Kaale Jaadu SE Ak Ladki Ko Apne VASH Me Kar Liya Is AADMI Ne _ Movies With Max Hindi(480P)

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Kaale Jaadu SE Ak Ladki Ko Apne VASH Me Kar Liya Is AADM _ Movies With Max Hindi(480P)$#♥️
Transcript
00:00दोस्तो ये कहानी एक ऐसे आदमी क्यों पराधारित है
00:03जो काले जादू से एक लड़की को अपने वश्मे कर लेता है
00:06और फिर दिन रात उसके साथ गलत काम करता है
00:08तो कहानी शुरू होती है और हम एक घुंगे बहरे आदमी बबलू बेताल को देखते हैं
00:12बेगर है और आवारों की तरा इदर उदर भटकता रहता है
00:15उसके पस खाने के लिए भी कुछ नहीं होता
00:17तो वो सडक पर पड़ी हुई चीजो को ही उठा कर खाने लग जाता है
00:20आज भी जब वो सडक पर कच्रा खा रहा था
00:22तबी उसकी नजर सोफिया नाम की एक रड़की पर पड़ती है
00:25जो की बहुत जदा खुपसूरत थी
00:27और बबलू बेताल ने आज तक इतनी खुपसूरत रड़की कभी नहीं देखी थी
00:31अब सोफिया को देखते ही बबलू बेताल उसके पीछे पागल हो जाता है
00:34और किसी पागल कुट्टे की तरह हर जगह उसका पीछा करने लगता है
00:37सोफिया जब चर्च में जाती है तो बबलू बेताल वहां पर भी पहुँच जाता है
00:41और चर्च के बाहर खड़ा होकर उसका इंतजार करने लगता है
00:44इसके बाद जब सोफिया अपने घर वापस आती है तो बबलू बेताल भी उसके पीछे पीछे आ जाता है
00:48आगे वो एक पेड़ पर चड़ता है और पूरे दिन सोफिया को निहारता रहता है
00:52फिर रात होने पर जब सोफिया खिड़की खोल कर बाहर आती है तभी उसको देखकर बबलू बेताल जाड़ियों में छुप जाता है
00:58और वहां से ही गंटों तक उसे गूरता रहता है
01:00दरसल अब बबलू बेताल की जिंदगी का एकी मकसद रह गया था कि उसे किसी भी हालत में सोफिया को घूरी बनाना है
01:06फिर एगली सुबह जब सोफिया हगने के लिए तालाप के पास जाती है तो बबलू बेताल वहां पर भी पहुँच जाता है और उसे हगते हुए देखने रखता है
01:14अगे हगने के बाद सोफिया एक पहाड पर जाती है और घंटो वहां कुछ सोचकर दुखी होती रहती है
01:18दरसल कुछ मैनों पहले ही सोफिया ने अपनी मा को खो दिया था और इसी वज़े से वो उनको याद करके उदास होती रहती थी
01:24फिर उसी राज जब सोफिया अपने घर पर सो रही थी तबी बबलू बेताल उसके कमरे में आ जाता है
01:30पहले तो वो बहुत देर तक उसे गूरता रहता है जिसके बाद वो एक तितली को उसके सरपा रख देता है और फिर उसके पूरे घर में घूमने लगता है
01:37दरसल वो ये देखना चाता था कि सोफिया पूरे दिन अपने घर में क्या क्या करती है और कहा कहा जाती है
01:42अब थोड़ी देर वहाँ पर घूमने के बाद वो वापस भार आ जाता है और जाडियों में जाकर छुप जाता है
01:47अगले दिन वो सोफिया के घर का दरवाजा खट खट आता है तकि सुबह सुबह वो उसकी ले सके पर तभी वो दरवाजा सोफिया का बाप खोलता है
01:54उसको लगता है कि बबलू बेताल कोई बिखारी है इसलिए उसको बबलू बेताल पर दया आ जाती है फिर वो उसे घर के अंदर ले आता है और अपनी मेट से कहता है कि इस बिखारी के लिए कुछ खाना लेकर आओ
