Waqf Board Amendment Bill का आख़िरी ग़रीब मुसलमान तक फायदा पहुंचे: Ghulam Ali Khatana
वक़्फ़ बोर्ड अमेंडमेंट बिल के सवाल पर राज्यसभा सांसद गुलाम अली खटाना ने कहा, ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी की जो मीटिंग होती है उसमें पहले प्रेजेंटेशन होता है और सरकार की तरफ से जो ऑफिशियल होते हैं वह उसे मेंबर्स के सामने बताते हैं। आज जो मीटिंग हुई उसमें लोगों सभी मेंबर्स ने अपनी अपनी बात रखी जो डिफरेंट पॉलिटिकल पार्टीज़ के हैं और मीटिंग एक अच्छे माहौल में रही और कंस्ट्रक्टिव था। जो प्राइम मिनिस्टर साहब का विज़न है की जो वक़्फ़ अमेंडमेंट बिल है की जो आख़िरी ग़रीब मुसलमान है उसके लिए भी इस्तेमाल हो और इसमें जो लुप्त हो रही है वह बंद हो। काम को बांटा जाए। अच्छे सुझाव आए हैं।
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00:00परलमेंटरी, जाइन्ट परलमेंटरी कमेटीस होती हैं, इनका जो मीटिंग सोता है, पहले प्रेजेंटेशन सोता है
00:07और जो सरकार की तरफ से जो अफिशल्स होते हैं, वो उसको मेंबर्स के सामने बताते हैं
00:16परलमेंटरी, जाइन्ट परलमेंटरी कमेटीस होती हैं, इनका जो मीटिंग सोता है, पहले प्रेजेंटेशन सोता है, वो उसको मेंबर्स के सामने बताते हैं, वो उसको मेंबर्स के सामने बताते हैं, पहले प्रेजेंटेशन सोता है, वो उसको मेंबर्स के सामने बतात
00:46है, वो बंध हो, लिटिकेशन बहुत ज़्यादा बढ़ गया है, थोड़ा काम को बांटा जाये, डिसेंटरलाइज करा जाये, और इस प्रोपर्टी को इतनी बड़ी मिनॉरिटी जो है, दुनिया में सबसे दूसरे नमर का जो मुस्लिम देश है, वो रहते हैं, वो
01:16ज़्यादा का टार्गेट फिक्स करा हो, तो इतने बड़ा मिनॉरिटी को हम नहीं छोड़ सकते हैं, और सभी मेंमर्स के अच्छे-अच्छे सुजाओ आये हैं, और ये मीटिंग्स रहेंगी, और मैक्स सेशन तक इसको वाइंड अप करना है, इसमें दो सेशन रहे, एक ल
01:46समाच में एक डर रहे, और अलप संकिक मिनॉरिटी समाच हमारा वोट पेंक रहे हैं, लेकिन क्या है कि आज वो जमाना नहीं रहा है, आज अलप संकिक जो है, वो एक शाना-बशाना मिजॉरिटी से मिलके देश की तरकी का हिस्सा बनना चाहिए, हमारी यही सोच है।
02:16कि इसमें transparency हो, शफाफियत हो, और accountability भी हो, जो लूट खुशूट हुई है, और आज यह इतनी बड़ी अमलाग को समाच के लिए, पस्पांदा मुस्लिम्स के लिए, जो micro-sects हैं, सबको साथ लेके ही चला जा सकता है।