Jaan Nisar Ep 49 - [Eng Sub] - Digitally Presented by Happilac Paints - 31st Aug 2024 - Har Pal Geo

  • 2 days ago
Transcript
00:00तिल पराज्
00:10तुझे इश्क हो खुदा करे
00:15तुझे इश्क हो खुदा करे
00:20सर्पराद बहुर लिखलो, सर्पराद
00:27सर्पराद
00:30क्या हो गया बेटा?
00:32चिला क्यों नहीं?
00:38आप अपने बेटी को गुलाईए.
00:40उससे बोले मेरे सामने आए.
00:48तुम इसको अपना बेटा कहते हो न?
00:52मेरी दोनों बेटीों की जिन्दगी खराब क्यों उससे?
01:00मेरी बेटी दुआगों पहुपत के नाम पे
01:03बद्धावी के दलदल में तखेला.
01:11वो तरह बेटा था.
01:13तरह बेटा.
01:18आपका बेटा मेरे किर्णार पर ुलीन उठाता राण?
01:20आपका बेटा मेरे किर्दार पर उण्लिया उठादा, राने.
01:24इसे मेरी बेहनी नहीं, नजानित कितनी लड़कियों के अज़द तबाग कर दिया उसमें.
01:31सेफराज वो दरिंदा है, इसे इन्सान कहे ना तो इंसानियत के तौहीन है.
01:35ज्या कह रही है बेटा, तमैं जिलत नहीं समझ कर रहा हूं नाहूं.
01:44मैं पयाद नहीं कर सकता.
01:46अब क्यों रो हो रहे हैं, रोईगा तो अब वो.
02:05उसके जिन्दगी में हराम ना की न तो कहिएगा आप मुझे.
02:08अमद कैसे होई तुम्होरों की?
02:26उन्हें अंदर की गंदगी चुपाने के लिए
02:28दूसरों की कमजोरी से खेलने वाले शैतान
02:31तुम्हें तो मैं निप्टूँगी आप.
02:34तुम्हें तो मैं निप्टूँगी आप.
02:39तुम्हारे इस गली छेरे को मैं बे नाकाब करूँगी इन सबके सामने.
02:47ये बकवास बंद करो.
02:49तुम्हें ज़रा भी बचता हूँ.
02:52ज़रा भी रंज नहीं हुआ.
02:54मेरी जिन्दगी के मजाज़े खोड़ा बनने चले थे तुम?
02:57इसकाबिल भी हो?
03:10अरे,
03:12मैंने तुम्हें अपना अपवल आखर मान के अपना शोहर तस्लीम के
03:15और तुम,
03:17मेरी ज़रा भी बचता हूँ.
03:20ए, लड़की, ये क्या और फौल बचे जा रही है तु?
03:25अरे, मैं तो वो बच्किस्मत हूँ जो
03:27इसके बच्चे की मा बनने वाली हूँ.
03:50तु?
03:52ने एक दफ़ा भी हमारे रिष्टे के बारे में नहीं सोचा न?
03:56एक दफ़ा लेहाँ का नहीं सोचा तुमने?
04:10ये लड़की इतना बड़ा एलजाम लगा रही है हमारे बेटे के अपर.
04:20और आप इसके मुझ तोड़ने के बचाए इसके बगवास सुन रहे हैं?
04:26मैं बगवास नहीं कर रही.
04:28और आप ही जैसे माईं होती हैं,
04:30जो दूसरों की बेटियों पर उंग्लियां उठाती हैं,
04:32लेकिन अपने बेटों के काले कर्तूतों पर बर्दे डाल के रखती हैं.
04:46अब चुब क्यों ख़ड़े हो तुम? हाँ?
04:48बताओ ना अपने कार्णामे.
04:50बताओ क्या-क्या किया है तुमने.
04:58दो ना मेरे सवालों के जवाग.
05:00नहीं देख सकते सवाल, बोलों.
05:02बोलों तुमने.
05:03बाद रखो अबाज, ये छूट बोल रही है.