02:04एक दुरण बबलू बेताल उसकी लाइब्रेरी में चला जाता है और वहां पर रखी किताबों को चूने लगता है
02:08दरसल वो उसके बाप से कुछ कहना चाता था लेकिन उस भुद्धे को कुछ समझ नहीं आता कि वो उससे क्या कहना चाह रहा है
02:14तब ही बबलू बेताल एक पेपर पर कुछ लिखने लगता है दरसल वो ये बताना चाता था कि मेरे पास जादूई शक्तिया है लेकिन उस भुद्धे को उसकी बात समझ नहीं आती और वो उसे खाना खिलाने के लिए अपने ड्रॉइंग रूम में ले जाता है
02:26महीं पर सोफिया भी बैठी थी जो की काफी उदास लग रही थी अब बबलू बेताल उसके सामने ही बैठ कर खाना खाने लगता है लेकिन सोफिया उसको देखती तक नहीं
02:34इसी दुरण वहाँ पर पॉल नाम का एक लड़का आता है जिसकी कुछी दिनों में सोफिया से शादी होने वाली थी लेकिन सोफिया को पॉल बिलकुल भी पसंद नहीं था और वो उसे शादी नहीं करना चाती थी
02:44अगे पॉल सोफिया से बात करने की कोशिश करता है लेकिन सोफिया उसको इगनोर करती है और जानबूच कर बबलू बेताल की तरफ देखने लग जाती है
02:52इसी दुरण सोफिया का बाप उस पेपर को लेकर आता है जिस पर बबलू बेताल ने कुछ लिखा हुआ था
02:56फिर उसको पढ़ने पर उनको पता चलता है कि बबलू बेताल ने उसमें भविशय में होने वाली बिमारियों के बारे में लिखा था
03:02जैसे की भविशय में कोरोना से बहुत से लोग मरने वाले हैं और मोधी जी पूरे देश में लोगडाउं लगा देंगे
03:07अब ये पढ़ते ही उन सबी की फटकर 64 हो जाती है आगे बबलू बेताल लिखता है कि मैं एक खुपसूरत औरत से शादी करूंगा जो की 15 खुपसूरत बच्चो को जनम देगी
03:16दरसल वो यहाँ पर अपनी और सोफिया की बात कर रहा था लेकिन वही बाकी के लोगों को ये बात समझ नहीं आती और उनको लगता है कि ये तो बस मोधी जी की तरह लंबी लंबी फैंक रहा है
03:25लेकिन तभी अपने जादू का नमुना दिखाने के लिए बबलू बेताल एक चाकू उठाता है और उसे एक अंगुठी में बदल देता है
03:31अब ये देखकर वो सबी लोग घैरान रह जाते हैं कि ये हुआ कैसे तभी बबलू बेताल उस अंगुठी को वापस चाकू में बदल देता है और फिर उस चाकू को सोफिया की तरह पॉंट करने लगता है
03:41लेकिन ये चीज भी वहाँ पर बैठे लोगों में से किसी को भी समझ नहीं आती
03:45अगे बबलू बेताल फिर से कागच पर कुछ लिखता है जैसे कि वो इश्वर की संतान है और वो पैदा नहीं हुआ बलकि धरती फाड कर प्रकट हुआ है
03:53अगे हम देखते हैं कि सुबह होते ही सोफिया बिमार पड़ जाती है जिसको देखकर उसका बाप उसे कहता है कि तुम कमरे के अंदर ही रहना
04:05फिर कुछ देर बाद जब सुफिया खिड़की के पास आती है तो वो देखती है कि बबलू बेताल उसे खिड़की से देख रहा था अब सुफिया भी उसे देखने लगती है पर बबलू बेताल जैसे ही उसकी तरफ आगे बढ़ता है सुफिया डर के मारे उस खिड़की को
04:35उसके कंट्रोल में आने लगती है आगे वो दोनों टेबल पर बैटकर
04:38खाना खाने लगते हैं लेकिन जब सुफिया खाना खाती है तभी
