Title: Jaan Nisar
Episode: 49
Date: August 31, 2024
Channel: Har Pal Geo
Digitally Presented by: Happilac Paints
Description:
"Jaan Nisar" Episode 49 continues to captivate audiences with its compelling narrative and emotional depth. This episode, aired on August 31, 2024, is digitally presented by Happilac Paints, a brand known for its commitment to quality and innovation.
In this episode:
Plot Progression: The drama unfolds with pivotal moments that further the intricate plot. Expect intense drama, crucial decisions, and character developments that will keep viewers hooked.
Character Focus: The episode delves into the lives and struggles of the central characters, revealing new layers of their personalities and relationships.
Emotional Moments: Emotional scenes and dramatic twists are expected to drive the narrative forward, engaging the audience with heartfelt performances and riveting storylines.
Visuals and Production: Happilac Paints’ presentation adds a touch of sophistication and quality to the episode, reflecting the brand's dedication to excellence.
Jaan Nisar continues to deliver high-quality entertainment, blending strong storytelling with powerful performances. Don’t miss this episode for the latest developments in the gripping saga.
Catch the latest episode exclusively on Har Pal Geo and follow for more updates and episodes.
Episode: 49
Date: August 31, 2024
Channel: Har Pal Geo
Digitally Presented by: Happilac Paints
Description:
"Jaan Nisar" Episode 49 continues to captivate audiences with its compelling narrative and emotional depth. This episode, aired on August 31, 2024, is digitally presented by Happilac Paints, a brand known for its commitment to quality and innovation.
In this episode:
Plot Progression: The drama unfolds with pivotal moments that further the intricate plot. Expect intense drama, crucial decisions, and character developments that will keep viewers hooked.
Character Focus: The episode delves into the lives and struggles of the central characters, revealing new layers of their personalities and relationships.
Emotional Moments: Emotional scenes and dramatic twists are expected to drive the narrative forward, engaging the audience with heartfelt performances and riveting storylines.
Visuals and Production: Happilac Paints’ presentation adds a touch of sophistication and quality to the episode, reflecting the brand's dedication to excellence.
Jaan Nisar continues to deliver high-quality entertainment, blending strong storytelling with powerful performances. Don’t miss this episode for the latest developments in the gripping saga.
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00:00शुरुखो.
00:20सरपराथ.
00:22बाहर निकलो, सरपराथ.
00:27सरपरथ.
00:30क्या हो गया बेटा?
00:32चिला क्यों नहीं है?
00:38आप अपने बेटी को गुलाईए.
00:40उससे बोले मेरे सामने आए.
00:48तुम इसको अपना बेटा कहते हो न?
00:52मेरी दोनों बेटीों की जिन्दगी खराब क्यों उससे?
01:00तुम इसको अपने बेटीों की जिन्दगी खराब करते हैं.
01:08यह मेरी बेटी दुआगों पहुपत के नाम पे
01:11बद्दावी के दर्दल में सखेना.
01:19वो तरह बेटा था.
01:21तरह बेटा.
01:26आपका बेटा मेरे किल्टार पर उंदियां उठादा राने?
01:30इसे मेरी बेहनी नहीं,
01:31नाजानित कितनी लड़कियों की अज़द तबाग कर दिया उसमें.
01:37सेफराज वो दरिंदा है,
01:39इसे इन्सान कहे ना तो इंसानियत की तौहीन है.
01:46ज्या कह रही हो बेटा?
01:48मैं जिल्लत में सोच कर रहा हूँ ना.
01:50मुझे पयांद नहीं कर सकता.
01:53अप क्यों रोह रहे हैं?
01:55रोएगा तो अब वो.
02:03उसके जिन्दगी में हराम ना की ना तो कहिएगा आप मुझे.
02:06मत कैसे होई तुम्हों की?
02:21तुम्हें अंदर की गंदगी चुपाने के लिए
02:23दूसरों की कमजोरी से खेलने वाले शैतान
02:27तुम्हें तो मैं निप्टूँगी आप.
