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रक्षा बंधन की कहानी | Raksha Bandhan Kahani | Tuni Chidiya Wala Cartoon | Hindi Kahani
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Transcript
00:00कू, कू, कू, कू,
00:02जंगल में
00:04खुशों का समा था, क्योंके
00:06जंगल में रक्षा बंदन का
00:08तुहार चल रहा था.
00:10कू, कू, मैं और मेरी ममा गल मेरे
00:12मामा जी के घ़र जा रहे हैं,
00:14वहाँ मेरी ममा मेरे मामा जी को
00:16राखी बान देंगी, और
00:18मेरे ममा जी हर बार हमें
00:20इतने सारे गिफ्स देते हैं.
00:22जगू,
00:24मैं और मेरी ममा भी घ़र जाएंगे
00:26मेरे ममा जी के घ़र.
00:28क्या तुम्हारे ममा जी ने बुलाया है?
00:30नहीं,
00:32बुलाया थो नहीं है,
00:34मगर ममा कहती है कि इस बार
00:36तुम्हारे ममा जी ने बुलाया है.
00:38रात को कूकू
00:40अपनी ममा के साथ लेटा हुआ था,
00:42और उसकी बहन गुरिया,
00:44दूसरे गौंसले में.
00:46ममा, हमारे ममा जी भी हमें दोफ़े देंगे,
00:48जगू ने बताया है,
00:50कि जगू के ममा उन्हें
00:53बेटा, बेहने अपने भाईयों के घर चीजें लेने थोड़ी जाती हैं,
00:58वो तो भाईयों का प्यार होता है,
01:00अगर कुछ दे दें तो.
01:02ममा, सबके ममा मिलने आते हैं,
01:04मगर हमारे ममा जी
01:06कभी हमारे घर नहीं आए.
01:08हाँ बेटा,
01:10आपके जाइदात की तक्सीम हुई है,
01:12आपके ममा जी ने तो मिलना ही छोड़ दिया.
01:14अच्छा आप सो जाओ,
01:16कल हम सुभार सेवेरे ही निकल जाएंगे.
01:18पती जी, कर रक्षा बंदन है,
01:20कहीं ऐसा नहोग के पिछली बार की तरहां,
01:22वो तुम्हारी बेहन,
01:24फिर से मुझ उठा कर यहां चली आए.
01:26घर और जाइदा से,
01:28मैंने उसका हिसा उसे दे दिया हुआ है.
01:30अब उसका यहां क्या काम है?
01:32अगर आए भी,
01:34तो सीधे मुझ बात ना करना,
01:36खुद ही चली जाएगी.
01:38मुझे अच्छे से मालूम है,
01:40क्या करना है, तुम चिंता ना करना.
01:42अगर इस बार तुम्हारी बेहन,
01:44मुझ उठा कर चली आए,
01:46तो ऐसी सेवा करूँगी उसकी,
01:48कि सारी उम्र याद रखेगी.
01:50सुभाग हो जाती है,
01:52बच्चे उठ गे थे.
01:54बच्चो अभी रास्ते में,
01:56आपके मामा जी के लिए राखी भी लेनी है,
01:58याद रखना.
02:00मम्मा, मैधी के पास,
02:02कभूतर चाचा ने,
02:04राखियों का स्टार लगाया हुआ है,
02:06हम कभूतर चाचा से राखी ले लेंगे.
02:08वो सब अपने घर से निकलते हैं,
02:10बच्चे आगे आगे थे,
02:12मम्मा से पहले ही बच्चे,
02:14कभूतर चाचा की दुकान पर पहुँँ जाते हैं.
02:16बच्चो, क्या लेना है?
02:18वो बीचे हमारी मम्मा आ रही है,
02:20मा जड़िया भी पहुँँ जाती है.
02:22बच्चो, आप तो इतना तेस उड़ते हो,
02:24मैं ठक गई, थोड़ा आहिस्ता आहिस्ता उड़ा करो.