04:41बबलू बेताल उसके खाने में कुछ मिला देता है जिसको खाते
04:44ही सुफिया का उसके शरीर पर से कंट्रोल हटने लग जाता है आगे
04:47वो खड़ी होती है और अपने सारे कपड़े उतार देती है तभी
04:50बबलू बेताल कुट्टे की तरह उसपर तूट पड़ता है और उसके
04:53साथ दबा कर मजदूरी करने लगता है कुछ दिर्बा जब सुफिया
04:56को होष आता है तो वो समझ जाती है कि उसके साथ कुछ तो
04:59गलत हुआ है आगे वो बबलू बेताल को गालियां देकर वहां
05:02से भगा देती है और अपने कमरे में जाकर नहाने लगती है
05:05फिर तैयार होकर वो जैसे ही किचन की सफाई करने आती है
05:08तब भी उसे ऐसास होता है कि वो बबलू बेताल का घोड़ा
05:11फिर से लेना चाती है अब वो ये करना तो नहीं चाती थी
05:14लेकिन फिर भी वो बबलू बेताल के पीछे जाने लगती है
05:17अगे वो दोनों जंगल में होते हुए एक घर में जाते हैं
05:20इस घर में एक चोटा सा परिवार रहता था जिसमें आदमी का नाम जोसफ था
05:23और औरत का नाम मैरी और उन दोनों के एक बेटा और बेटी थी
05:27अगे जब वो दोनों घर के अंदर जाते हैं तो सोफिया कापने लगती है
05:30अब ये देखकर उनको लगता है कि सोफिया की तबयत खराब है
05:33तो वो उसको संभालने लगते हैं
05:35आगे सभी बैटकर खाना खाने लगते हैं
05:37जिस दोरान बबलू बेताल उनको अपना जादू दिखाने लगता है
05:40वही सोफिया बीबी काप रही थी
05:42फिर खाना खाने के बाद वो पती पत्नी उन दोनों को अकेला चोड़कर वहां से जाने लगते हैं
05:46लेकिन तभी सोफिया उनने रोकने की कोशिश करने लगती है
05:49पर तभी बबलू बेताल उसके पास आता है
05:51और अपने जादू से सोफिया को फिर से अपने वश में कर लेता है
05:54अब उसके वश में आते ही सोफिया अपने घुटनों के बल चलने लगती है
05:57जो देखकर बबलू बेताल हसने लगता है
05:59अब ये सब चीजे देखकर मैरी बहुत जदा घबरा जाती है
06:02और उन दोनों से कहती है कि तुमें अभी मेरे घर से बाहर जाना होगा
06:05पर तभी बबलू बेताल मैरी को धंकाने लगता है
06:08और कहता है कि जो हाल इसका हो रहा है
06:10वो ही हाल मैं तेरी बेटी का भी कर सकता हूँ
06:12इसलिए अभी के अभी तुम दोनों दूसरे कमरे में जाओ
06:15अब ये देखकर सोफिया को पता चलता है कि बबलू बेताल गुंगा बैरा नहीं है
06:18और वो बस नाटक कर रहा था
06:20फिर उन दोनों के वाह से जाते ही
06:22बबलू बेताल और मैरी का बेटा सोफिया को उठा कर दूसरे कमरे में ले जाते हैं
06:26अगे बबलू बेताल उस लड़के से कहता है कि इस लड़की के कपड़े उतारो
06:29और इसके पैरों पर मालिश करो
06:32दूसरी तरफ मैरी को बहुत जदा बुरा लग रहा था
06:35और वो जोसफ से कहती है कि वो पागल उस लड़की के साथ बहुत गलत कर रहा है
06:39इसलिए हमें उसे अभी बाहर निकालना होगा
06:41जिसके बाद जोसफ अपने बेटे के साथ मिलकर बबलू बेताल को घर से बाहर फैंक देता है
06:45लेकिन फिर जैसे जैसे टाइम बीटता है
06:47सूफिया की हालत और भी जदा खराब होने लगती है