02:32तुम्हारे इस गली छेरे को
02:33मैं बेनाकाब करूँगी इन सबके सामने.
02:40ये बकवास बंद करो.
02:43मेरी जिंदगी के मजाजे खोड़ा बनने चले थे तुम.
02:45इस काबिल भी हो.
02:58मैं दूसरों की कमजोरी धनमाला जब मैं जीवन नहीं चला.
03:01मैं अपने दूसरों की कमजाजे करूँगी
03:02जब मैं आप बड़ा चाहिए.
03:04अरे मैंने तुम्हें अपना अपवल आखिर मान के अपना शोहर तस्लीम के
03:08और तुम मेरी ही बेहन के साथ...
03:19एव लड़की, ये बहुत नहीं करते करते करते करते
03:24एव लड़की, ये बहुत नहीं करते करते करते
03:30अरे मैं तो वो बच्चिस्मत हूँ जो इसके बच्चे की माँ बनने वाली हूँ।
03:44तुम, मैं एक दफ़ा बच्चिस्मत नहीं करते करते करते
03:50तुम, ने एक दफ़ा भी हमारे रिष्टे के बारे में नहीं सोचा न?
03:56एक दफ़ा लेहाँ का नहीं सोचा तुमने?
04:10ये लड़की, इतना बड़ा एलजाम लगा रही है हमारे बेटे के अपर
04:21और आप इसके मुझ तोड़ने के बचाए, इसके बगवास सुन रहे हैं?
04:27मैं बगवास नहीं कर रही, और आप ही जैसे माई होती हैं,
04:31जो दूसरों की बेटियों पर उंगलियां उठाती हैं,
04:33और अपने बेटों के काले कर्तूतों पर बर्दे डान के रखती हैं.
04:46अब चुब क्यों ख़ड़े हो तुम, हाँ?
04:49बताओ ना अपने कार्णामे, बताओ क्या-क्या किया है तुमने?
04:59दो ना मेरे सवालों के जवाग, नहीं दे सकते सफाय, बोलो!
05:02बोलो दो मने!
05:03बाद रखो अबाज, ये छूट बोल रही है, ये छूटी है, इसकी भें छूटी है!
05:26इसकी को अताजा नहीं है कि इसकी इतना गंदा किर्दार है, इसकी कितनी बद किर्दार है!
05:32और इससे सिर्फ मुझे धोका नहीं दिया, और भी लड़कों के साथ ये ऐसे करती नहीं है!
06:03दूआ के खेलाफ, एक लव्ज भी और कहा,
06:10उसकी सारी कोलियां तेरे सीने मां धारती नहीं है!
06:14हे, हेीए! इस क्या गुंदा करती है, हटा उसे हटा,
06:18सुन्ये, आप पुलिस को बलायिे नहा खीला करें, पुलिस को बलाये
06:25खीला चाय, णार ःतका, छायकया राजी,
06:30थिर सरी वकास के लिए यहां!
06:32आप पूलिस को बुलाईये ना, पूलिस को बुलाईये.
06:37ये क्या हो रहा है?
06:38थामुश!
06:47तुम्हारे बेटे के कारणामों के सारे सुपूत है मेरे पास.
07:03मैं चाहूँ तो अबी पूलिस को बुलाकर
07:04इसे सारी उमर जेल में सड़वा सकता हूँ.
07:13आइंदा...
07:16आइंदा दुआयाज की फैमिली मेंसे किसी को भी
07:20अगर मैंने निगा से देखा
07:24इसकी लाश ढूँनी पड़ेगी तुम लोगों को.
07:32आइंदा दुआयाज की फैमिली मेंसे किसी को भी
07:34हम
07:36तुम्हारे ने भी अलग पढ़ासाओ
07:38के लिए स्कुछते हैं
07:39कार्ट के लिए
07:40उस नहीं अपरवापार होगा
07:41जो है।
07:42इसलूल है
07:43क्या आइंदा को खाला
07:45तो तो घान्कर खाला
07:50आम
07:51काला जाता हगा
07:52ierenhn si
07:56मैं
07:57हम तुम्हारे घर में अपनी बच्ची दी इस एक हम समझे तुम शरीफ हूँ।
08:16हमें क्या पता था?