02:26लगता है आज बच्चे अपने मामा जी के पास जा रहे है,
02:28तब ही तो इतनी तेस उड़ान है इनकी.
02:30हाँ, कभूतर भाईया,
02:32अच्छा, वो वाली राकी थोड़े
02:34लगता है आज बच्चे अपने मामा जी के पास जा रहे है,
02:36तब ही तो इतनी तेस उड़ान है इनकी.
02:38हाँ, कभूतर भाईया,
02:40अच्छा, वो वाली राकी थोड़े
02:42लंबे धाग्ये के साथ दे दे मुझे.
02:44इस बार गोरी कवी भी अपने भाई के घर गई है,
02:46पिछली बार तो उसके सारे भाई यहाँ ही आगे थे.
02:48कभूतर चाचा बात करते करते,
02:50चिरिया को राकी दे दोता है.
02:52ममा चिरिया पैसे देती है,
02:54और वो सब फिर से उड़ते हैं.
02:56रास्ते में मैना की दुकान थी,
02:58ममा चिरिया वहाँ रुकती है.
03:00ममा, यहाँ से क्या लेंगे हम?
03:02बेटी, मैंने सोचा है,
03:04आपकी मामी के लिए एक सारी ले जाते हैं,
03:06खुश हो जाएगी देखकर.
03:08ममा, मकर मामी कभी खुश नहीं होती.
03:10पिछली बार भी मामी ने
03:12मेरे कान पर धपड मारा था.
03:14मैंने बहुत अच्छे अच्छे खाने बनाए हैं भाई,
03:16आप शाम से पहले ही आजाना.
03:18मेरी चंदा बहन,
03:20मकर इस बार मेरे पास तुम्हे देने को कुछ नहीं है.
03:22भाई, फिर वही बात करेंगे.
03:24मैंने बहुत अच्छे अच्छे खाने बनाए हैं भाई,
03:26भाई, फिर वही बात करेंगे.
03:28मैंने बहुत अच्छे अच्छे खाने बनाए हैं भाई,
03:30आप शाम से पहले ही आजाना.
03:32मेरी चंदा बहन,
03:34मकर इस बार मेरे पास तुम्हे देने को कुछ नहीं है.
03:36मेरी चंदा बहन,
03:38मकर इस बार मेरे पास तुम्हे देने को कुछ नहीं है.
03:40मेरी चंदा बहन,
03:42मकर इस बार मेरे पास तुम्हे देने को कुछ नहीं है.
03:44भाई, फिर वही बात करेंगे.
03:46मुझे किसी चीज की जरूरत नहीं है,
03:48बस तुम आ जाना,
03:50मुझे किसी चीज की जरूरत नहीं है,
03:52बस तुम आ जाना,
03:54मुझे किसी चीज की जरूरत नहीं है,
03:56बस तुम आ जाना,
03:58मुझे किसी चीज की जरूरत नहीं है,
04:00बस तुम आ जाना,
04:02मुझे किसी चीज की जरूरत नहीं है,
04:04बस तुम आ जाना,
04:06मुझे किसी चीज की जरूरत नहीं है,
04:08बस तुम आ जाना,
04:10मुझे किसी चीज की जरूरत नहीं है,
04:12बस तुम आ जाना,
04:14मुझे किसी चीज की जरूरत नहीं है,
04:16बस तुम आ जाना,
04:18मुझे किसी चीज की जरूरत नहीं है,
04:20बस तुम आ जाना,
04:22अगर इन्हें घर के अंदर ले आई,
04:24तो मिन्टों में सारे खाने चट कर जाएंगे।
04:26गुढिया और कूकू की मामी,
04:28आधा दर्वाजा खोल कर,
04:30बाहिर मू करती है।
04:32तुम्हारा भाई घर में नहीं है।
04:34चंदा कैसी हो?
04:36कल, कर रक्षा बंदन है न?
