धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (जन्म 4 जुलाई 1996, धीरेंद्र कृष्ण गर्ग), जिन्हें बागेश्वर धाम सरकार या महाराज के नाम से भी जाना जाता है,भारत के मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एक धार्मिक तीर्थ स्थल बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश हैं। वह छतरपुर के बागेश्वर धाम में कथा वाचन करते हैं।
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00:00शतर्पूर जिले के एतिहासीक खजुराहो मंदिर दुनिया भर के लोगों का ध्यान खीचते हैं
00:05लेकिन इस जिले का एक गाउ गढ़ा बीते कई सालों से दूसरी वजव से लोगों का ध्यान खीच रहा है
00:11वजए है बागेश्वर धाम के धिरेंदर शास्त्री
00:14जिनके भक्त उनमें एक चमतकारी देखते हैं और विरोधी अन्धविश्वास फैलाने का आरोप लगाते हैं
00:20आये जानते हैं धिरेंदर शास्त्री की कहानी
00:23गढ़ा में रामकृपाल और सरोज के घर साल 1996 में धिरेंदर पैदा हुए
00:28तीन भाई बहनों में सबसे बड़े धिरेंदर का बच्पन से ही पंड़ताई में खुब मन लगता
00:32धिरेंदर स्कूल के लिए निकलते लेकिन मंदिर पहुँच जाते
00:35बागिश्वरधाम वेबसाइट के मुताबिक धिरेंदर शास्त्री का बच्पन तंघाली में बीता
00:39करमकांडी परिवार था पूजा पाठ में जो दक्षिना मिल जाती उसी से 5 लोगों का परिवार चलता
00:45धिरेंदर ने अपने दादा सैतुलाल गर्ग से पंडिताई सीखी फिर एक रोज धिरेंदर अग्यातवास पर चले गए
00:51गणा गाउं के एक शक्स ने बताया धिरेंदर पता नहीं कहा पर एक साल के लिए गायब हो गय थे
00:57लोटे तो इकदम अलग थे धिरे धिरे विधाय को बाहु बलियों का आना शुरु हुआ आप ये समझो कि ये बने तो कॉंग्रेस नेटाओं के कारण है पर आज जो हो रहा है उसमें भाजपा का रोल है
01:07वंड़ा पास साल पहले तक तो ये साइकिल और मोटर साइकिल से घुमा करते थे धिरेंदर शाष्ट्री अब प्लेन और कई बार प्राइविट जट से चलते हैं भारत से लेकर लंदन तक उनका सम्मान होता है
01:17बागिश्वरधाम मंदिर वाली जगे पर पहले एक प्राचीन शिव मंदिर था और उसके पास ही बाला जी का मंदिर
01:23चंदला विधान सबाग के पूर विधायक और मौझूदा बीजेपी विधायक राजेश प्रजापती के पिता आईडी प्रजापती कहते हैं इन लोगों के पास घर दौर कुछ नहीं था पास में एक सामुदायक भवन था जिसमें ये लोग बरसाती डाल कर रहते थे पू
01:53धिरेंद्र के बढ़ते असर के चलते गड़ा गाउं में अव वैवसाय गतिविदियां भी तेज हो रही हैं
01:58इसके साथ ही जमीन पर कभजा करने से जुड़े आरोब भी धिरेंद्र पर लग रहे हैं
02:03आईडी प्रजापती आरोब लगाते हैं
02:06गाउं में एक तालाब था शम्शान जहां मुर्दे जलते थे उस पर कभजा कर लिया
02:10गाउं के समुदाइक भवन पर भी कभजा किया
02:13ये ऐसा इलाका है जहां आज भी अन्धविश्वास है
02:16पांच रुपे के लोकट को 5000 तो कभी 51,000 में दे दिया जाता है
02:20ऐसे ही करोडों में खेल गए इस तरह से इनका वेवसाई चलने लगा
02:24धिरेंद्र के चचेरे भाई लोकेश इन आरोपों को खारिज करते हैं