08:18क्या पता था?
08:20कि तुम शरावत का नाप नहीं जानते.
08:23और ये जो तेरा बेटा है ना,
08:27ये सरसर शर है, शर है ये.
08:52नाप सूर!
09:23अले तुझे क्या बनाना चाहता और तुझे क्या बन गया?
09:32दफा हो जा मेरे घर से.
09:35तुझे दिलत की पोटली है.
09:40नहीं नसीर, नहीं.
09:42कम से कम आप तो घरो वाली बात ना करें,
09:44मेरे बेटे के साथ.
09:47अले ये दिलत को तुम बेटा कह रही हो,
09:49ये तिरिंदा है.
09:55अले ये इन्सान कहने के लाइक नहीं.
10:00इसने, इसने मेरी जिंगी की,
10:03मेरी इसदस को ख़ुए.
10:06अपपू, अपपू.
10:08अपपू, अपपू.
10:09क्या हुआ आपको?
10:10अपपू, आज कर ले.
10:11नसी, नसी खुदा चली आन्के गोली ये नसी.
10:15पानी ले करा, चली.
10:21विसा.
10:24नसी, रो, रो लू.
10:29जितना दिल चाहे, चीख हो, चला हो.
10:33विसा, विसा.
10:34मैं पूरू ठवीद समया था.
10:36रो लू, जितना दिल चाहे
10:39जीखो, चिलाओ.
10:46मुझे मारा.
10:50मुझे बुरा-बला कहना है, कहो.
10:53मत करो, ऐसे उद्द किसा.
10:55लीजि.
10:55लीजि, तो आप?
10:57और तुम रोख क्यों रहे हो?
11:03हाँ?
11:04मैं क्यों रोँगी?
11:07सर्वराज रोहेगा,
11:09तो गुनागार थी नहीं और मैं..
11:12मैं तुम्हें कुसुलवार थेराती रही?
11:15गुनागार वो है.
11:18इसे मैं अब छोड़ूँगी नहीं.
11:25मैं अब कभी नहीं रोखी.
11:27मुझे माफ कर दो.
11:34मैं सोर्य.
11:36मैं सोर्य.
12:06कहाँ लेगे तुम्हारे अबको?
12:08कम से कम मुझे तो जाने देते, सार्वराज.
12:10क्या हो गया?
12:13या लाइ!
12:36या लाइ!
13:07मेरी बात कर यदियहं कर.
13:09मेरी बात..
13:10चूप!
13:12किलकौ footprints चॊप!
13:13फ़िंखाँ केलिए आब यहां सोझते?
13:15चाव पढ़ा है?
13:16Михाल कर.. מा फिफ़िल्दो!
13:17मेरी बात का यहीं करूँ.
13:20मेरी...
13:20चोप!
13:22पिलकोछ चोप!
13:24चा... चा कर ले इयावेसे वरा...
13:26वरा... मत कर... मत... मत करें प्लीज.
13:33सिर्फ और सिर्फ उन्ने बाप की विज़े से तमें बराश करों में.
13:37और ना थीन बोल बोल के ना...
13:39सिर्फ और सिर्फ उन्हें पाप की विज़े से तुम्हें बरदाश करो मैं.
13:43उन्हां तीन बोल बोल करना
13:45कप का तुम्हें फारक कर दिया ओता.
13:48मेरा क्या कुछ उरह इसमें?
13:50तुम्हें!
14:10टेस्ट तो सारे करवा दिये, लिक़िन इसकी रिपोर्ट से अभी तक नहीं आई है नु.
14:13चलें ठीक है, आप वैट करें, मैं भी रिपोर्ट से लेकर आता हूँ.
14:16जी!
14:24फिस आगई यह असलियत सबके सामने.
14:29यही तुम्हारे भाई की असल हकीकत थी.
