Gulli bulli Aur Mumy full Story

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Gulli bulli Aur Mumy full Story
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00:00गुल्ली और बुल्ली अपने घर के बाहर खड़े हुए हैं और पॉटी बॉई शौन के आने का इंतिजार कर रहे हैं
00:06क्योंकि अपना पॉटी बॉई शौन पिरामिट देखने के लिए एजिप्ट गूमने गया था
00:10और शौन बिना गुली बुली को बता थी ही चला गया
00:12और फिर जैसे इठी गुली बुली को ये बात मालूम चली
00:15तो दोनोगा गुसा सात्मे आस्मान पर पहुँच गया
00:18और ये सारा गुसा आप शौन के उपर ही निकलने वाला है
00:21क्योंकि आज अपना शौन वापस आने वाला है
00:23इतने में ही गुली गुलीगो
00:25स्कूटर की आवास आती है
00:27और साँने से शाओन आता हुआ दिखाई देता है
00:29शाون को देखते
00:31ही गुली गुली अahonलग आलग जाकर छुब जाती है
00:33क्योंकि आज ये दोनों शन की सुताई करने वाली हैं
00:39शन अपना स्टूटर घर के पास लाकर रोग देता है
00:42और स्कूटर से उठर जाता है
00:48और फिर शन घर के अनदर की तरफ चल देता है
00:51फितने में ही पीछे से भुली दोड़ कर आता है
00:53और शौन को यही पर गिरा देता है
00:55और बुल्ली शौन के ऊपर चल कर बैठ जाता है
00:57बुल्ली कहता है शौन तुम हमें अपने साथ नहीं ले गए
00:59अब तुम देखना की गुल्ली तुमारे साथ क्या करता है
01:01ये कहते ही बुल्ली शौन के ऊपर से हड जाता है
01:03और अब बुल्ली की भारी है
01:11लेकिन तभी शौन खड़ा होकर
01:13सीधा घर के अंदर बांदा है
01:17और बुल्ली बुल्ली भी शौन के पीछे घर के अंदर चले जाते है
01:23मोज मस्ती हो जाने के बाद
01:25शौन बुल्ली बुल्ली से कहता है
01:27जब मैं तुम लोगों को अपने साथ नहीं ले गया
01:29वरना मेरी तरह तुम दोनों भी मुसीबत में पढ़ जाते है
01:31शौन की यह बात सुनकर गुल्ली और बुल्ली
01:33सीडियास हो जाते है
01:35और गुल्ली बोला शौन तुम किस मुसीबत की बात कर रहे हो
01:37तभी शौन कहता है कि
01:39गुल्ली एजिप्ट गूमने जाना तो मेरे लिए
01:41बहुत बड़ी मुसीबत बन गया है
01:43और अगर तुम लोग भी यह बात जानोगे
01:45तो डर के मारे कापने लगोगे
01:47गुल्ली कहता है शौन ऐसी भी क्या बात है
01:49अगर एजिप्ट में तुम्हारा सामना ममी से तो नहीं हो गया
01:51शौन ने कहा हाँ गुल्ली
01:53तुमने बिल्कुल सही पहचाना
01:55चलो मैं तुम लोगों को सारा किस्सा बताता हूँ
01:57कि पिरामिट देखते वक्त मेरे साथ
01:59क्या क्या हज से हुए है
02:01और पर शौन बताने लगता है
02:03कि जब वो पिरामिट को चारों तरफ से देख रहा था
02:05तभी शौन को एक दर्वाजा दिखाई देता है
02:07वैसे तो पिरामिट के सारे दर्वाजे
02:09हमेशा बंद रहते हैं
02:11लेकिन पता नहीं कैसे आज
02:13शौन को ये दर्वाजा खुला हुआ मिलता है
02:15और शौन के अलाबा इस पिरामिट
02:17के आज पास और कोई नहीं है
02:19इसलिए शौन उस दर्वाजे के करीब जाता है
02:21ये देखने के लिए कि आखिर
02:23इन पिरामिट के अंडर होता क्या है
02:25शौन पास आकर इस दर्वाजे को
02:27खुला खोन देता है
02:29और पर शौन कुछ ऐसा देखता है
02:31कि सामने एक ताबूद रखा हुआ है
02:33और उसके आजपस कोछ अजीब जी
02:35मूर्तियां रखी हुई है
02:37शौन ने आज पहली बार
02:39एक ताबूद देखा है
02:41आज पहली बार एक ताबूद देखा है
02:43इसलिए शौन इस ताबूद को पास जाकर
02:45देखने लगता है
02:47शौन जैसे ही ताबूद के पास आता है
02:49अचानक ये ताबूद जोर जोर से
02:51हिलने लगता है ऐसा लग रहा है
02:53कि इस ताबूद के अंदर कोई है
02:55ताबूद को हिलता हुआ देखकर शौन बहुत घबरा जाता है
02:57और फिर शौन ये सोचने लगता है
02:59कि हो सकता है कि इस ताबूद के अंदर गलती से
03:01कोई आदमी बंद हो गया हो
03:03और अगर शौन इस ताबूद को खोल दे
03:05तो उस आदमी की जान बच सकती है
03:07लेकिन फिर शौन को ऐसा लगता है
03:09कि ताबूद खोलने की वज़े से
03:11ये किसी मुसीबत में न पड़ जाए
03:13काफी देर सोचने के बाद
03:15शौन ये फैसला करता है
03:17कि ये ताबूद खोलेगा
03:19क्योंकि अगर इसके अंदर कोई आदमी हुआ
03:21तो फिर उसकी जान बच सकती है
03:23और अगर शौन को जड़ा सा भी खत्रा मैसूस हुआ
03:25तो ये फ़ौरण यहां से भाग जाएगा
03:27यही सोचता हुआ शौन ताबूद के पास आ जाता है
03:29और फिर ताबूद को खोल देता है
03:35ताबूद खोलते ही शौन फ़ौरण
03:37दूर हटकर खड़ा हो जाता है
03:39और ये देखने लगता है कि
03:41ताबूद में से कौन बहार आने वाला है
03:43ताबूद खुलने के इतनी देर बाद भी
03:45इसमें कुछ हलचल नहीं हो रही
03:47ये देखकर शौन ये समझ जाता है
03:49कि जरूर अब कुछ गलत होने वाला है
03:51ताबूद में से एक ममी बहार आजाती है
03:53जिससे डरकर शौन यहीं पर गिर जाता है
03:55शौन को जल्दी से उठकर यहां से भागना होगा
03:57इससे पहले कि ममी पास आकर शौन को मार दे
03:59लेकर शौन बहार आने वाला है
04:01ताबूद में से एक ममी बहार आजाती है
04:03जिससे डरकर शौन यहीं पर गिर जाता है
04:05शौन को जल्दी से उठकर यहां से भागना होगा
04:07इससे पहले कि ममी पास आकर शौन को मार दे
04:09लेकर डर के मारे शौन से उठा भी नहीं जा रहा है
04:11शायद अब ममी पास आकर शौन को मार देगी
04:13लेकर तभी शौन को पीछे से एक आवाज आती है
04:15शौन पीछे मड़कर देखता है
04:17अरे ये तो पिरामिड का भरकर है
04:19और ये बिलकुल सही टाइम पर आया है
04:21शौन ने अब जैसे ही पलट कर आंगे देखा
04:23तो शौन की खोपडी घूम गई
04:25क्योंकि जो मामी अभी शौन की तरफ ही आ रही थी
04:27ना जाने वो कहां गायब हो गई
04:29चलो जो भी हो
04:31शौन तो आज बाल-बाल वच गया
04:33शौन फ़ुरण ख़ड़ा आओकर उस वर्कर के पास जाता है
04:35वर्कर शौन से कहता है
04:37कि तुम पिरामिड के अंदर क्या कर रहे हो?
