• 3 months ago
This year, India has taken on the important responsibility of hosting the G20 Summit, a gathering of the top 20 nations with global significance. The G20 is a platform where leaders come together to discuss a wide range of critical issues, including economics, trade, climate change, and sustainable development.India's presidency of the G20 Summit is a momentous occasion. As the host country, India has the privilege of shaping the discussions and setting the agenda, allowing it to advocate for its own priorities on the world stage. In this video, Dhruv Rathee provides insights into the history and workings of the G20 group, shedding light on how India can effectively leverage its role as the host of this year's G20 Summit to make a positive impact on global affairs.

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00:00नमस्कार दोस्तों, ये बात सब जानते हैं कि G20 की प्रेजिडेंशी इस साल एंडिया के पास है
00:05यानि जितनी भी समिट्स और फोरम्स होंगे दुनिया के टॉप 20 देशों के बीच
00:09उन्हें एंडिया के द्वारा होस्ट कराये जाएगा
00:13यो में समिट है यहाँ पर
00:14वो 9 और 10 सेप्टेंबर को होगी नई दिल्ली के प्रगती मेधान में
00:18जहाँ दुनिया के हेड्स और स्टेट्स आएंगे
00:20यानि प्रेजिडेंश और प्राइम मिनिस्टर
00:22लेकिन एक सवाल यहाँ आपके मन में आता होगा
00:24ये G20 होता क्या है?
00:25ये ग्रूब क्यों एकसिस्ट करता है?
00:27इसे बनाने के पीछे क्या मकसद था?
00:29क्यों हर साल ये देश एक दूसरे से
00:31अलग-अलग जिगहें पर मिलते रहते हैं?
00:32आईए समझते हैं आज के इस वीडियो
00:47दोस्तो G20 को समझने से पहले
00:49में समझना पड़ेगा G7 को
00:51क्योंकि G7 G20 से पहले बना था
00:53बात है एरली 1970s की
00:55दुनिया की आर्थिक हालत काफी खराब चल रही थी
00:58वैसे तो इसके पीछे कई कारण थे
00:59लेकिन सबसे बड़ा कारण था
01:011973 की ओयल क्राइसिस
01:03ये क्राइसिस तब शुरू हुई जब आरब देशों ने ओयल पर एक इंबारगो लगाया
01:07उन देशों को तेल बेचना बंद कर दिया
01:09जो इस्राइल के सपोर्ट में थे
01:11मोस्टली वेस्टन कंट्रीज थी है
01:13जैसे की अमेरिका और एउरोप
01:14ये वेस्टन देश मिडल एइश से आने वाले तेल पर बहुत ज्यादर रिलाय करते थे
01:18और इसकी वजय से भारी एकनॉमिक रिसेशन देखने को बिली इन देशों
01:30इनकी सरकारों ने डिसाइट किया अगर इस एकनॉमिक हालत को बहतर करना है
01:35एकनॉमी को वापस ट्रैक पर लाने के लिए हमें साथ में बैठ कर एकनॉमिक पॉलिसीज बनानी चाहिए
01:40इसी के चलते कुछ इंफॉर्मल मीटिंग्स होती हैं अमेरिका के वाइट हाउस में
01:44इन देशों के फाइनांस मिनिस्टर्स के बीच में
01:47अरली 1973 की बात है अमेरिका, फ्रांस, यूके और वेस्ट जर्मनी के फाइनांस मिनिस्टर से एक दूसरे से मिलते हैं
01:53दो साल बाद ये इटली और जपान को भी इंक्लूड कर लेते हैं
01:56और 1975 में होती है पहली G6 की मीटिंग्स
02:00ये फर्स्ट ओफिशल मीटिंग थी, इसके बाद 1976 में कैनेडा भी जोयन कर लेता है
02:05और ये G6 का ग्रूप, G7 का ग्रूब बन जाता है
02:09ये सातो देश अपने समय के सबसे डेवलप्ट देशों में से थी
02:12इनकी एकानॉमीज दुनिया की टॉप एकानॉमीज में से थी
02:15लेकिन इसके लावा भी कई कॉमन चीजे थी इनके बीच में