04:38इसलिए मैं बचों को लेकर यहां चली आई।
04:42पिछली बार भी तुम्हारे भाई ने
04:44तुम्हें यहां आने से मना किया था।
04:46भूलके क्या?
04:48जब जायदा से बांड बांड कर हिसा ले रही थी,
04:50तब भाई याद नहीं था तुझे।
04:52मेरे घर में मेहमान आ रहे हैं।
04:54अभी दिन ख़ड़ा है।
04:56जाओ तुम वापिस चली जाओ।
04:58ये सुनकर ममा चुडिया बहुत दुखी हो जाती है।
05:02बच्चे सुभासे बहुत खुश थे।
05:04बचों की खुशियों के लिए मैं चली आई।
05:08मगर ममा चुडिया की भाबी दर्वाजा बंद कर देती है
05:12और अंदर से बोलती है
05:14मेरा भाई आने वाला है
05:16मैं उसके लिए खाने बना रही हूँ
05:18मुझे अब डिस्टर्ब ना करना।
05:20या उदास होकर बच्चों को लेती है
05:22और थोड़ी दूर एक पेड की डाल पर बैठ जाती है
05:45गुर्या और कूकू बचे थे
05:47घर से आने वाली खानों की खुश्बू
05:49गुर्या और कूकू की भूग और भी बढ़ा रहे थे
05:54थोड़ी देर बाद गुर्या और कूकू का मामा भी आ जाता है
05:59उसके पास प्लास्टिक बैग में फल थे
06:02मामा जी आ गे, मामा जी आ गे
06:05बच्चे भाकर दर्वाजे के पास चाकर बैठ जाते हैं
06:09तुम तुम अकेले यहां मा कहा है तुम्हारी
06:12मा वो बैठी हुई है, मामा जी मामा जी
06:16मामी जी ने हमें घर में नहीं आने दिया
06:19तो फिर क्यों तुम्हारी मा तुम्हें उठा कर लियाती है आई रोस
06:23जाओ, अपनी मा के पास जाओ
06:25ये सुनकर बच्चे रोने लग जाते हैं
06:28गुर्या कूकू से बड़ी थी
06:30बहत हो गया कूकू भाई
06:32अब हम अपनी मम्मा की और बेज़ती बरदाश नहीं करेंगे
06:36कूका ममा घर में चला जाता है
06:39और बच्चे अपनी मम्मा के पास
06:43मम्मा सामान उठाये और घर चले
06:46बेड़ा क्या कहा आपके ममा जी ने
06:49मम्मा अब दुबारा हम कभी भी यहां नहीं आएंगे
06:53मम्मा छड़िया बोजल दिल के साथ सारी जीने लेकर वापिस चली जाती है
06:59मम्मा छड़िया ठकी हारी अपने घर पहुंझाती है
07:04मम्मा छड़िया की आँखों में आन्सू धे
07:07मम्मा अगर ममा मामी को हमारा ख्याल नहीं है
07:10तो हम क्यों ममा जी के लिए रोएं चुप कर जाएं
07:14उनके घर के दर्वाजे पर दस्तक होती है
07:18कूकू दर्वाजा खोलता है
07:21आपकी मम्मा घर में हैं
07:23जी अंकल आप अंदर आ जाये
07:26हर्याली दोदी और मिठु दोदा उनके घर आती हैं
07:30मिठु दोदा आते ही रोने लग जाता है
07:34प्राणो मेरी कोई बहन नहीं है
07:37मैं आपको ही अपनी बहन समझता हूँ
07:39ये कुछ चीजे मैं आपके लिए लाया हूँ
07:42और ये लाल साडी मैंने स्पेशल आपके लिए बनारा से मंगवाई है
07:47मिठु भाई आँ मेरा कितना खियार लगते हैं
07:50रक्षा बंदन पर बहन और भाई का रिष्टा और भी मज़बूत होता है
07:55क्या मेरी बहन मेरे राकी नहीं बांदे की
07:58क्यों नहीं