04:39चलो फ़ुरण यहां से बाहर निकलो
04:41वर्कर की बात सुनकर शौन यहां से चला जाता है
04:43और तभी इस वर्कर की नजर ममी के ताबूत पर पड़ती है
04:45जो की खुला हुआ है
04:47ताबूत को खुला देखकर वर्कर बहुत घबरा जाता है
04:49क्यूंकि ये ताबूत किसी भी कीमत पर खुला नहीं होना चाहिए था
04:51वर्कर फ़ुरण दोड़कर ताबूत के पास आता है
04:53और ताबूत के अंदर देखने लगता है
04:55ताबूत को खुला देखकर वर्कर बहुत घबरा जाता है
04:57क्यूंकि ये ताबूत किसी भी कीमत पर खुला नहीं होना चाहिए था
04:59वर्कर फ़ुरण दोड़कर ताबूत के पास आता है
05:01और ताबूत के अंदर देखने लगता है
05:25वर्कर फ़ुरण दोड़कर ताबूत के पास आता है
05:55बुल्ली कहता है कि शौन वो वर्कर वहाँ पर सही टाइम पर आ गया
05:59और उसने तुम्हारी जान बचा ली
06:01वर्ना वो ममी नजाने तुम्हारा क्या करती
06:03गुल्ली ने कहा हाँ बुल्ली उस वर्कर ने शौन की जान बचा ली
06:07लेकिन पता नहीं फिर उस वर्कर का क्या हुआ होगा
06:09कही उस ममी ने वर्कर को मार तो नहीं दिया
06:13बुल्ली कहता है गुल्ली मुझे ऐसा नहीं लगता
06:15शायद उस वर्कर ने ममी को ताबूत में बंद कर दिया होगा
06:19इतने में ही शाउन बोला नहीं बुल्ली वो वर्कर मारा जा चुका है
06:23वो ममी उस वर्कर को मार कर पिरामिट से बहार आ चुकी है
06:27बुल्ली कहता है लेकिन शाउन तुमें ये बात कैसे पता
06:29तुम तो वहाँ से जा चुके थे
06:31शाउन ने कहा बुल्ली ये बात यहीं खतम नहीं हो गई थी चलो मैं तुमें आँगे की बात पताता हूँ
06:37और फिर शाउन बताने लगता है कि पिरामिट से बहार निकलने के बाद शाउन बहुत ही जाधा ढर गया था
06:43इसलिए शाउन उसी रात फ्लाइट पकड़ कर सीधा अपने घर वापस आ गया
06:49और घर आते ही शाउन दर के मारे सीधा बैड पर जाकर सो गया
06:53अबी शाउन घोरे बेच कर सोय आयी था कि तबी बैड के नीचे से जोड़ तार आवाज आती है और पूरा बैड हिल जाता है
07:01शाउन की जैसे ही आग खुलती है तो ये फौरण बैड के नीचे देखता है
07:05और शाउन कुछ ऐसा देखता है जिसे देखकर इसकी हालत खराब हो जाती है बैड के नीचे किसी चीज की पटियां डली हुँएं और शाउन भी ये बात नहीं जानता कि ये पटियां कहां से आ गईं और ये पटियां हुँ बहु वैसी ही हैं जैसी पटियां उस ममी के उ�
07:35मुतर बडली धर की तरफ निकल गया
07:39शाउन की ये पूरि कहानी सुन कर गली बुली को भी बचा है
07:43की शाउन ने egypt देख चापं से कपम्राक है
07:46लेकिन तबी बुली शाउन से पूचता है
07:48की शाउन बाकी सब कुछ समझ है
07:50लेकिन ये ममी तुम्हारे पीछे ही क्यों पड़ी है
07:52और इस हद तक कि तुम्हारे पीछे ये एजिप्ट से यहां तक आ गई
07:56शौन ने कहा बुल्ली मुझे ये नहीं पता
07:58लेकिन मैं ये जानता हूँ
08:00कि ये ममी मुझे पकड़के उसी पिरामेड में ले जाएगी
08:02और ले जाकर उस ताबूद में बंद कर देगी
08:04गुल्ली कहता है शौन मेरे होते हुए ऐसा कुछ नहीं हो सकता
08:08आज रात तुम यहीं रुकोगे
08:10और फिर मैं देखता हूँ कि तुम्हें कौन ले जाता है
08:12शौन कहता है गुल्ली तुम्हारी ताकत पर मुझे पूरा भरोसा है
08:16इसी लिए तो मैं आज रात को यहीं पर रुकने के लिए आया हूँ
08:20शौन का फैसला हो गया है कि आज वो गुल्ली बुल्ली के घर पर ही रुकेगा
08:24इसी कुशी में गुल्ली बुल्ली और शौन कंप्यूटर पर गेंब खेलने लगते हैं
08:28और आज ये तीनों दबा कर कंप्यूटर पर गेंब खेलने वाले हैं
08:32गेंब खेलते खेते गुल्ली बुल्ली और शौन को टाइम का पता ही नहीं चला
08:36कि कब रात हो गई
08:38और रात होते ही मौसम इक्टम खराब होने लगा
08:41अचानक से तेज बारिश चालू हो गई
08:43और तेज बारिश होने की वज़े से लाइट भी चली गई
08:47लाइट चाते ही गुल्ली बुल्ली और शौन का कंप्यूटर बंद हो जाता है
08:51और अब तीनों के पास करने के लिए कोई काम नहीं है
08:56पूरे घर में अंधेरा होने की वज़े से तीनों जाकर बैड पर सो जाते हैं
09:00अचानक से मौसम का बदल जाना जरूर किसी बड़ी मुसीबत का इशारा है
09:04लेकिन गुल्ली बुल्ली और शौन इस बात से अंजान है और तीनों घोड़े बेच कर सो रहे हैं
09:14इस बात का डर का आखर बही हुआ
09:16लगता है शौन की कही हुई बात सच होने वाली है
09:19क्योंकि ममी शौन को अपने साथ ले जाने के लिए आ चुकी है
09:22ममी शौन का पैर पकड़ कर उसे घशीटने लगती है और घशीट ते हुए ममी शौन को दर्वाजे से बाहर ले जाने लगती है
09:34लेकिन तभी शौन की आख खुल जाती है और ममी को अपने सामने देख कर शौन की हालत खराब हो जाती है
09:41और फिर शौन दर्वाजे को कस के पकड़ लेता है और अपनी पूरी साकत से चीखने लगता है शौन की चीख सुनकर गुली और बुल्ली की आख खुल जाती है
09:53गुली और बुल्ली जैसे ही शौन को देखते हैं तभी ममी शौन को पूरा बाहर घशीट लेती है
10:00ये देखकर गुली और बुल्ली को कुछ भी समझ नहीं आता कि आखिर शौन को बाहर घशीटा किसने
10:06गुली फ़ौरण बैड से नीचे उतरता है और पास में रखा हुआ लाल्टेन उठाता है और पलट कर गुली से कहता है गुली जल्दी चलो हमें शौन को बचाना होगा और फिर गुली बुल्ली दोनों ही बाहर की तरफ जाने लगते हैं
10:20बाहर आते ही गुली बुल्ली चारों तरफ देखते हैं लेकिन अंधेरा होने की वजए से इन्हें कुछ भी नहीं दिखाई देता
10:30इतने में ही गुली ने बुल्ली को आवाज लगाई बुल्ली फ़ौरण गुली के पास आता है
10:42और कहता है गुली क्या हुआ? तोम इधर जमीन पर क्या देख रह आ हूँ?