02:18इन सभी देशों में लिबरल डेमॉकरसीज थी
02:20जो ह्यूमन राइट्स और इंडिविज्वल फ्रीडम जैसी वैलियूस को प्रमोट करती थी
02:24पॉलिटिकली कोल्ड बॉर के समय में ये सारी कंट्रीज वेस्टन ब्लॉक का हिस्सा थी
02:29तो आइडियोलोजिकली भी सेम कह सकते हो और इकनॉमिकली तो अफकोर्स
02:33ये सब ओयल क्राइसिस और रिसेशिन जैसी समस्याओं से जूझ रहे थे
02:37तो में मकसे दिन का यही था साथ में बैटकर इकनॉमिक स्टाटेजीजीज बनाना
02:41सल 1998 में रश्या को भी इस ग्रूप में शामिल कर लिया जाता है
02:45G7, G8 बन जाता है
02:47लेकिन 2014 में जब रश्या ने क्रीमिया को इनवेड किया था
02:51उसके बाद से रश्या को इस ग्रूप से बाहर निकाल दिया गया
02:54इसी रीजन से ग्रूप आज के दिन भी G7 है
02:572020 पर आयें तो इसकी शुरुवात भी एकनॉमिक क्राइसिस की वज़े से ही हुई थी
03:01साल 1997 की एसियन फाइनैंचिल क्राइसिस
03:05साऊथ खोरिया, इंडोनेशिया और थाइलेंड के देशों में इस समय एक भयंकर फाइनैंचिल क्राइसिस आए
03:09इसके बीचे क्या कारण था उसकी बात मैं नहीं करूँगा, टॉपिक से ज्यादा डाइवर्ट हो जाएगा
03:19लेकिन ये क्राइसिस इतनी बड़ी थी कि इसकी वज़े से Hong Kong, Laos, Malaysia, Philippines और कुछ हद तक China, Japan, Singapore, Taiwan और वियत्नाम जैसे देश भी एफेक्ट हुए
03:29देशों में करणसी की वैलियों तेजी से नीचे गिरने लगी, बेरोज़गारी बढ़ने लगी और कुछ देशों में तो दंगे भी देखने को मिली
03:36इसके अगले साल 1998 में रश्या में भी Financial Crisis देखने को मिली
03:41यही कारण था कि रश्या को G7 में इंक्लूड किया गया इस समय पर
03:45लेकिन G7 के और Members ने ये भी Realize किया कि दुनिया समय के साथ साथ और Interconnected बनती जा रही है
03:53Globalization इतना ज्यादा देखने को मिल रहा है कि किसी एक देश में प्रॉबलम होती है तो उसका असर बाकी देशों पर भी पड़ता है
03:59इसलिए अगर पूरी दुनिया में हमें Economic Stability लानी है और भारी Recessions को होने से रोकना है
04:05तो हमें दुनिया की जो Emerging Economies है उनके साथ भी साथ में बैठ कर Action Plans बनाने होंगे
04:11तो 26 सब्टेंबर साल 1999 में G7 की Finance Ministers की Meetings के दुरान G20 Group की स्थापना करी जाती है
04:19वैसे यहां मैं कहना चाहूँगा कि अगर कोई Concept आपको मेरे वीडियो में नहीं समझ आता है
04:23तो ChatGPT का इस्तिमाल करके देखो बहुत मदद मिलेगी
04:27मैं रोज ChatGPT का इस्तिमाल करता हूँ और सच में यह आपकी Efficiency को Next Level तक ले जा सकता है
04:32अपने काम के अलग-अलग Aspects में मैंने अपनी Efficiency और Productivity को एक जबर्दस तरीके से बूस्ट किया है ChatGPT का इस्तिमाल करके
04:39और इनी अनोखे तरीकों और Use Cases को आपको समझाने के लिए मैंने एक 4.5 गंटे का कोर्स भी बनाया है ChatGPT पर पूरा हिंदी में
04:47जिन लोगों ने इस कोर्स को लिया है उन्हें बहुत useful लगा है स्क्रीन पर Reviews देख सकते हो
04:51और जो लोग अपनी जिन्दिकी में अभी तक भी AI Chatbots का इस्तिमाल नहीं कर रहे हैं उन्हें नहीं पता कि वो क्या miss out कर रहे हैं
04:57लेकिन आपके बास अभी भी chance है अगर आप join करना चाहते हैं एक special offer है इस कोर्स पर आपको 40% off मिलेगा कूपन कोड इस्तिमाल कीजिए G40, G20 नहीं G40