06:50वो बहुत तेजी से काप रही थी
06:52तो वो लोग उसे कुरसी से बान देते हैं
06:54और उसे होश में लाने की कोशिश करते हैं
06:56लेकिन सूफिया होश में नहीं आ रही थी
06:58वो लोग उस पर पानी भी डालते हैं
07:00लेकिन फिर भी उसे कोई फरक नहीं पड़ता
07:02अब दीरे दीरे वो लोग भी समझ जाते हैं
07:04कि अगर उनोंने इसे ऐसे ही बांद कर रखा
07:06तो इसकी मौत भी हो सकती है
07:08अब आखिर में इने बबलू बेताल को
07:10वापस अंदर बुलाना ही पड़ता है
07:12तभी बबलू बेताल जैसे ही सौफिया के सर पर
07:14आगे ये दोनों एक जंगल में जाते हैं
07:16जहांपर बबलू बेताल ने पहले से ही
07:18आग जला कर रखी थी
07:20सौफिया वहाँ पर बैट जाती है
07:22और बबलू बेताल शिकार पर चला जाता है
07:24थूड़ी दिर बाद वो एक खरगोश को
07:26मार कर लाता है और सौफिया
07:28से कहता है कि खाओ इसे
07:30लेकिन सौफिया इसके लिए मना कर देती है
07:32और वहाँ से जाने लगती है
07:34लेकिन बबलू बेताल को इस से कोई फरक नहीं पड़ता
07:36और वो वही उस खरगोश को पकाता है
07:38और उसे खाने लगता है
07:40फिर थोड़ी देर बाद वो देखता है
07:42कि सौफिया यहां पर वापस आ चुकी है
07:44तबी बबलू बेताल फिर से उस पर अपना जादू करता है
07:46जिसे सौफिया अपना होश को देती है
07:48जिसके बाद वो उसके साथ पूरी राद
07:50दबा कर मजदूरी करता है
07:52फिर एगली सुबह सौफिया की जैसे ही आँख खुलती है
07:54वो भाग कर एक जील के पास जाती है
07:56और अपने आप को साफ करने लगती है
07:58जिसके बाद वो दोनों फिर से आगे बढ़ते हैं
08:00रास्ते में सौफिया बबलू बेताल से
08:02बहुत से सावाल पूछती है लेकिन बबलू बेताल
08:04उसे कोई जवाब नहीं देता
08:06फिर जैसे ही रात हो जाती है बबलू बेताल
08:08फिर से उसकी टांगे उठा देता है
08:10सुबह होते ही सौफिया वहां से भागने लगती है
08:12ताकि वो किसी की मदद ले सके
08:14वहीं बबलू बेताल भी इसका पूरा फायदा उठाता है
08:16और हर रात उसके कुए में अपना पानी भरता है
08:18वहीं सुफिया भी अब उसे किसी बी चीज के लिए मना नहीं करती
08:20क्योंकि उसे पता था कि वो उसे लड़ने लगती है
08:22इसलिए वो बस सही वक्त का इंतजार कर रही है
08:24और जैसे ही उसे मौका मिलेगा
08:26वो इसके पिछवाड़े में डंड़ा देकर यहां से निकल जाएगी
08:28अब वो लोगता है कि यहां से चला जाता है
08:30थोड़ी दिर बात सुफिया भी वापस आजाती है
08:32अब वो लोग जैसे ही आगे बढ़ रहे थे
08:34तब ही कुछ चोर आकर इन पर हमला कर देते है
08:36और बबलू बेटाल का बैग लेकर वहां से भाग जाते है
08:38इसी दुरण बबलू बेटाल को चोट लग जाती है
08:40और वो नदी के पास जाकर अपना पानी लग जाती है
08:42महीं सोफिया भी उसे देख रही थी
08:44और वो ये देख कर सोचने लगती है कि
08:46बबलू बेटाल कोई इश्वर की संतान नहीं है
08:48और इसे भी बाकी लोगों की तरह मारा जा सकता है
08:50तो वो प्रश्वार करती है
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