14:40और तुम मुझसे और फिसा भाड़ी से अपने भाई के लिए लड़ती रही?
14:43ज़रूरी नहीं है.
14:45भाड़ी और उनकी बेहन ने मेरी भाई के लिए जो बाते की हैं,
14:48वो सच हो.
14:50चलो, तुम्हारी इस गलच फैमे भी बहुत चल दूर करतूंगा.
14:54वैसे भी हम पुलीस वालों से न ज़रूर देड़ तर कुछ छोप नहीं सकता.
15:04ले आओंगा तुम्हारे भाई का कचा चटा तुम्हारे सामने फिर देखता हूँ.
15:08जैसे तुम उससे अटती हूँ.
15:15ये ज़रूरी मुझ्रीम होते हैं न,
15:18ये बायर के नहीं होते.
15:25ये हमारे घरों में ही बढ़ रहे होते हैं.
15:30और उसका खुला एविडिन्स तो मैं अपने...
15:38मैं अपनी आँखों के सामने ही देख रहा हूँ.
15:40मुझे तो हरत तुम्हें होती है.
15:46अपनी भाई की सारी हरकतें जानते वे भी
15:48मुझे तुम्हें आँखों में कोई अथामत नज़र नहीं आ रही.
15:53आपको प्रॉबलम क्या है मेरे भाई से?
15:55प्रॉबलम तुम्हेरे भाई को है सब से.
15:59उससे आदत है हर किसी के लाइफ स्पोयल करने की.
16:01आप यहाँ मेरे अब्बू के लिए आये हैं यहाँ मुझे बाते सनाने हैं?
16:05अलरेटी अब्बू के लिए बहुत परिशान है.
16:08जिनका सर्फरास जैसा बेटा होने
16:12वो इतने दिन भी सेहरतमन्द वाली जिंदविये गुजार लिए
16:15मुझे तो बहुत हैरत होती है.
16:16खेजर.
16:18सच बताओं तुम्हे एक बात.
16:24खेजर बाबी और उनकी बेहन की बेवसी
16:27मैंसूस करता हूँ तो मेरा जी करता है
16:31इस इन्सान को अपने हाथों से भासी पचावा दो.
16:34तो देर किस बात की है?
16:36जल्दी कीज़े.
16:37ताकि आपको भी सुकून मिल जाये.
16:38आपके उस भाबी को भी सुकून मिले.
16:40और उनकी बेहन को भी.
16:42शौक से चड़ाये.
17:07शाय कर कासी लग रही हूं।
17:33तुम्हें पता है, मैंने कोचिस्ट की
17:35कि तुम्हारी बर्द्दे पे आज मैं थोड़ी ज्यादा
17:38हुपसूरत लगू.
17:40मैं तो सिर्फ ये कहूँगा कि
17:42विर्सा के घ़र जाओ और इजहारे महबत कर दो.
17:46तुम्हें कहूँगा.
17:49अब तुम्हें कोई नहीं बचा सकता, विर्सा.
17:56मैं कभी सूच भी नहीं सकती थी.
18:00मेरी घलती सर्फरास बन के इस तरहां मेरे सांद जाएगे.
18:04बस कर जा.
18:06मैं हूँ ना तुम्हारे साथ, बोल जा उसे.
18:11मैं फिजा से नज़े नहीं मिला पा रहे हूँ.
18:13मुझे लग रहा है, ये सब कुछ जो उसके साथ होई, वो मेरी हज़ा से होगा.
18:21मैं कसूर्वार हूँ उसकी, मैं गुनेगार.
18:28मैं उसकी खुशिया खा गएगा, इसने.
18:30कौन सी खुशिया?
18:31सिर्फरास जैसा शक्स किसी को खुशिया दे सकता है क्या?
18:40मुझे यकीन है, फिजा भी उससे बहुत दम होगी.
18:44इसलिए फिजा का ऐसा reaction आया हमारे साथ में.
18:53तुम ख़ुद को एलजाम मत दो, तुमने कुछ नहीं किया है.