05:08आप में से पहले 400 लोगों के लिए इस QR Code को scan कर सकते हैं या फिर link नीचे description और pinned comment में भी मिल जाएगा
05:15जल्दी से जाकर चेक आउट कर सकते हैं और अब G20 पर वापस आते हैं इस group में यह developed countries, developing countries को भी include कर लेती हैं लेकिन सवाल यह कि इस G20 में किन देशों को रखा जाये और किन देशों को नहीं रखा जाये
05:27सबसे पहला criteria यह होता है कि जो G7 के members हैं वो तो रहेंगे ही रहेंगे उसके बाद यह देखा जाता है कि दुनिया के सबसे बड़े देश कौन से हैं जो सबसे बड़ी economies को handle कर रहे हैं
05:38इसके basis पर चाइना, इंडिया, ब्राजील, साउथ आफ्रिका और रशिया को include कर लिया जाता है
05:43फिर देखा जाता है कि regionally सबसे बड़ी powers कौन से हैं
05:47क्यूंकि दुनिया के हर एक region का कोई ना कोई representation होना ज़रूरी है
05:50इसी reason से एशिया में इंडिया और साउथ कोरिया
05:53साउथ अमेरिका से ब्राजील और अरजिंटीना, नौर्थ अमेरिका से मेक्सिको
05:57ओशेनिया के reason से उस्ट्रेलिया, मिडलीश्ट के region से साउधी अरेबिया और टरकी
06:02और इरोप में G7 के देशों के इलावा पूरे इरोप को represent करने के लिए
06:06European Union को as a whole consider कर लिया जाता है
06:09तो आज के दिन G20 में 19 देश हैं और एक European Union हैं
06:13मोटे-मोटे तोर पर आप कह सकते हो कि ये 20 देश दुनिया के top 20 देशों में से हैं
06:19ना सिर्फ पॉलिटिकली, एकनोमिकली बल्कि मिलिटरी वाईज ये पॉपिलेशन वाईज भी देखो तो
06:24अब इंटरेस्टिंग चीज ये है क्योंकि G20 को बनाने के पीछे असली मकसद सिर्फ financial crisis से डील करना था
06:29तो ये G20 group की meeting सिर्फ इन देशों के finance ministers और central bank governors के बीच में होती थी
06:36कई सालों तक ऐसे ही होते रहा जब तक साल 2008 की global financial crisis नहीं आ गई
06:53तब इन देशों ने realise किया कि हमें और seriously meeting करनी चाहिए
06:57सिर्फ हमारे finance ministers ही नहीं बलकि हमारे देशों के presidents और prime ministers को भी मिलना चाहिए
07:02हम सब देशों के बीच में cooperation एक next level पर होनी चाहिए अगर हमें ऐसे financial crisis को रोकना होता है
07:08इसलिए दोस्तो पहली G20 leaders की जो official summit होती है वो 2008 में ही होती है
07:13यह पहली summit एमेरिका में बिठाई गई थी जिसमें सारे देश मिलकर decide करते हैं कि अपने बीच के trade barriers नीचे गटा देंगे
07:20spending बढ़ाएंगे इन total 4 trillion dollars ये खर्च करेंगे ताकि सभी की economies को revive किया जा सकें
07:28टोटल में ये G20 के सारे देश मिलाकर global GDP में 85% contribute करते हैं
07:3475% से ज़्यादा global trade इन देशों में होती है और 2 तिहाई से ज्यादा दुनिया की population यहां रहती हैं
07:41साल 2008 के बाद से हर साल G20 की summit हुई है और हर साल ये अलग-अलग देशों में होती है
07:47इन G20 meetings में जो agenda बिठाय जा रहा है और जो काम हो रहा है उसे smoothly चलाने के लिए एक Troika system का इस्तिमाल किया जाता है
07:55Troika में 3 देश साथ में मिलकर काम करते हैं
07:57Current G20 President, पिछले साल का G20 President और आने वाले साल का G20 President