10:48गुली ने कहा बुल्ली यहां देहि किसी के पैरों के निषान बने हुए हैं
10:52बुल्ली जैसे ही पैरो के निशान देखता है तो फौरण ही समझ जाता है कि ये पैरो के निशान किसी और के नहीं बलकि उस ही ममी की हैं क्योंकि ये पैरो के निशान खून से बने हैं
11:04गुल्ली कहता है गुल्ली हमें इनका पीछा करना होगा इससे पहले कि ममी शौन को नुकसान पहुचाए हमें उस ममी तक पहुचना होगा
11:16और फिर गुल्ली बुल्ली इन पैरो के निशान का पीछा करने लगती हैं क्योंकि ये निशान ही गुल्ली बुल्ली को उस ममी तक पहुचाएंगे
11:35गुल्ली और बुल्ली अभी थोड़े ही आंगे आए थे कि तभी इने किसी के चीखने की आवाज लगती है
11:43गुल्ली बुल्ली ये आवाज सुनते ही पहचान जाते हैं कि ये आवाज तो शौन की है गुल्ली ने कहा बुल्ली ये आवाज उस तरफ से आई है चलो जल्दी मेरे पीछे आओ
11:53और थोड़ी देर में ही गुल्ली बुल्ली को शौन दिख जाता है और साथ ही साथ गुल्ली बुल्ली को ममी भी दिख जाती है जो की शौन को घथीटने में लगी हुई है
12:13ममी को देखते ही बुल्ली ने गुल्ली से कहा गुल्ली वो रही ममी चलो चलकर उसको बता देती है कि उसने गलत लोगों से पंगा ले लिया है गुल्ली ने कहा बुल्ली तुम यही रुको मैं उसे अकेले ही देख लूँगा क्योंकि देखने में तो वो जाधा ताकतवर �
12:44जिससे ममी दूर जाकर गिरती है
12:48इधर गुल्ली शौन से कहता है शौन अब डरने की कोई ज़रूरत नहीं
12:52क्योंकि अब मैं और बुल्ली आ चुके हैं और चलो अब साथ मिलकर इस ममी की दुलाई करते हैं
13:01इधर ममी उठ कर खड़ी हो जाती है
13:03और गुल्ली की थरफ ही देखने लगती है
13:07और ये क्या? ममी की आखे तो लाल हो गईंगें
13:09इसका मतलब ममी बहुत ही जाधा गुसे में हैं
13:12और अब ये पता नहीं क्या करने वाली है
13:14गुल्ली बुल्ली और शौन को भी ये नहीं समझ आ रहा
13:17कि आखेर अब ममी क्या करेगी
13:19और तभी
13:41ममी की ताकत देखकर
13:43गुल्ली और बुल्ली बहुती जादा डर जाते हैं
13:45और अब गुल्ली बुल्ली को ये
13:47नहीं समझ आरहा
13:48कि अम ये शन का ममी से
13:50पीचा कैसे चुड़ा एंगे
13:52तभी बुल्ली को कहता आए
13:54गुल्ली वो ममी सशन को उस
13:56गुफा में ले गाईं है चलो ज ली से उस
13:58गुफा में चलना होगा
14:00गुल्ली कहता है गुल्ली मुझे नहीं लग रहा कि अब हम शौन को बचा पाएंगे
14:05क्योंकि तुमने अभी उस ममी की ताकत तो देख ही ली है
14:09गुल्ली ने कहा गुल्ली हम एक पार फिर कोशिश करेंगे
14:12अब जल्दी चलो इससे पहले की देर हो जाए
14:15और फिर गुल्ली बुल्ली दोनों ही गुपा की तरफ जाने लगते हैं
14:21गुपा के करीब आते ही गुल्ली और बुल्ली ने जैसे ही गुपा की अंदर देखा
14:26तो दोनों की होष उडगई
14:27गुल्ली बुल्ली देखते हैं की ममी ने गुफा की अंदर एक पोर्टल खोल दिया है
14:31और अगर ममी इस पोर्टल के अंदर गई
14:34तो ये सीधा ही प्रामिट पहुँच जाएगी
14:36गुल्ली बुल्ली को जल्दी ही शौन को बचाना होगा
14:39वरना अगर ममी शौन को लेकर पोर्टल के अंदर चली गई
14:42तो फिर शायद शौन कभी नहीं बचपाएगा
14:45गुल्ली ने कहा बुल्ली जल्दी कुछ करो
14:47वो ममी शौन को पोर्टल के अंदर दे जा रही है
14:50और फिर बुल्ली ने आओ देखा नताओ
14:52और सीधा जाकर ममी के इस्मैक लगा दी
14:56इस्मैक लगते ही ममी पोर्टल के अंदर जाकर गिरती है
15:00और शौन भी ममी के हाथ से छूट जाता है
15:03बुल्ली शौन से कहता है
15:05शौन जल्दी यहां से चलो
15:06वरना यह ममी तुम्हे छोड़ेगी नहीं
15:08शौन उठकर खड़ा हो जाता है
15:10और गुल्ली बुल्ली के साथ यहां से भागने लगता है
15:16लेकिन तबी
15:22अरे ये क्या! इस ममी ने तो जमीन के नीचे से
15:24चार ममीज और निकाल दी है
15:30गुल्ली बुल्ली और शौन ने
15:32जैसे ही चार और ममीज को देखा
15:34तो तीनों की डर के मारे हालत खराब हो गई
15:36और तीनों लोग फूरी रफ़्तार के साथ
15:38यहां से निकल लेते हैं
15:42और चारों ममीज भी गुल्ली बुल्ली और शौन
15:44के पीछे ही जाने लगती हैं
15:46Hmm.
15:52Bully and Shaun को जल्दी से कही पर छुपना होगा
15:56क्योंकि वो Moungys इंका पीछा इतनी आसानी से नहीं छोडेंगी
15:59भागते भागते गुल्ली बुल्ली और श्योन अपने घल तक आ जाती हैं
16:03और घर के बहर रु Logan啊 रुकते ही
16:06गुली और बुल्ली Shaun से कहते हें
16:08शऊन तुम जल्दी से घर के अनदर जाखर च्क्रफ़ जाओ
16:11और दरवाजे तो अनदर से बंद कर लेना
16:13मैं और गुली यही गाड़ी के पीछे चुप जाते हैं
16:16और इन चारों ममी को किसी भी कीमत पर अंदर नहीं आने देंगे
16:20गुली बुली की बात सुनकर शौन फौरण घर के अंदर चला जाता है
16:24और गुली बुली भी चल्दी से गाड़ी के पीछे छुब जाते हैं
16:27इतने में ही चारों ममी गुली बुली का पीछा करते हुए, गुली बुली के घर तक पहुँच जाती हैं
16:38अरे ये क्या, ऐसा लग रहा है कि इन चारों ममी को शौन का पता मालूम है इसे लिए ये सीधा ही घर के अंदर चली गई
16:46गुल्ली बुल्ली यہ देखते ही काफी घवरा जाती है क्योंकि घर के अनुभी शॉन कूा पचाने वाला कोही नहीं है
16:54गुल्ली कहता है गुल्ली जल्ली घर के अमून्ह चलो शॉन अकेला उन चारो ममी से नहीं बच पाएगा
17:02इतने में ही बुल्लीने कहा गुल्ली जरा सामने देखो
17:07अरे ये क्या ममीज ने तो शौन को ढूण नकाला और ये तो शौन को अपने साथ ले जा रही हैं
17:13ममी शौन का पीछा चोड़ने का नामि नहीं ले रही
17:16और ये देखकर बुल्ली का दिमाग खराब हो गया
17:18क्योंकि गुल्ली बुल्ली ने शाउन को बचाने के लिए अपनी पूरी जान लगा दी
17:22लेकिन इनकी हर कोशिष नाकाम रही
17:25और फिर बुल्ली गुल्ली से कहता है
17:28गुल्ली सीदे अंदर जाकर दादा जी की पुरानी तलवार लेकर आओ
17:32अब मैं इस मुसीबत की जड़ ही खतम करदूंगा
17:34तभी हैरान होकर गुल्ली ने कहा
17:36गुल्ली क्या तुम शाउन को मारने की बात कर रहे हो
17:39गुल्ली कहता है अरे गुल्ली पागल हो गए हो क्या
17:42मैं शाउन को नहीं ममी को मारने की बात कर रहा हूँ
17:45अब जल्दी जाओ और तलवार लेकर आओ
17:47इससे पहले की मेरा उबलता हुआ कून धन्डा हो जाए
17:51और फिर गुल्ली तुरंत घर के अंदर जाता है
17:54और इधर उदर धादाजी की तलवार को देखने लगता है
17:57आखरी बार गुल्ली ने उस तलवार को
17:59पीछे वाले कमरे की दीवार पर टांगा था
18:02ताकि वक्त आने पर तलवार असानी से मिल सके
18:05लेकिन अब जब गुल्ली तलवार लेने आया है
18:08को तलवार यहाँ से गायव है
18:14जरूर ये काम बुली का होगा
18:16गुल्णी बुली के पास वापस गया
18:18और कहने लगा कि
18:20बुली तलवार को कहां चुप़ा दिया है
18:34और उस बक्से की चाबी मेरे गधे के नीचे है
18:37लेकिन बक्से के अंदर एक और बॉक्स है
18:40जिसकी चाबी तो पिछले महीने ही खो गई थी
18:43इसी लिए तुम ये अध्धा उठाओ और ताला तोड़कर जल्दी से तलवार लेकर आओ