18:56जब आप सब सच जान गये थे तो, आपने मुझसे क्यों नहीं पूछे?
19:01मुझे मनतज़िर थे, कि तुम फ़ुच से मुझे सच कब बताओगे?
19:10बताना तो चाहती थी.
19:14बताना चाहती थी, लेकिन क्या बताती?
19:16कि सरफरास, जो मेरा पह्नोई है, वो... वो... वो... वो...
19:24सब भूल जाओ, कुछ नहीं होल.
19:27कैसे भूल जाओ?
19:32बोलना चाहती थी, अपनी परिवार परिवार को बोलना चाहती है.
19:38वो भी जाता है, जाता है, यहां पर नहीं.
19:42इसने सामने है. मैं..
19:45मैं चाहती हूँ कि..
19:46क्या चाहती होँ तुम?
19:49मैं चाहती हूँ
19:52कि वो तरबके मर जानें.
19:54और फिजा?
20:03सूचें उसका क्या होगा?
20:06उसे का तो बहुत बातू का, प्रतिकाण.
20:08सोचे उसका क्या होगा?
20:11उसे का तो सोच रही थी कब से.
20:16उसे का सोच के कब से चुप थी.
20:21अपने अन्दर ही अन्दर खुद को मारे जा रही थी.
20:26तब पे जा रही थी.
20:28मुझे ऐसा लगता था जैसे मेरा तिल भड़ जाएगा.
20:31तो मैं चुप थी से उसकी उसका घर में सरा रही थी गरा.
20:34तुम इसा सब कुछ जानते हैं, मैं बस नहीं, मुझे समश नहीं रहा, मैं क्या करूँ?
20:38रिलाक्स.
20:42तुम प्लीज टेंचन नहीं रहा.
20:43रिलाक्स, तुम प्लीज टेंचन नहीं रहा, मैं हूँ ना तुम्हारे साथ.
20:51मुझे कुछ जानते हैं.
21:13एक खाना लाई हूँ.
21:19तैनिया, दिल नहीं है, ले जाओ.
21:27यहाँ आपनी खाना खा रहे हैं, आप बचीया नहीं खा रहे हैं.
21:34इससे लग रहा है, जैसे पुदाना खास्ता इस घर में किसी भी मौत हो गई.
21:38मौत ही हो गई है.
21:42बेटियों की खुशों की मौत हो गई.
21:50उन्हें कुछ कर भी नहीं पाया.
21:54इन्हें कातिल एगी है.
21:59मैं तो सोच भी नहीं सकती थी, कि सरफरास
22:02इतना गिरावा साबित हो गया.
22:04नहीं, गलती मेरी है.
22:07शानबीर नहीं किया.
22:13मोट समझा अपनी बेटियों.
22:15बयहा दिया उसमें.
22:21अब दुआ से क्या किला कर?
22:25ये सरफरास में धोका दिया हुई.
22:29अब दुआ से क्या किला कर?
22:30ये सरफरास में धोका दिया हुई.
22:34हमने तो उन लोगों की शराफत को देखते हुए
22:37फिज़ा की शाड़ी की थी.
22:41जिन लोगों के दिल में शर होना,
22:42उन्हें शराफत कैसे हो सकती है?
22:48बस ये शराफत का चोला पहने गुंते रहते हैं लोग.
22:53अब क्या होगा, स्लम साहब?
22:59सब के बार तो फिज़ा जैसे तोड़ सी गई है.
23:03कुछ भी नहीं होगा, सब ठीक होगा.
23:05हमारी बेटी है, समवालेंगे उसे.
23:12उसके बजूद को समेटेंगे, और क्या करेंगे?
23:15उसे समझाएंगे कि सारी दुनिया सर्फरास जैसी नहीं होती, धोके बार.
23:21फिज़ा के लिए क्या सोच रहे हैं, क्या करेंगे?
23:26दनीदा कुछ नहीं करेंगे, उसको वक्त दो भाई उसे.
23:31सोच समझ के खुदी फैसला करेंगे.