08:00फिर अपने आँसू साफ कर देविये ममा जड़िया मिठु के पंख पर राकी बांद दी है
08:06और हर्याली दोटी बचों को अपने गले से लगा लेती है
08:10ये वो रिष्टा था जो खून का तो नहीं था
08:14मगर प्यार और एहसास का था
08:17अगर प्यार और एहसास नहो तो खून के रिष्टे भी किसी काम के नहीं होते
08:28जंगल में रक्षा बंदन का तेहवार आने वाला था
08:31उस कारण सभी पक्षी पहुत खुश थे
08:34कूकू आज मैं और मेरी मम्मा मेरे मामा जी के हाँ जा रहे हैं दूसरे जंगल
08:40और वहाँ मेरी मम्मा, मेरी ममा..जी को रखी बानदेंगी
08:44और मेरे मम्मा..जी, मेरी मम्मा को अच्छे अच्छे गिफ्ट देंगे
08:48फिर तो आपको बहुत मजा आएगा
08:51परन्तू तमारा तो कोई मामा है ही नहीं, आप कहा जाओगे।
08:55ऐसा कहते हुए चगू गव्वा वहाँ से चला जाता है।
09:00और फिर छोटा चिडिया का बच्चा भी अपने घट चला जाता है।
09:04मम्मा, रक्षा बंदन का देहवार क्या होता है।
09:08बेटा, रक्षा बंदन के देहवार पर बेहने अपने भाईयों को राखी बानती हैं।
09:14मम्मा, क्या आपका कोई भी नहीं है, आपका कोई भाई नहीं है।
09:18मेरे पास मेरा बेटा जो है, मेरे लिए मेरा बेटा ही सब कुछ है।
09:23आज आप नदी से चल्दी क्यूं आगे।
09:26मम्मा, मैं जग्गू से खेल रहा था, कि जग्गू ने बताया कि वो अपनी मम्मा के साथ अपने ममा जी के हाँ जा रहे हैं।
09:34रक्षा बंदन का देहवार मनाने के लिए।
09:37चल भी जग्गू, जल्दी जल्दी से त्यार हो जाओ, हमें शाम से पहले पहले पोनचना है, मेरा भाई मेरा इनतजार कर रहा होगा।
09:46और मेरे लिए भी अपनी मा के जंगल से लडू लाणा ना भूलना।
09:50ले आओंगी, ले आओंगी लडू भी, तुम्हें तो हर समय लडू खाने की ही चिन्ता रहती है।
09:56मम्मा, जाते जाते कुकू से मिलकर जाएंगे।
09:59मम्मा, जब मैंने बताया कि मैं मम्मा के साथ रक्षा बंदन मनाने जा रहा हूं, तो वो बहुत तुखी हो गया था।
10:07फिर गोरी कवी और उसका बेटा वहाँ से उड़ते हैं।
10:11वो जाते जाते चिरिया के पास रुकते हैं।
10:14चिरिया, अफ़सोस, तुम्हारा तो कोई भाई है नहीं, अगर होता तो तुम भी आज रक्षा बंदन मनाने जाती।
10:22मेरा बेटा ही मेरा सब कुछ है, मैं अपने बेटे के साथ ही सभी तेहवार मनाती हूं।
10:28तुम्हारा तो कोई भी नहीं है, बहुत मनहूस हो तुम चिरिया, मैं तो कहती हूं नधी में डूब कर मर जाओ।
10:35ना तुम्हारा पती, ना तुम्हारा भाई, ना तुम्हारा बाप, ना तुम्हारी मां एक इस बेटे के सहारे कैसे जीओगी।
10:43गोरी बहन, मैं अपनी जिंदगी में बहुत खुश हूं, और आप हर समय ऐसी बातें करके मुझे दुखी ना किया करें।
10:51फिर गोरी कव्वी चिरिया से ऐसी जली कर्टी करने के बार वहां से चली जाती है।
10:57तोते यार, चिरिया का कोई भई नहीं है।
11:00क्यों न, इस बार हम चिरिया के साथ रख्षा बंधन का तेहवार मनाएं.