18:47Music
18:54गृली को बॉल्ली की इस बात पर गुस्सा तो बहौत आया
18:57मगर फिलहाल मामला बहुत गम्बीर है
18:59इसी लिए गृली ने अध्धा उठाया और ताला तोड़ने के लिए चल दिया
19:03Music
19:09और पर गृली ने सारी मशकत के बाद तलवार को बाहर निकाल लिया
19:13और तलवार लेकर बुल्ली के पास चल दिया
19:43बुल्ली के हाथ में तलवार के आ गई
20:10बुल्ली ने तो सारा खेल ही खतम कर दिया
20:13और बुल्ली पीछे मढ़ कर गुल्ली और शौन से कहता है
20:16देखो हमें बस इतना ही करना था
20:18तुम लोग तो बेकार ही डर रहे थे
20:20और पता नहीं क्यों अभी भी डरे जा रहे हो
20:23जबकि मैंने ममी को मार दिया है
20:26ममी गुल्ली और शौन चिलाते हुए बुल्ली से कहते है
20:29अरे बुल्ली पीछे मढ़ कर देखो वो ममी अभी भी जिंदा है
20:56अरे ये क्या ये तो रॉड है
21:25रॉड जैसे ही गुल्ली बुल्ली और शौन को देखता है तो पास आकर कहता है
21:30अरे गुल्ली बुल्ली मेरी गाड़ी के नीचे क्यों आ रहे हो आना है तो मेरी हवेली पर आओ
21:37गुल्ली कहता है हाँ हाँ रॉड जरूर आएंगे अगर आज हम सब यहां से जिंदा बच गए तो कल का खाना तुम्हारी हवेली पर ही होगा
21:44पहले सामने देखो कौन सी मुसीबत आ रही है
21:48रॉड कहता है अरे ये कौन है देखने में तो धरावना है लेकिन जादा ताकतवर नहीं लगता अटो जरा मैं देखता हूँ
22:04अरे ये गुल्ली कहा चल दिया बिना किसी को बताए अचानक रॉड की वैन लेकर गुल्ली कहा जा रहा है
22:11दर असल ये बात तो गुल्ली ने मुझे भी नहीं बताई चलो फिर ये बात गुल्ली से ही पूच लेते हैं
22:18दोस्तों मैं जा रहा हूँ बाबा को बुलाने क्योंकि मुझे मालों है कि रॉड भी उस ममी को नहीं रोख पाएगा
22:24और वैसे भी आप तो ये जानते ही हैं कि वो ममी मर नहीं सकती
22:28इसलिए मुझे जल्दी से बाबा को लेकर रहना होगा अब बाबा ही हमें इस मुसीबत से बचा सकती है
22:38इधर रॉड ममी की तरफ बढ़ ही रहा था कि अचानक रॉड ने कुछ ऐसा किया
22:43अरे बुल्ली वो कौन है
22:46रॉड की इस हर्कत से जैसे ही ममी का ध्यान उस तरफ किया तो फ़ौरण रॉड ने ममी को फ्रीस कर दिया
22:56रॉड ने तो ममी के साथ अलग ही खेल खेल दिया
22:59ममी को इस बात का अन्दाजा भी नहीं था कि रॉड कुछ ऐसा भी कर सकता है
23:04ममी को फ्रीज करने के बाद रॉड पीछे मढ़कर बुल्ली और शौन की तरफ देखने लगता है और तभी
23:11ममी ने रॉड के साथ ये क्या कर दिया लगता है रॉड अब ममी के काबू में आ चुका है
23:35और फिर ममी रॉड को बुल्ली के पीछे लगा देती है ताकि बुल्ली ममी के काम में तांग न आ डा सके
23:48बेचारा बुल्ली अब अकेला पड़ चुका है रॉड जो की दोस्त बन कर आया था अब वो ही दुश्मन बन चुका है
23:56इधर शौन ममी के हातों पकड़ा जाता है और ममी शौन को लेकर पोर्टल की तरफ जाने लगती है
24:03इतनी कोशिशों के बाद भी आकरकार शौन ममी से नहीं बचपाया और ममी शौन को लेकर पोर्टल के अंदर चली गई
24:12और ममी के यहां से जाते ही पोर्टल भी बंद हो जाता है
24:19इधर रॉड ने बुल्ली को मारने की पूरी तयारी कर लिए
24:23रॉड एक बड़ा सा पत्थर उठा कर बुल्ली की तरफ बढ़ने लगता है
24:27शायद अब रॉड बुल्ली को नहीं छोड़ेगा
24:30रॉड ये पत्थर बुल्ली को मारने ही वाला था लेकिन तभी
24:52बाबा विल्कुल सही टाइम पर आ जाते हैं और बुल्ली को रॉड के हातों बचा लेते हैं
24:58और पिर बाबा पीछे मड़कर बुल्ली से पूछते हैं
25:01बुल्ली क्या हुआ ये रॉड तुम्हारे साथ क्या कर रहा था अगर मैं नहीं आता तो ये तो तुम्हें मारने वाला था
25:07बुल्ली कहता है बाबा इसमें रॉड की कोई गलती नहीं रॉड तो उस ममी के काबू में है
25:13बाबा कहते हैं बुल्ली कहाँ है वो ममी और शौन कहाँ पर है बताओ मजे मैं अभी उसे ठिकाने लगा देता हूँ
25:19बुल्ली कहता है बाबा आपने आने में बहुत देर कर दी उस ममी ने एक पोर्टल खोला और शौन को लेकर सीधा फिरामिट चली गई और पता नहीं शौन अब जिनता भी होगा या नहीं
25:29बुल्ली बोला बाबा अब हमें कुछ समझ नहीं आरा कि अब हमें क्या करना चाहिए अब आप ही कुछ बताये
25:35बाबा कहते हैं गुल्ली बुल्ली अगर ऐसा है तो हमें ये सारी बात खुद शौन से ही पता करनी होगी
25:41बुल्ली कहता है बाबा ये आप क्या कह रहे हैं शौन को तो ममी ले गई है आखिर ये कैसे मुम्केन है
25:47बाबा कहते हैं बुल्ली अभी तुमें नहीं मालों कि मेरे होते हुए क्या क्या मुम्केन है चलो रॉड को उठा कर वैन में डालो हम मेरे घर पर चलेंगे और आगे की बात वहीं पर होगी
25:59बाबा की बात मानते हुए गुल्ली बुल्ली रॉड को वैन में डाल देते हैं और फिर चारों बाबा के घर की तरब जाने लगते हैं
26:11गर पर पहुँच कर बाबा ने रॉड को एक पिंजरे में बंद कर दिया क्योंकि अब रॉड अपने आपे से बहार है इसी लिए सब की भलाई इसी में है की रॉड यहीं पर बंद रहे
26:33और फिर बाबा गुल्ली बुल्ली से पूछते हैं की बताओ तुम दोनों में से कौन शौन से मिलना चाता है बुल्ली कहता है बाबा क्या सच में आप ऐसा कर सकते हैं बाबा कहते हैं हाँ बुल्ली लेकिन तुम्हारे पास सिर्फ 30 सेकंड का ही वक्त होगा इतनी देर में ह
27:04बाबा की बात मानकर गुल्ली इस घेरे के अंदर आकर बैठ जाता है
27:08बाबा गुल्ली से कहते हैं गुल्ली ये बात मत बूलना की तुम्हारे पास केवल 30 सेकंड है इसी लिए बेकार की बात मत करना और केवल मतलब की बात ही शौन से पूछना
27:19गुल्ली कहता है बाबा ये तो मैं समझ गया लेकिन क्या आप ये बता सकते हैं की मैं और शौन मिलेंगे किस जगा पर
27:26बाबा बताते हैं गुल्ली ये तो मैं भी नहीं जानता क्योंकि तुम और शौन अपने सपने में मिलोगे और सपने में जगा तुमारा दिमाग तैकरेगा और हाँ भूलना मत की तुम्हारे पास केवल 30 सेकंड होंगे
27:38गुल्ली कहता है बाबा मैं सब समझ गया अब आप आंगे का कारकरम शुरू कीजिए और फिर बाबा अपनी चढ़ी उठाते हैं और जमीन पर मार देते हैं जिसके बाद कुछ ऐसा होता है
27:50लगता है गुल्ली और शौन अपने सपने में आ चुकी हैं लेकिन शौन कहाँ पर है
28:04गुल्ली जैसे ही पीछे मुढता है और अपने सामने देखता है तो गुल्ली को टेविल पर लेटा हुआ शौन दिख जाता है
28:12गुल्ली शौन के पास जाकर उसे आवाज लगाता है तभी शौन उठ कर ख़ड़ा हो जाता है और गुल्ली को देखते ही शौन बहुत खुश हो जाता है और कहता है गुल्ली आकर तुमने मुझे उस ममी से बचा ही लिया तभी गुल्ली शौन को बताता है अरे शौन ऐसा
28:42और मैं किसी चीज के अंदर बंद हूँ आसबास अंधेरा है और अजीब अजीब सी आवाजे आ रही है
28:47शौन तुम बिल्कुल मत घबराना हम तुम्हें बचा लेंगे
28:51लगता है 30े सेकन्ट पूरे हू चुकी हैं
28:57और गुळ्ली सपने से बहार आ चुका है
29:00और फिर गुल्ली कढ़ा आ जाता है और गुर्ली और बाबा के पास आता है
29:06बाबा कहते है, क्या हुआ गुल्ली? शौन ने तुम्हें क्या बताया?
