा
16:15फिर महाबत करने चला है तू
16:21दिल समभल जा जरा
16:27फिर महाबत करने चला है तू
16:33दिल समभल जा जरा
16:39फिर महाबाद करने चला है तू
16:45दिल समभल जा जरा
16:51बज़ा जरा
16:57एक सुकून मिला
17:02जिसे मैं था भूलताया
17:07वो वजूद मिला
17:12जब आये मौसम घम के
17:17तुझे याद किया
17:22जब सहने तनहापन से
17:27तुझे याद किया
17:57शलूक
18:02शलूक
18:06शलूक
18:36आप!
19:06पैने शुना गीज़ा!
19:21तोड़ तोदी आईने!
19:25अब क्या आईने वापस छोड सकते हैं!
19:28नहीं!
19:30तो फिर तोडा क्यूं!
19:31जलगी जाती मैं!
19:35लेकिन आपकी इस बेद होटेल का बकवास दर्वादा
19:37खुले तब लाँग!
19:39मुझे भी कोई शोक नहीं आपके साथ हैने का!
19:42आप जैसे राक्षिस!
19:44बस!
19:48लड़की हो, लड़की के तरह हो.
19:50जाता सिर्फ पर चड़ के बैटने के ज़र्फ नहीं है.
19:54ओ गोल्ड, फिर भी बात!
19:58समझ गयी हूँ तुम्हारी प्रॉबलेंब क्या है?
20:01तुम्हारी खटया सोच, छूटा एहंकर
20:05और अपने सिवा पूरी दुनिया से नफरत करना
20:08यही तुम्हारी असली पहचाने में सिर्फ लोग अग्बी होती है.
20:14इंसानियत अपना पथ, इन पीदों की मद्ला भी नहीं समझते तुम.
20:20और इन रास्ते पे रखे हुए पथधर को भी अगर लोगों की धोकर से बचा लोना
20:24तो शायद उस पथधर का भी दिल पिगल जाएगा, लेकिन तुम...
20:29तुम्हारा पस चले, तो मैं तुहारी पढ़चाय से भी दूर रहा हूँ.
20:33थकम शट! तमुझेन कुछ मुझुने लगा, शृट!
21:03पूरे इद्दिया।

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