23:33और अब मेरी वेटियां जो फैसला करेंगी,
23:36हम उसके साथ करे होंगे.
23:42पता नजीर साहाँ के साथ जाएंके, मैं थोड़ा सक्ती से बात करना चाहा था.
23:47वो भीचारा तो हार्ड अटैक लेके अस्पताल में पड़ा है.
23:49पता नजीर साहाँ के साथ जाएंके, मैं थोड़ा सक्ती से बात करना चाहा था.
23:54वो भीचारा तो हार्ड अटैक लेके अस्पताल में पड़ा है.
23:58ऐसी गिरी होई उलाद, माबाप के लिए अजमाईशी होती.
24:04बहुती शरीफ आदमी है.
24:06अपने बेटे के हाथों जिलत बरदाश नहीं कर सका.
24:17फैमीदा, ले जाओ इसे.
24:20फिज्जा को खिलानी कोईश करो.
24:22इसे भी खिला दूँगी, आप भी थोड़ा सक्खा ले.
24:26दिल नहीं चाहा था.
24:27चला हैं, थोड़ा सक्खा.
24:29दिल नहीं चाहा था.
24:36बुखार तो कब होने का नाम ही ले ले रहा है, मां साही, देखिए.
24:41तश्वीश तो मुझे भी बहुत हो रही है.
24:44डॉक्टरों भी बदल कर देख लिया.
24:47हाँज दीसरा दिन है और
24:49ये बुखार हमारी गुढिया की जान नहीं छोड़ा.
24:51पीरा!
24:52जी!
24:53Tum se maine
24:55नज़ में उतारने के लिए समाल आने के लिए कहा था.
24:58ला इसलिए!
24:59डॉक्टर को गदलाई जेका!
25:02निर्फिर, अगर मुझे बहुत हो शाय्चा,
25:05मैं जो हाँज की जान चूप करती है.
25:07समा लाने के लिए कहा था.
25:09लाई हूँ, बयवी साही.
25:38ये जाकर जला दे ना इसे.
25:40जी अच्छा.
25:43मेरे सुहाथ पाऊं लड़ने पड़ते हैं.
25:48कैसे मेरी बच्ची मैना के तरह चैचा आते फिर थी.
25:54इसे ऐसे देख रही हूँ,
25:56अब असा ही पड़े हुँ, अजीब लग रहा है अबको.
25:58तुम इस तरह हिम्मत आठ दोगी, तो कैसे चलेगा?
26:03माँओं को बहुत मस्बूत होना पड़ता है.
26:11ठीक हो जाएगी, इंशाला.
26:13मैं तुम्हारे बाबा साही से बात करती हूँ,
26:17कि हम इसे कराची ले जाए.
26:19वहाँ ले जाकर किसी और डॉक्टर को दिखाए.
26:25जी.
26:32अबवासाही, मेरे बच्चे, मेरे जीने का साहरा है.
26:37इन्हें कुछ हो गया ना, तो मैं तो मरे जाओगी.
26:42मैं तुम्हारे बाबा साही से बात करती हूँ,
26:45कि हम इसे कराची ले जाए.
26:48अल्लान ना करे, किसी पागलों वाली बातें कर रही हूँ.
26:56कुछ नहीं होगा हमारी गुढिया को.
26:59ठीक हो जाएगी, इंशाला.
27:02इंशाला.
27:19लिजा, लिजा बेटा आओ, खाना खालो.
27:25बूक नहीं हमा.
27:27कभ तक भूके रोगी मेरी जान?
27:32पता नहीं.
27:42शायद हमेशा.
27:49सरफरास की तदा बाजी पर
27:52मैं इतना नीचे आगे रही हूँ.
27:57एक ही सवाल का जवाग ढूम रही हूँ,
28:00कि मेरे साथ ही ये सब कुछ क्यों हो आए?
28:10मेरा ही शोहर
28:13मैं यहाँ चाहता हूँ.
28:15मेरा ही शोहर
28:17इतना बुरा क्यों निकला?