29:10गुली कहता आई बाबा शौन को मろदे ने ताबूद में बंद करदिया आई
29:15हमें जलदी चल कर शौन को बचाना होगा इससे पहले की शौन के साथ कोई की बुरा हो जाए
29:20बाबा कहते हैं गुल्ली हम शौन को बचा लेंगे
29:23चलो हमें इसी वक्त एजिप चलना होगा
29:25बुल्ली ने कहा ठीक है बाबा
29:27तो फिर मैं गाड़ी लेकर आता हूँ
29:29बाबा कहते हैं गुल्ली गाड़ी की कोई ज़रूरत नहीं
29:31और वैसे भी इतना टाइम नहीं
29:33कि हम गाड़ी के आने का इंतिजार करें
29:36यहाँ पर मेरी बाइक है
29:37और चलो हम मेरी बाइक पर ही चलेंगे
29:49बाबा मुझे नहीं लगता
29:50कि ये बाइक हमें एजिप पहुंचा पाएगी
29:52अभी भी टाइम है मैं जल्दी से जाकर गाड़ी ले आता हूँ
29:56बाबा कहते हैं बुल्ली तुम जल्दी बैठो
29:58जितनी देर में तुम्हारी गाड़ी इस्टार्ट होगी
30:01उतनी देर में तो हम पहुंच भी जाएंगे
30:03और पर गुल्ली बुल्ली और बाबा
30:05तीनों ही एजिप्ट के लिए चल देते हैं
30:26दो दिन तक लगातार बाइक भगाने के बाद
30:28आखिर बाबा गुल्ली और बुल्ली के साथ एजिप्ट पहुंच जाती हैं
30:30और तीनों लोग पिरामिट्स की सरफ जाने लगती हैं
30:52पिरामिट्स के थोड़ा पास आते ही
30:54गुल्ली बुल्ली और बाबा रुख जाते हैं
30:56और बाबा गुल्ली से कहने लगते हैं
30:58गुल्ली मेरे हिसाप से
31:00शौन इस पहले वाले पिरामिट में ही होना चाहिए
31:02तुम्हें क्या लगता है गुल्ली
31:06हाँ बाबा मुझे भी यही लगता है
31:08बाबा कहते है चलो फिर देर किस बात की है
31:10शौन ने तुम्हें बताया था
31:12कि वो एक ताबूद के अंदर है
31:14और अगर वो ताबूद उस पिरामिट के अंदर हुआ
31:16और शौन हमें मिल गया
31:18तो इससे खुशी की बात और क्या ही हो सकती है
31:20चलो आ जाओ मेरे पीछे
31:22और फिर बाबा और गुली बुली
31:24पिरामिट के पास जाने लगते हैं
31:30अरे अरे कहा जा रहे हो
31:32लगता है तुम तीनों ने यहां लगा बोर्ड नहीं पढ़ा
31:34यहां से आंगे तुम तीनों नहीं जा सकते हो
31:36गुली कहता है
31:38लेकिन ऐसा क्यों?
31:40हम यहां से आंगे क्योँ नहीं जा सकते?
31:42तभि सिपाई कहता है कि शायद तुम यह बात नहीं
31:44जानते। कुछ दिन पहले किसी ने
31:46यहां के वरकर को मार कर
31:48एक बौध पुरानी मंमी को चोरी कर दियाmee
31:50गुल्ली कहता है अरे ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है
31:52ममी को चोरी नहीं किया गया है
31:54बल्कि वो ताबूद से निकल कर बहार आ चुकी है
31:57और उसने हमारे एक साती को पकड़ दिया है
32:00और पिरामेट के अंदर ताबूद में बंद कर दिया है
32:03सिपाही जैसे ही गुल्ली की ये बात सुनता है
32:05तो ये जोर जोर से हसने लगता है
32:07और कहता है कि अरे ये सब तुम क्या बता रहे हो
32:10मैं ये सब बाते नहीं मानता
32:12गुल्ली कहता है देखो तुमें ये बात मानने ही पड़ेगी
32:15अगर यकीन नहीं होता तो चलो अंदर चलकर देख लेते हैं
32:19सिपाही ने कहा मैंने उस ताबूद को खुद अपने हातों से बंद किया था
32:23और उसके अंदर कोई नहीं था
32:25और पिछले पांच दिन से तो ये पिरामिड का दर्वाजा भी नहीं खुला है
32:29फिर आकर मैं ये कैसे मालूं कि ताबूद के अंदर तुम्हारा साती बंद है
32:33तुम लोग जरूर जूट बोल रहे हो
32:35गुल्ली कहता है ठीक है अगर ताबूद अंदर रखा है
32:38तो अंदर चलकर ही देख लेते हैं
32:40अभी सब पता चल जाएगा कि कौन जूट बोल रहा है
32:43सिपाही बोला नहीं नहीं पिरामिड का दर्वाजा नहीं खुलेगा
32:46इससे पहले कि गुल्ली कुछ बोलता तभी बाबा बीच में आ जाती है
32:50और कहते हैं चलो गुल्ली बहुत हुआ
32:52अब मैं जानता हूँ कि हमें आगे क्या करना है
32:55आ जाओ यहां से चलते हैं
32:57और फिर बाबा गुल्ली बुल्ली के साथ यहां से जाने लगते हैं
33:09काफी देड तक इंतजार करने के बाद
33:11जैसे ही अंदर जाने का सही मौका मिलता है
33:14तो बाबा गुल्ली बुल्ली से कहते हैं
33:16चलो रास्ता बिल्कुल साफ है
33:18बिना आवास करे मेरे पीछे आओ
33:40अरे ये क्या ताबूत तो यहां पर है ही नहीं
33:43आकर ताबूत कहां जा सकता है
33:45बाबा गुल्ली बुल्ली से कहते हैं
33:47यहां पर तो कोई ताबूत नहीं है
33:49अगर ताबूत यहां पर नहीं है तो फिर कहां है
33:52बाबा मुझे लगता है कोई आ रहा है
33:54बुल्ली ने इतना कहा आई था
33:56कि तबी एक सिपाही आ जाता है
33:58और गुल्ली बुल्ली और बाबा को देख लेता है
34:01बाबा जैसे ही सिपाही को देखते हैं
34:04तो कहते हैं कि ताबूत कहां पर है
34:06तुमने ताबूत को अपने हाथों से बंद किया था
34:09तो बताओ अब कहां पर है ताबूत
34:12सिपाही ने जैसे ही देखा कि ताबूत यहां से गायब है
34:15तो यह बाबा से कहने लगता है
34:17इसका मतलब ममी को भी तुम लोगों ने एइ चुराया है
34:20और अब ताबूत भी चोरी कर लिया
34:22अगर अभी भी मन नहीं बढ़ा है
34:24तो पूरा पिरामेट उठा कर क्यों नहीं ले जाते
34:27रुको मैं अभी सब को बुला कर लाता हूँ
34:29अब तुम लोग बचोगे नहीं
34:36बाबा कहते हैं चलो गुली बुली यहां से निकलते हैं
34:39वरना यह तो सारा एलजाम हम लोगों पर ही डाल देगा
34:43गुली बुली और बाबा अभी जा ही रहे थे
34:46कि तभी इन्हें कोई आवाज लगाता है
34:49अरे ये तो एक गुड़े बाबा है
34:52और ये आवाज लगा कर गुली बुली और बाबा को अपने पास बुला लेते हैं
34:56और कहते हैं कि main जानता हुँ कि तुमलोग यहाँ पर क्यों आये हो
35:01और शायद मैं तुम लोगों कि मदद कर सकता हूं
35:04चलो जल्दी मेरे पीछे आयो
35:17अन्दर आते ही बाबा कहते हैं