02:27इन आरोपों पर छतरपुर के डियम से हमने संपर्क किया पर कोई जवाब नहीं मिला
02:32धिरेंद्र के समर्तकों में स्थानिय नेताओं के अलावा कैलाश विजेवर्गिये, महराश्ट के डिप्टिशियम देविंद्र फड़नवीस, मद्धप्रदेश के ग्रह मंतरी नरुत्तम मिश्रा और नितन गटकरी जैसे नेताओं भी शामिल हैं
02:43धिरेंद्र पर अन्ध विश्वास फैलाने के आरोप हाल के दिनों में तब और बढ़ गए जब अन्ध शर्द्धा निर्मूलन समीती के श्याम मानव ने धिरेंद्र शास्त्री को उनके चुने हुए लोगों के बीच चमतकार दिखाने की चुनोती दी थी
02:54इसके बाद धिरेंद्र के कारिकरम वक्त से पहले रद्ध करने और मीडिया में खबरों के आने का सिलसिला शुरू हुआ
03:00अपनी सवा में धिरेंद्र शास्त्री भूत प्रेतों का इलाज करने का दावा करते हैं वो मंच से बुदबुदाते हैं फूक मारते हैं
03:08धिरेंद्र कहते हैं ये मैं नहीं कर रहा बाला जी की किरपा है
03:14धिरेंद्र भक्तों की समस्या के अलावा फिल्मों पर भी बात करते हैं और हिंदु राष्ट बनाने की भी बात करते हैं
03:20तुम हमारा साथ दो हम हिंदु राष्ट बनाएंगे
03:50ऐसे में किसी का पैर चूना उनको सही नहीं लगता
03:53इसके अलावा भी धिरेंद्र के कुछ बयान चर्चा में रहे
03:56जैसे सरकार कब तक गिराएगी बुल्डोजर से हिंदुवों को गिराना होगा
04:00शायद आप सोच रहे होंगे कि धिरेंद्र जो करते हैं वो असल में है क्या?
04:03इस सवाल के कई जवाब हैं
04:05धिरेंद्र से पूछेंगे तो जवाब मिलेगा हम कुछ नहीं कर रहे
04:08सब बाला जी कर रहे हैं और हमसे करवा रहे
04:11शद्धालों से पूछेंगे तो जवाब मिलेगा चमतकार है
04:14विज्ञान, मनोविज्ञानिकों और जादुगरों से पूछेंगे तो जवाब बिल्कुल अलग मिलेगा
04:18एक कला होती है जिसका नाम है मेंटलिजम
04:21जादु के अंदर कई जाउनर होते हैं, मेंटलिजम भी उसी मेंसे एक है, मैं 32 साल की हूँ और 7 साल की उमर से जादु की ट्रिक्स कर रही हूँ, बीटे 10 सालों से मेंटलिजम कर रही हूँ, मेंटलिजम में कई तक्नीक होती है, कई बार आखो की मूव्मेंट, हावभाव,
04:52यह पूरी कला लोगों के दिमाग के आसपास होती है, जिसे कला बोलते हैं, धिरेंद्र उसे चमतकार बोल रहे हैं.
04:59ऐसा नहीं है कि इस तरह से लोगों की परिशानियों को किसी कहे या अनकहे चमतकार से दूर करने वालों में धिरेंद्र शाष्ट्री अकेला नाम है.
05:07इसाईयों, मुसल्मानों में भी कई ऐसे लोग हुए हैं, जो कभी हालालूया, तो कभी कुरान की आयते पढ़कर लोगों के दुख दूर करने का दावा करते दिखते हैं.
05:15सोषल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो उपलब्द हैं, जिसमें हालालूया कहकर विकलांगों को चलते, वीलचेर से उठकर दोरते और आखों की रोष्णी लोटाने का दावा करते कुछ स्वगोशित गुरू दिखते हैं.
05:31पीके और ट्रांस जैसी कुछ फिल्मों में इन स्वगोशित गुरूं पर तन्स भी कसा गया है. परदे पर भले ही ऐसे लोगों की कहानिया और सच सामने लाने की कोशिशे हो रही हो, लेकिन हकीकत में लोगों की श़र्धा और विश्वास धर्म से जुड़े गुरूं पर