08:03पिछले साल इंडोनेशिया में हुई थी G20 की summit इस साल इंडिया में और 2024 में ब्राजील में होगी
08:08तो इंडोनेशिया, इंडिया और ब्राजील त्रोइका countries हैं
08:11G20 की जो presidency है ये एक rotational basis पर काम करती है
08:14जो 20 members हैं G20 के हर साल एक अलग member को president बनाया जाता है
08:20मीडिया में सुनकर आपको लगेगा कि ये बहुत बड़ी achievement हो सरकार की
08:23कि G20 इस साल इंडिया में आ गया है
08:25लेकिन ये part of the process है
08:27इस साल नहीं तो अगले साल इंडिया में G20 की summit होनी ही थी
08:30अगर आप list देखो 2008 की पहली summit से लेकर
08:33तो ये 18th G20 summit है
08:36सिर्फ अमेरिका ऐसा देश है जहांपर दो बार ये summit host करी गई है
08:392008 और 2009 में उसके पीछे कारण हो सकता है कि
08:42जो 2008 की financial crisis थी वो अमेरिका में ही शुरू हुई थी
08:45लेकिन उसके बाद से हर देश को एक-एक करके बारी मिली है
08:492009 से अगर आप देखना शुरू करो
08:51फिर कैनेडा, साथ कोरिया, फ्रांस, 2012 में मेकसिको, 13 में रशिया, फिर उस्ट्रेलिया, टर्की, चाइना, जर्मनी, अर्जंटीना, जपान, साऊधी अरेबिया, इटली, इंडोनेशिया, और 2023 में इंडिया
09:04सिरफ दो ही मेंबर्स बचे हैं G20 के जहांपर कोई G20 समिट नहीं हुई है, ब्राजील और साऊथ आफ्रिका
09:09और इसलिए अगले साल ब्राजील में होगी, 2024 में और 2025 में साऊथ आफ्रिका में होगी
09:15उसके बाद ये ओडर दुबारा से रिपीट होना शुरू हो जाएगा, 2026 में USA से
09:19अगर ये पैटन ऐसे ही चलता रहा, तो अगली G20 समिट इंडिया में 2042 के अरांड होगी
09:25अब इन 20 देशों के लावा, कुछ गेस्ट कंट्रीज को भी इंवाइट किया जाता है G20 समिट में
09:30जैसे कि स्पेइन के पास तो पर्मनेंट इंविटेशन है इन समिट्स का
09:33इसके लावा, होस्ट कंट्रीज भी बाकी देशों को इंवाइट कर सकती हैं
09:36तो इस साल इंडिया ने 9 और देशों को इंवाइट किया है
09:39मॉरिश्यस, नेदरलेंड, नाईजीरिया, सिंगापूर, स्पेइन, यूएई, बांगलादेश, इजिप्ट, और ओमान
09:45और इसके लावा, पर्मनेंट गेस्ट लिस्ट में कुछ और बड़े इंस्टिटूशन्स भी शामिल हैं
09:50जैसे की आफ्रिकन यूनियन, यूनाइटिड नेशन्स, डब्लूहो, डब्लूटियो, आईमफ, और एसियान की चेर कंट्रीज
09:57इंटरेस्टिंग चीज नोट करने वाली ये है कि हालक ही G20 का में पर्पस अभी भी इंटरनाशिनल, फाइनाशिल, स्टेबिलिटी प्रमोट करना है
10:05लेकिन ओवर दे येर्स एक कई और मेजर इशुस को अड्रेस्ट करने लगा है
10:09जैसे कि क्लाइमेट चेंज से फाइट करना या सस्टेनेबल डेवलप्मेंट को प्रमोट करना
10:13लेकिन बाकी और इशुस को अड्रेस्ट करने में प्रॉबलम्स ही आई हैं कि ये 20 बड़े देश
10:17इन सब देशों की अपनी फॉरण पॉलिसीज हैं, अपनी प्रयारिटीज हैं, अपने अजेंडा हैं
10:22और किसी भी इशु को लेकर ये सारे 20 के 20 देश एगरी कर पाएं, ये बहुत मुश्किल होता है
10:28यही कारण कि चाइनीज प्रेज़ेडन्ट जी जिंपिंग नई दिल्ली में हो रही इस में मीटिंग को अटेंड नहीं करेंगे
10:33और इसी रीजन से G20 की एक टूरिजम मीटिंग जो कुछ महिने पहले श्रीनगर में हुई थी
10:37उसे चाइना और साऊधी एरेबिया ने बॉयकॉट किया था
10:40इसके लावर, रश्यन प्रेज़ेडन्ट ब्लाडिमिर पूटिन भी दिल्ली में हो रही इस में मीटिंग में नहीं आएंगे
10:45क्योंकि उनकी खिलाफ एक अरेस्ट वारंड जारी है