35:20की बताओ तुम हमारी क्या मदद कर सकते हो
35:23तो ये पिरामिड वाले बाबा बताने लगते हैं
35:25कि जो ताबूद तुम लोग ढूढ रहे हो
35:27मैं बता सकता हूँ कि वो कहाँ पर मिलेगा
35:30ये सुनते ही गुली बुली और बाबा हैरान हो जाते हैं
35:33और बाबा ने कहा तो फिर देर किस बात की है
35:36जल्दी हमें बताओ कि वो ताबूद कहाँ पर है
35:39क्योंकि अगर हमने जल्दी ही उस ताबूद को नहीं ढूढा
35:42तो हमारे एक साती की जान को खत्रा हो सकता है
35:45तो ये पिरामिड वाले बाबा बताते हैं
35:47कि फिल्हाल तुम्हारे साती की जान को कोई खत्रा नहीं
35:51क्योंकि अभी तुम्हारे पास उसे ढूढने के लिए साथ दिन का वक्त है
35:55बाबा कहते हैं ये साथ दिन का क्या मतलब है
35:57और दो दिन तो हमें पहले ही हो चुकियें
36:00अभी पिरामिड वाले बाबा बताने ही जा रहे थे
36:03लेकिन तबी बाहर कोई गेट बजाने लगता है
36:07गुली कहता है बाबा मुझे लगता है कि बाहर सिपाही आ गए हैं
36:11पिरामिड वाले बाबा कहते हैं
36:12कि तुम लोग जल्दी से छुप जाओ
36:14मैं उन्हें अंदर नहीं आने दूँगा
36:16बाबा कहते हैं लेकिन छुपे कहाँ पर जगा भी तो नहीं है
36:20बाहर दो सिपाही बहुत देड़ से गेट बजा रहे हैं
36:24लेकिन कोई गेट नहीं खोल रहा
36:26तबी एक सिपाही कहता है लगता है वो तीनों अंदर ही छुपे हैं
36:30और डर के मारे गेट नहीं खोल रहे
36:32चलो गेट तोड़ दो दाया
36:34दाया ने जैसे ही ये सुना
36:36तो फ़ुरण गेट तोड़ने के लिए तयार हो गया
36:45और ये क्या
36:46दाया ने तो पिरामिट वाले बाबा को ही तोड़ दिया
36:49दूसरे सिपाही ने जैसे ही देखा
37:00और इधर पिरामिट वाले बाबा ने
37:02दाया को थीन चार खरी खोटी सुना दी
37:04जिसे सुनकर दाया भी फ़ुरण
37:06यहां से निकल लिया
37:08और दोनों सिपाही के
37:10यहां से जाते ही खुली भुली
37:12और बाबा भी टेबिल के पीछे से
37:14और पिरामिड वाले बाबा के पास आ जाते हैं
37:18और फिर पिरामिड वाले बाबा कहते हैं
37:21हाँ तो मैं तुम्हे कुछ बता रहा था
37:23कि आखिर ये साथ दिन का क्या चक्कर है
37:25दरसल बात उस समय की है
37:27जब एजिप्ट पर एक राजा का शाशन था
37:30और उसने अपने दुश्मनों को हराने के लिए
37:33बुरी ताकतों का सहारा लेना चाहा
37:36लेकिन जैसा उसने सोचा था वैसा हुआ नहीं
37:39और वो बुरी शक्तियां उसके ऊपर ही हाभी हो गई
37:42और पिर यहां के लोगों ने मिलकर
37:44उस राजा की ममी बना कर ताबूद में बंद कर दिया था
37:47लेकिन शौन ने उस ताबूद को खोल दिया
37:50इसी लिए वो राजा शौन के पीछे पढ़ा है
37:53क्योंकि वो शौन को अपनी जगा पर बंद करके
37:56खोद आजाद होना चाहता है बाबा कहती है अगर ऐसा है
37:59तो फिर अब तक तो शौन को उसने ताबूद में बंद भी कर दिया होगा
38:03फिरामिट वाले बाबा ने कहा नहीं नहीं तुम्हारे पास साथ दिन का वक्त है
38:08क्योंकि अगर उस ममी को आजाद होना है तो उसे साथ दिन तक एक रस्म करनी होगी
38:13जिसके बाद शौन उसकी जगा पर हमेशा के लिए ताबूद में बंद हो जाएगा
38:18गुल्ली ने कहा इसका मतलब हमारे पास पांच दिन है क्योंकि दो दिन तो पहले ही हो चुकी है
38:24बाबा कहते हैं चलो फिर और देर नहीं करते हैं जल्दी चलकर उस राजा का बाजा बजा देते हैं
38:30गुल्ली ने कहा लेकिन बाबा बाजा तो तब बजेगा ना जब हमें मालुम होगा की वो है कहाँ पर
38:36क्या आप जानते हैं बाबा की वो ममी है कहाँ पर
38:40गुल्ली की बात सुनकर बाबा का मू लटक गिया तबी गुल्ली ने बुल्ली से पूछा क्या गुल्ली तुम जानते हो की वो ताबूत कहाँ पर है
38:48गुल्ली ने कहा नहीं गुल्ली मैं नहीं जानता और फिर गुल्ली कहता है तो इसका मतलब किसी को भी नहीं मालुम की आकर हमें जाना कहाँ पर है
38:58पिरामेड वाले बाबा ने जैसे ही गुल्ली की ये बात सुनी तो सीना चौड़ा करके एक कदम आंगे आगए लेकिन किसी का भी ध्यान पिरामेड वाले बाबा के उपर नहीं है ये देखकर ये मन ही मन में सोचने लगते हैं
39:10मैं कहाता रुपे जाब छोड़ दू
39:12और पिरामेड वाले बाबा कहते हैं
39:14गुल्ली जो बात कोई नहीं जानता
39:16वो पिरामेड वाले बाबा जानते हैं
39:18चलो आओ मैं बताता हूँ
39:20कि वो ताबूत कहां पर है
39:24सारे लोग अब इस मैप में देखो
39:26और बताओ मुझे कि तुम्हें क्या दिखाई दे रहा है
39:32तभी बुल्ली बाबा से माफी माँगने लगता है
39:34कि बाबा मुझे माफ कर दिये
39:36अब मैं शौन को बचाने में
39:38आपकी मदद नहीं कर सकता
39:40क्योंकि मेरी आखो की रोशनी जा चुकी है
39:42पिरामेड वाले बाबा कहते हैं
39:44अरे बुल्ली लाइट चली गई थी
39:46गरीब खाने में ऐसा ही होता है
39:48चलो अब इस मैप में देखो
39:50ये रहा वो पिरामेड
39:52जिसके अंदर हमें ताबूद मिलेगा
39:54ये सुनते ही बाबा कुछ कहने जा रहे थे
39:56लेकिन पिरामेड वाले बाबा रोक देते हैं
39:58और कहते हैं मैं जानता हूँ
40:00कि तुम क्या कहने वाले हो
40:02यही ना कि तुम पिरामेड के अंदर जा चुके हो
40:04और वहाँ पर तुमें ताबूद नहीं मिला
40:06लेकिन सचाई तो ये है
40:08कि तुम पिरामेड के अंदर जा चुके हो
40:10और वहाँ पर तुमें ताबूद नहीं मिला
40:12लेकिन सचाई तो ये है
40:14कि वो असली पिरामेड है ही नहीं
40:16वो तो केवल लोगों के घूमने के लिए
40:18बनाया गिया था
40:20और असली पिरामेड तो
40:22पिरामेड तो एमजोन के जंगलों में छुपा हुआ है
40:24और सबसे पहले हमें
40:26ये पिरामेड ढूणना होगा
40:28और उसके बाद पिरामेड के अंदर जाने का रास्ता
40:30क्योंकि पिरामेड के अंदर
40:32जा पाना इतना असान भी नहीं