11:04और चिरिया मुझे भई तो समझती ही है।
11:07यार, चिरिया आपको अपने भई की तरहां ही बियार करती है,
11:11इसलिए आपको भी चाहिए कि अपनी चुड़िया बहन के लिए
11:15कोई अच्छा सा गिफ्ट खरीदो।
11:17मेरे पास इतने पैसे तो हैं
11:19कि मैं चुड़िया के लिए चांदी के कंगन ले सकूँ।
11:22और राखी मैं ले आउंगा।
11:25ऐसा सोचकर कबूतर और तोता शहर के बाजार को जाते हैं
11:30भाई जी मुझे अच्छे वाले खालिस चांदी के कंगन तो दे दे।
11:35ये कंगन बहुत अच्छे हैं
11:37चांदी के जरूर हैं
11:38परन्तु सोने के कंगन से जादा सुन्दर दिखते हैं
11:42तोता भी राखी खरीद लेता है
11:45और फिर वो दोनों वापिस आ जाती हैं
11:48हम कल चड़िया बहन को सरपराईश देंगे
11:51चड़िया ये सब देख बहुत खुश होगी
11:54जंगल में रात भी हो जाती है
11:57मम्मा मुझे बताये ना आपके भाई कहां गे
12:01मुझे जकु ने बताया कि मेरे भी मामा जी होते थे
12:05कुकु बेटा तो सुनो ये तब की बात है
12:08जब मैं बहुत चोटी थी
12:10मैं और मेरा भाई अपने घर से निकले
12:13हम नदी पर पानी पीने जा रहे थे
12:15मैंने पानी पी लिया था
12:17और जब मेरा भाई पानी पीने लगा
12:20तो उस जालम शीकारी ने तीर मार कर
12:23मेरे भाई को मार दिया
12:24मैं बहुत रोई, बहुत रोई
12:27परन्तु मेरा भाई खोन में लदबद कुछ भी ना कर सका
12:31और वो शीकारी मेरे भाई को उठा कर
12:34अपने साथ ले गया
12:36मम्मा, मम्मा, आप तो रोने लगें
12:39मम्मा चुप कर जाएं
12:40मैं फिर कभी आप से ऐसा सवाल नहीं करूंगा
12:44नहीं कुकु बेटा, कल रक्षा बंदन है ना
12:47मुझे भी अपने भाई की बहुत याद सता रही थी
12:51ऐसे वो मां बेटा सो जाते हैं
12:54दूसे रोज रक्षा बंदन का तहवार था
12:57गोरी कवी अपने भाई को राखी बानती है
13:01ये राखी मैं अपने भाई के लिए
13:04सबसे महंगी दुकाउं से खरीद कर लाई थी
13:07सदा खुश रहे मेरा भाई, जुग जुग जिये
13:10और मेरी बहन भी
13:12ये कंगन खाले सोने के हैं
13:14ये भी मैंने बहुत मेहनस से चुराएं हैं
13:18अपनी बहन के लिए
13:19चील के घर से चुराएं हैं
13:21आज रात ही मैं गया था
13:23अपनी बहन जी के लिए कंगन चुराने
13:27देख लो जगू, कैसे आपके मामा जी ने
13:30अपनी बहन के लिए इतनी बड़ी चोरी की
13:33कैसे प्यार करते हैं आपके मामा जी मुझसे
13:36मम्मा, मम्मा
13:38मैं भी कुछ दिन मामा जी के पास रहकर
13:41चोरियां करना सीख लूँगा
13:43अभी तुम चोटे हो
13:45और ये काम तो तुम्हें तुम्हारे पापा भी अच्छे सीखा देंगे
13:49और मम्मा, पापा के लडू
13:52गोरी बहन, लडू तो मैं नहीं ला सका
13:55तुम्हें तो पता है, पैसे तो मेरे पास होते नहीं
13:59माल ही चुराना होता है
14:01इसलिए लडू किसी से भी ना चुरा सका