10:47जब से रश्यन ने उक्रेन देश को इंवेट किया है
10:50इससे आपको बदा चलता है कि मीटिंग्स में लिए जाने वाले फैसले इंडिविज्वल लीडर्स पर भी कितना डिपेंड करते हैं
10:552016 की फेमस पैरिस क्लाइमेट एग्रीमेंट को डॉनल्ड ट्रॉम्प ने साइन नहीं किया था
11:00जब जो बाइडन प्रेज़ेडिन्ड बने तो इसके बाद ही इसे साइन किया गया था
11:09इससे ये भी पता चलता है कि क्लाइमेट चेंज जैसे मुद्धों पर भी इन 20 देशों के बीच में एक कंसेंसिस बनाना आसान नहीं है
11:16इस साल के G20 में एंडिया ने वसुदेव कुटुंबु कम की थीम सेट करी है
11:20और Green Development और Sustainable Development गोल्स जैसे चीजों को महत्व दिया है
11:25इसके साथ साथ Digital Public Infrastructure और Women Led Development पर भी फोकस रखा गया है
11:30अब आप सोचोगे कि इन सारे इशुस को डिसकस करने का टाइम कहां पर है
11:34G20 की मीटिंग तो सिर्फ 2-3 दिन तक चलनी है
11:37यहाँ मैं आपको बताना चाहूँगा दोस्तों कि G20 की जो में समिट है
11:41सिर्फ वही 2 दिन चलती है
11:42जिसे Summit of State Leaders कहा जाता है
11:44लेकिन इसके एलाभा बहुत सारी और Summits होती हैं G20 में
11:48जैसे की Minister Level Summits
11:50जहांपर इन 20 देशों के Finance Ministers साथ में मीटिंग करते हैं
11:54या फिर Health Ministers या Agriculture Ministers साथ में मीटिंग करते हैं
11:58इस ग्राफिक में आप देख सकते हो कि
12:0022nd जुलाई को Energy Ministers की मीटिंग होई थी
12:0221 जुलाई को Labour and Employment Ministers की मीटिंग होई थी
12:0526 ओगस्ट को Culture Ministers की मीटिंग होई थी
12:08और इन सब मीटिंग की Locations भी अलग-अलग हैं
12:10जैसे कि Culture Ministers की मीटिंग वारन-असी में होई थी
12:13Energy Ministers की मीटिंग Goa में होई थी
12:15और Labour and Employment Ministers की मीटिंग Indore में होई थी
12:18और Ministers के लावा अलग-अलग Engagement Groups भी बने होए हैं G20 में
12:22जैसे कि B20, Business Groups की मीटिंग के लिए
12:25C20, Civil Society की मीटिंग के लिए
12:28W20, Women's के लिए
12:29Y20, Youth 20 मीटिंग के लिए
12:32और T20 भी
12:35क्रिकेट वाला नहीं, Think Tanks की मीटिंग के लिए
12:38इन 20 देशों के Think Tanks एक दूसरे से मिलें
12:40इसके लावा 3rd से 6th September की बीच में एक Sherpa मीटिंग भी होगी
12:44Sherpa वैसे नेपाल में रहने वाले
12:46Nomadic Tribe के लोगों को कहा जाता है
12:48लेकिन यहाँ पर Sherpa का मीनिंग है
12:50हर एक G20 लीडर का एक personal representative
12:54उसे Sherpa कहा गया है
12:55मतलब हर एक देश के लिए एक इंसान main point of contact होगा
12:59जो अपने देश की बात आगे रखेगा
13:01तो main meeting से पहले यहाँ इन Sherpas की भी meeting होती है
13:05बहुत कुछ है यहाँ जानने को
13:06मैं उमीद करता हूँ आपको एक अच्छा एडिया मिल गया होगा
13:09अब G20 और G7 के बारे में
13:12यह वीडियो पसंद आया तो यहां क्लिक करके
13:14क्यूबा मिसाल क्राइसिस वाला वीडियो देख सकते हो
13:16अमेरिका और रश्या के बीच में
13:18जियो पॉलिटिक्स और इतिहास को बहतर समझने के लिए
13:21बड़ा ही दिल्चास वीडियो है
13:22कोर्स को डाउनलोड करने का लिंक नीची डिस्क्रिप्षिन मिल जाएगा
13:25बहुत-बहुत धन्यवाद

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