40:34और अगर हम पिरामेड के अंदर
40:36पहुँच भी गई
40:38तो अंदर का हाल क्या होगा
40:40ये मेरी समझ से बाहर है
40:42ये रास्ता खत्रों से भरा हुआ है
40:44और अगर तुम शौन को बचाने के लिए
40:46अपनी जान दाव पर लगा सकते हो
40:48तो अपना हाथ खड़ा करो
40:50हाँ हाँ मैं भी लगा सकता हूँ
40:58हम पिरामेड के बहुत पास आ चुकी हैं
41:00चारों तरफ देखते रहना
41:02नकशे के हिसाप से
41:04पिरामेड यहीं कहीं होना चाहिए
41:08तभी बुल्ली कहता है वो देखो क्या है
41:10कहीं वो ही तो पिरामेड नहीं
41:12बाबा ने कहा हाँ वही है पिरामेड
41:14आ जाओ मेरे पीछे
41:18नकशे की मदद से गुली बुल्ली और बाबा
41:20ने असली पिरामेड को ढूंड निकाला
41:22जो की एमाजोन जंगलों के
41:24बीचों बीच छुपा हुआ है
41:26और फिर बाबा ने
41:28पिरामेड के पास जा कर देखा
41:30की शायद अंदर जाने का
41:32कोई रास्ता खुल जाए
41:34तभी बुल्ली कहता है
41:36बाबा यहाँ पर तो कोई रास्ता
41:38नहीं दिखरा
41:40तभी पिरामेड वाले बाबा कहते हैं
41:42चलो हमें पिरामेड तो मिल गया
41:44पिरामिड वाले बाबा कहते हैं चलो हमें पिरामिड तो मिल गया
41:47अब बस अंदर जाने का रास्ता भी मिल जाए
41:50जो की मिलना तो बहुत मुश्किल लग रहा है
41:53बाबा कहते हैं कोई मुश्किल नहीं होगा
41:56शायद हम पिरामिड के पीछे की तरफ खड़े हैं
41:59पिरामिड का एक चक्कर लगाना चाहिए
42:02तभी हमें अंदर जाने का दर्वाजा मिल सकता है
42:05और फिर बाबा ने अपनी चढ़ी को जमीन पर खड़ा कर दिया
42:08और कहने लगे की हम यहां से चलना शुरू करेंगे
42:11और पूरा चक्कर लगा कर वापस यहीं पर ही आएंगे
42:15और फिर सारे लोग बाबा के पीछे जाने लगते हैं
42:24पिरामिड का पूरा चक्कर लगाते लगाते रात हो जाती है
42:28और गुली गुली और बाबा को पिरामिड के अंदर जाने का कोई भी रास्ता नहीं मिला
42:33तभी पिरामिड वाले बाबा कहते हैं कि मुझे ऐसी बात का डर था
42:37कि अगर हमें दरवाजा नहीं मिला तो फिर हम क्या करेंगे
42:41बाबा कहते हैं अगर अंदर जाने का कोई रास्ता नहीं
42:44तो हमें इस पिरामिड की दीवार को तोड़कर अंदर जाना होगा
42:48पिरामिड वाले बाबा कहते हैं कि ये दीवारें बहुत
42:51ही जादा बड़े पत्तरों से बनी होती हैं अगर
42:54हमने अभी तोड़ना चालू कर भी दिया तो दीवार
42:57तोड़ने में एक महीना तो लगी जाएगा और हमारे
43:00पास है केवल पांच दिन इसलिए हमें अंदर
43:03जाने का रास्ता ढूनना ही होगा तभी बुल्ली
43:06कहता है बाबा हमें थोड़ा आराम कर देना चाहिए
43:09पिरामिड का चक्कर लगा कर सभी लोग काफी ठक
43:12गए हैं पिरामिड वाले बाबा ने कहा हाँ हाँ
43:15तोड़ा आराम कर लेना चाहिए फिर देखते हैं आगे क्या
43:18करना है बाबा कहते हैं तुम लोगों को आराम
43:21करना है तो कर लो मुझे तो दर्वाजा ढूने बिना
43:24नींद भी नहीं आएगी और पिर
43:27गुली बुल्ली और पिरामिड वाले बाबा आराम करने
43:30लगते हैं और बाबा पास में ही खड़े होकर
43:33आसपास नजर रखे हुए हैं क्योंकि इतने बड़े
43:36जंगल में रुकना खजरे से खाली नहीं है इसलिए
43:39बाबा को थोड़ा चौकना रहना होगा अभी बाबा
43:42इधर उदर देख ही रहे थे कि अचानक बाबा
43:45क्या देख लिया
43:48बाबा ने फौरण गुली बुली को आवाज लगाई और कहा
43:51कि सामने देखो गुली बुली ने जैसे ही सामने
43:54देखा तो इनके होश ओड़ गए और गुली बोला
43:57बाबा ये तो अपना रौड है लेकिन ये यहाँ
44:00पर कैसे आ सकता है बाबा आप ने तो
44:03रौड को पिंजरे में बंद कर दिया था बाबा कहती
44:06है हाँ बुली मैं भी यही सोच रहा हूँ मगर पहले
44:09हमें कहीं पर छुपना होगा कहीं रौड हमें देख
44:12न ले चलो जल्दी मेरे पीछे आओ
44:16और फिर चारे लोग एक पत्थर के पीछे आकर छुप
44:19जाते हैं और रौड को देखने लगते हैं
44:23इधर रौड एक बड़े से पत्थर के पास आकर रुक जाता है
44:26और उसे ढखा लगाकर घिसकाने लगता है
44:29रॉड को ऐसा करते देखकर गुली गुली और बाबा को कुछ समझ नहीं आता कि आखिर रॉड करना क्या चाहता है
44:36बस चारो चुप चाप रॉड को देखे जा रहे हैं
44:39अरे.. ये क्या रॉड ने पिरामिट का धर्वजा खोल दीया
44:50इसका मतलब धर्वजा पत्तरों को खिस्काने से खुलता है
44:53रॉड що धर्वजा खोलते हुए देख कर गुली गुली और बाबा को भी मालुम ओजा था
44:57कि आकर पिरामिड का दरवाजा खोलना कैसे है
45:00और तबी गुल्ली बोला बाबा रॉड तो दरवाजा खोलकर पिरामिड के अंदर जा रहा है
45:05हमें भी रॉड के पीछे अंदर चलना चाहिए
45:07वरना क्या पता बाद में दरवाजा खुले भी या नहीं
45:10বाबा कहتे हैं नहीं गुली, पहले रॉट को चला जाने दो
45:13ज्योंकि रॉट ममी के काबू में हैं
45:16इसलिए रॉट के पीछे जाने से हमारे लिए ख़तरा हो सकता है
45:20इधर रॉट पिरामिड के अंदर चला जाता है
45:23और रोड के अंदर जाते ही
45:25पिरामिड का दर्वाजा अपने आप ही बंद हो जाता है
45:28इधर बाबा गुल्ली और बुल्ली से कहते हैं
45:31कि इसका मतलब रॉड को यहाँ पर ममी ने बुलाया है
45:34इसी लिए वो पिरामिड के अंदर चला गया
45:36चलो अब हमें भी पिरामिड के अंदर चलना चाहिए
45:39तबी बुल्ली बोला रे पिरामिड वाले बाबा आप कहा जा रहे हैं
45:45पिरामिड तो इधर है
45:47पिरामिड वाले बाबा ने कहा
45:49बुल्ली मुझे एक जरूरी काम याद आ गिया है
45:51इसी लिए अब मुझे चलना होगा
45:53और वैसे भी अब तुम लोग जानते ही हो
45:55कि अब तुमें आगे क्या करना है
45:57बस इतना कहते ही
45:59पिरामिड वाले बाबा यहां से चले जाते हैं