28:24इस सब में तुम्हारा क्या कसूर है?
28:27मुझे कोई इलजाम ना तो?
28:30इलजाम काँ दे रही हूँ?
28:33मैं तो बस इस सवाल का जवाब ढूम रही हूँ,
28:36कि इस सब के लिए मेरा ही इंतखाब क्यों हो आए?
28:45फिजा, वो इसकाबिल ही नहीं है
28:47कि तुम इसके बारे में इतना सोचो भी.
28:56अल्ला की जाद बहुत बड़ी है.
28:59वो जरूर हमारा इनसाफ करेगा.
29:15इजद और लोगों के ख्याल से हम तो चुप हैं
29:20पर वो चुप नहीं है.
29:33अम्मा, आप ऐसी बाते करके क्यों मजीद इसको परिशान कर रहे हैं?
29:45अच्छा आजाओ ना. हमारे साथ खाना नहीं खाओगी?
29:54देखो अगर तुम नहीं खाओगी तो फिर कोई भी नहीं खाएगा.
29:57और ऐसे तो मैं अपनी बेहन को भूका नहीं रहने दूगी.
30:00अपने हाथों से खिलांगे.
30:02चलो, शाबाश.
30:06चलो.
30:08चलो.
30:09खालो मेरी जान.
30:15इसी हालत में भूका नहीं रहते.
30:18बिस?
30:20बिस मनना.
30:37सब सब हो जायेगा.
31:01रुख जाओ वैहे.
31:03रुख जाओ वैहे.
31:05Rukh jao wahi.
31:07Rukh jao.
31:08Ise kaun meri nazron ke saamne se door ho jaye.
31:17Na aaye mere saamne.
31:21Dafa ho jaye ye.
31:23Dafa ho jaye.
31:27Kya kahe rahe hain aap?
31:28Humara beta hai wo.
31:29Aur kaha jaayega?
31:31Arre main nahi.
31:32Mainne apne aapko yakeen dila diya hai
31:34ke mera beta mar chuka hai.
31:42Arre ye zaalim insaan mera beta nahi ho sakta.
31:50Arre isne us bichari bachchi pe kitna zulm kiya.
31:54Achha achha theek hai.
31:56Main usko kamre mein nahi aane dunge.
32:00Ke tabar theek nahi hai. Tum jao.
32:31Kitna hi doctors badal liye.
32:34Gudiya ki tabiye theek nahi hoi.
32:41Doctor ne kuch test karwane ke liye kaha hai.
32:45Agar yaha sahoolat nahi hai, Karachi jaana hoga.
32:52A toh phir,
32:54der nahi karne chahiye.
32:56Agar aesi baat hai toh.
32:57Main foran Karachi jaane ka bandobas karwa deta ho aap logon ka.
33:14Sai, aap nahi chahenge?
33:19Nahi.
33:22Yaha kuch zaruri karne chahenge.
33:25Yaha kuch zaruri kaam hai.
33:31A phir,
33:33meri tabiyat pijasat nahi de rahi hai.
33:39Aap Kashmala ke saath chale jaaye.
33:46Phir waha pe Nusheva bhi hai. Aapko
33:49meri kami mehsoos nahi hogi.
33:55Baba Sai, aapki tabiye theek nahi the. Aap abhi uche hai.
33:59Agar aam log aesana jaayenge, toh hume fikar hi rahegi aapki.
34:03Isna ko yahi kisi local hospital mein dikhaa dete hai.
34:07Gudiya ke baare mein main kisi bhi kisim ki kothai bardaash nahi karunga.
34:12Ji.
34:15Dekin, main aesana se aapko chodke nahi jaa sakti.
34:20Kya aap bachon jaisi baatein kar rahi hai aap?
34:24Ishka Gudiya ki sehat se badkar aur kuch bhi nahi hai.
34:28Gudiya ko kuch nahi hoga, Inshallah theek ho jayegi.
34:32Aur Kashmala le jayegi na bachon ko Karachi.
34:54इशक हो खुदा करे