14:04ये कंगन ही बहुत है भाई
14:07लडू मैं अगली बार ले जाओंगी
14:09तुम्हारे चीजा जी को बहुत पसंद है माझी के जंगल के लडू
14:13चल भी जगू, जा कर देखें
14:16वो चोटी चुडिया कैसे मना रही है रकशा बंदन
14:19मम्मा, मम्मा, वो तो अपने बेटे कुकु को ही राखी बान देंगी
14:25और कैसे मनाएंगी
14:27ऐसे गोरी कवी वापिस अपने जंगल के लिए उड़ती है
14:31कुकु और उसके मम्मा उदास होकर नदी पर बैठे हुए थे
14:36कि वहां कभूतर और तोता आ जाते हैं
14:39चुडिया बहन, आप यहां बैठी हैं
14:41मैं आपको घर से देख कर आया हूँ
14:44परन्तु चुडिया खामोश थी और वो रो रही थी
14:48चुडिया बहन, आप रो क्यों रही हैं
14:51अंकल, आज रक्षा बंदन है और मम्मा का कोई भाई नहीं है
14:55बस इसलिए मम्मा राज से रो रही है
14:58राणो बहन, आप मुझे कभूतर भेया भी कहती है
15:02और फिर भी ऐसा कहती है कि आपका कोई भाई नहीं है
15:06हमारा खोन का कोई रिष्टा नहीं है
15:09बरंतू जो रिष्टा हमारा आपकी साथ है
15:12वो खोन के रिष्टों से भी कीमती और मजबूत है
15:16ये ले राखी और बांधे अपने भाईयों के
15:19मैं हूँ आपका कभूतर भाई
15:21और मैं मिठो भाई
15:23ये सब देख चिड़िया बहुत हैरान थी
15:26मुझे माफ करना मेरे भाईयो
15:29मुझे नहीं बता था
15:30कि मेरे कभूतर और तोता भाई
15:33इस रक्षा बंदन के तहवार पर
15:35मुझे अकेला नहीं छोड़ेंगे
15:37फिर चिड़िया कभूतर और तोते को राखी पहनाती है
15:41और ये गंगन चांदी के जरूर है
15:44परन्तु इन में हमारा प्यार सोने से भड़ कर है
15:47चिड़िया बहुत खुश थी
15:49फिर वहाँ एक पूलिस वाला पक्षी आ जाता है
15:53दोस्तो यहाँ पर कोई गोरी कवी भी रहती है
15:56हाँ वो सामने है उसका घोंसला
15:59परन्तु आपको उससे क्या काम है
16:01हमें उसकी तलाश है
16:03कोई जरूरी काम है
16:05फिर वह सब उस पूलिस वाले को साथ लेकर
16:08गोरी के घर की तरफ चाते है
16:11गोरी भी अपने पती से
16:13अपने भाई की शोखियां मा रही थी
16:16चेक कर लो
16:17खालिस सोने के कंगन है
16:19मेरे भाई ने मुझे दिये है
16:21ऐसा तोफ़ा किसी के भाई ने नहीं दिया होगा
16:24अपनी बेहन को
16:26और वो भी चोरी के कंगन
16:28मैं बताता हूँ तुम्हें
16:30ऐसा कहते हुए वो पूलिस वाला पक्षी
16:33गोरी को हतकड़ी लगा देता है
16:36ममम मुझे छोड़ो
16:39तुम्हें सब पता है
16:41ये कंगन तुम्हारे भाई ने कहां से चुराए है
17:02चलो अब अब तो जेल जाकर ही बात करेंगे
17:09पापा वो तो अच्छा हुआ
17:12मममा लडू नहीं लाई
17:14मामा जी मममा को चोरी के लडू भी देने वाले थे
17:18ये संकर्ट चिरिया, कबूतर और तोता हंसने लग जाते हैं

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