46:03बाबा ने कहा चलो अब देड नहीं करते हैं
46:05और सीधा पिरामिड के अंदर चलते हैं
46:11अभी गुल्ली बुल्ली और बाबा
46:13पिरामिड को खोलने के लिए
46:15पथरों को खिसकाने ही वाले थे
46:17लेकिन तभी तीनों को
46:19किसी चीज की आवाज आने लगती है
46:23गुल्ली ने कहा बाबा यह कैसी आवाज है
46:25लगता है जंगल में
46:27हमारे साथ और कोई भी है
46:29तभी गुल्ली बोला वो देखो
46:31कुछ लोग हमारी तरफ आ रही है
46:49बाबा कहती है अब यह कौन सी नई मुसीबत आ गई
46:51देखने में तो यह किसी
46:53लुटेरे से कम नहीं लगते
46:55हाँ तुमने बिलकुल सही
46:57पहचाना हम हैं पिरामिड
46:59के लुटेरे और हम पिरामिड
47:01के साथ साथ तुमे भी लूट लेंगे
47:03बाबा ने कहा देखो तुम
47:05हमें नहीं लूट सकते क्योंकि
47:07हम तो पहले ही लुटे हुई हैं
47:09मेरा मतलब है कि हमारे पास
47:11तुमें देने के लिए कुछ भी नहीं है
47:13बाबा की बात सुनते ही एक लुटेरा कहता है
47:15चलो फिर ये बात छोड़ो
47:17और बताओ कि तुम पिरामिड
47:19के पास क्या करने आये हो
47:21बाबा ने कहा मैं पिरामिड के अंदर
47:23जा रहा हूँ उस ममी का खेल
47:25हमेशा के लिए खतम करने
47:27ये बात सुनते ही तीनों लुटेरों की होष उडगई
47:29और तभी लुटेरों का सरदार
47:31बाबा के पास आता है
47:33और बताता है कि
47:35पिरामिड के अंदर जाने का कोई रास्ता नहीं है
47:37और पिरामिड के अंदर कोई ममी नहीं
47:39बलकि धेर सारा खजाना है
47:41और वो सारा खजाना सिर्फ मेरा है
47:43चलो अब बताओ कि तुम
47:45पिरामिड के अंदर कैसे जाओगे
47:47बाबा ने कहा अच्छा तो
47:49तुमे खजाना चाहिए
47:51मगर तुम अंदर जाने का रास्ता नहीं जानते
47:53चलो आओ मैं तुमे बताता हूँ
47:55कि पिरामिड के अंदर कैसे जाना है
47:57लोटेरे ने कहा
47:59मगर जाना कहा है
48:01क्या तुमारे पास कोई नकशा नहीं है
48:03बाबा कहते हैं हाँ है ना नकशा
48:05वो उस वेन के पीछे रखा हुआ है
48:07चलो आजाओ मैं तुमे नकशा दिखाता हूँ
48:25चलो बेंस
48:37धीनों लोटेरों की जुटि करने के बाद
48:39बाबा गुली बुली के पास आ जाते हैं
48:41और कहते हैं कि चलो जल्दी से
48:43पिरामिड के अंदर चलते हैं
48:45इससे पहले की कोई ओर मुस् Såibat आ
48:46जाये। aur phir guri buli aur
48:48गुल्ली बुल्ली और बाबा मिलकर पिरामेड का दर्वाजा खोलते है।
48:53और पिरामेड का दर्वाजा खोलते ही गुल्ली बुल्ली और बाबा पिरामेड के अंदर जाने लगते हैं
48:59पिरामेड के अंदर आते ही गुल्ली बुल्ली और बाबा ने कुछ ऐसा देख लिया जिसे देख कर तीनों के होष उडगई
49:07गुल्ली बुल्ली और बाबा देखते हैं कि सामने रॉड खड़ा हुआ है और रॉड के हात में एक तलवार है
49:12शायद रॉड दर्वाजे का पेहरे दार बन कर खड़ा हुआ है और यह यहां से आगे किसी को भी नहीं जाने देगा
49:19रॉड को देखते ही बाबा का दिमाग खराब हो गया क्योंकि रॉड हर बार बाबा के काम में तांगडा रहा है
49:25बाबा गुली गुली से कहते हैं कि अब मैं इसे नहीं छोड़ूँगा अब इसने मेरा दिमाग खराब कर दिया है
49:31लेकिन तभी गुली बाबा को रुकता है और कहता है बाबा रॉड ये सब जानपूच कर नहीं कर रहा है
49:37वो तो ममी के काबू में है बाबा मैं रॉड को समझाने की कोशिश करता हूँ शायद वो मेरी बात समझ जाए
49:46और पिर गुली रॉड को समझाता हुआ उसकी तरफ बढ़ने लगता है
49:49अरे नहीं रॉड को समझाते समझाते गुली ये बात तो भूली गया कि उसे रॉड के जादा पास नहीं जाना था और तबी
50:03बाबा कहते है गुली हट जाओ सामने से और इतना कहते ही बाबा रॉड की तरफ दौड लगा देते है
50:21बाबा ने कहा चलो ये अच्छा हुआ रॉड अब एक घंटे के लिए बेहोच हो गया है चलो हमें पॉरण आंगे चलना चाहिए
50:51पॉर्ण आंगे चलना चाहिए
51:21बाबा और गुली गुली मिलकर सारी ममीज को धेर कर देते हैं और फिर तीनों लोग फ़ौरण ताबूत के पास जाते हैं
51:37गुली गुली और बाबा ने जैसे ही ताबूत को खोला तो तीनों के चहरे कुशी से खिल उठे क्योंकि ताबूत के अंदर शौन लेटा हुआ है और फिर शौन फ़ौरण ताबूत से बहार आ जाता है
51:49लेकिन शौन अब डर क्यों रहा है अब तो यहां पर बाबा है तभी शौन पीछे की तरफ भात करता है जिसके बाद गुली गुली और बाबा पीछे मड़कर देखते हैं
52:01बाबा गुली गुली और शौन से कहते हैं कि तुम तीनों बाहर जाओ और हाँ दर्वाजे को बाहर से बंद कर लेना क्योंकि आज मैं इस ममी का खेल ख़तम कर दूँगा
52:17इधर ममी बाबा की तरफ दौर लगा देती है और ये देखते ही बाबा भी फौरण ममी की तरफ दौर लगा देते हैं
52:29बाबा की बात मानते हुए गुली गुली और शौन कमरे से बाहर आ जाते हैं और दर्वाजे को बाहर से बंद कर लेते हैं
52:47अरे गुली ये शौर कैसा है इसने तो मुझे सोते से जगा दिया गुली ने कहा रॉड इसका मतलब तुम ठीक हो गए हो रॉड कहता है हाँ गुली अगर पहले ये बताओ कि आकर अंदर क्या चल रहा है तभी गुली बताता है रॉड अंदर बाबा और ममी की ख़ड़ाई
53:17ने अंदर जाने दो
53:21अंदर आते ही रॉड चारों तरब देखता है
53:25मगर ये क्या बाबा तो कही पर दिखाई नहीं दे रहे
53:29शौन बोला कि बाबा कहाँ पर है आकर यहाँ इतना सन्नाटा क्यूं है
53:33और तभी
53:37और फिर बाबा ममी को ताबूज में बंद कर देते हैं
53:41तो दोस्तों अगर आपको ये वीडियो पसंद आई है
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53:49और चैनल को सब्स्राइब करके बैल आइकन को दवाना न भूलें
53:53जिससे कि आगे आने वाली वीडियो का नोटिफिकेशन मिल जाए

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