05:05ये छूटी है, इसकी भेन छूटी है.
05:26इसकी इतना गंदा किर्दार है, इसकी इतनी बत किर्दार है.
05:30इसकी इतना गंदा किर्दार है, इसकी इतना गंदा किर्दार है.
05:45और इससे सिर्फ मुझे धोका नहीं दिया.
05:47और भी लड़कों के साथ ये ऐसे करती नहीं है.
06:01दूआ के खिलाफ एक लव्ज भी और कहा
06:08उसकी सारी कोलिया तेरे सीने मा धारती था.
06:30अरे, अरे ये क्या गंदा कर दिया?
06:33हटा उसे, हटा.
06:34सुन्ये, आप पुलिस को बलाईए ना.
06:37पुलिस को बलाईए.
06:40ये, ये क्या हो रहा है?
06:41खामुश!
06:51तुम्हारे बेटे के कारनामों के सारे सुबूत है मेरे बास.
07:01मैं चाहूँ तो अबी पुलिस को बलाकर इसे सारी उमर
07:04जेल में सड़वा सकता हूँ.
07:12आहिंदा,
07:15आहिंदा दुआयास की फैमिली मेंसे किसी को भी
07:19अगर मैनी निगा से देखा
07:23इसकी लाश ढूँनी पड़ेगी तुम लोगों को.
07:30आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिंदा, आहिं
08:01हम तुम्हारे घर में अपनी बच्ची दिये इस एक हम समझे तुम शरीफ हूँ
08:20हमें क्या पता था, क्या पता था
08:25कि तुम शरावत का नाप नहीं जानते
08:31हमें क्या पता था, कि तुम शरावत का नाप नहीं जानते
08:37यह तेरा बेटा है ना, यह सरसर शर है, शर है यह
09:01नाप नहीं जानते
09:20नाप हो, अले तुझे क्या बनाना चाहता है और तू क्या बन गया
09:30दिफा हो जा मेरे घर से, तुझे लद की पोटली है।
09:38नहीं नसीर, नहीं.
09:40कमसे कम आप तो घैनो वाली बात ना करें मेरे बेटी के साथ.
09:45अरे ये दिसको तो बेटा कह रही हो, ये दिरिंद है.
09:54अरे ये इन्सान कहने के लाइक नहीं.
09:57इसने, इसने मेरी जिंगी, मेरी इस्तसको कह जैने...
10:02ढी पू, द्दइ, अब हम sung, कड़िया है आपका
10:03ट्या उपछे? कछ औक्य करेए? अब फ़ीलीस dings, अब आक्य करै, अबफ मैं लेकी
10:04ओडगचो कुछ कर लिए!
10:07अब वावासार
10:09अब वावासार
10:11बस चल,बस कर।
10:13जाएं,बस चल।
10:15दावा,कीर तरनाएं,बस चल..
10:17षिूरू,ρώसल,जाएं,बस चल..
10:21ओरू,रूत आज यारो
10:24रोओल पानी मते
10:30विसं,
10:33विसं,
10:34जितना दिल चाहे, जीखो, चिलाओ.
10:43मुझे मारा.
10:48मुझे बुरा बड़ा कहना है, कहो.
10:50मात करो, ऐसे उदिकि साथ.
10:52लिएस.
10:53लिएस.
10:54इन्हीं तो आप.
10:56और तुम रो क्यों रहे हो?
10:57और तुम रो क्यों रहे हो?
11:04मैं क्यों रोँगी?
11:07सर्वराज रोईगा,
11:09तुम गुनागार थी नहीं और मैं..
11:12मैं तुम्हें कुसुलवार थेराती रही?
11:15गुनागार वो है.
11:18इसे मैं अब छोड़ूंगी नहीं.
11:25मैं अब कभी नहीं रोँगी.
11:27मुझे माफ़ कर दो.
11:34मैं बहुत हुँ.
11:57इसे मैं बहुत हुँ.
12:21कहा लेगे तुम्हारी अबको?
12:23कभ सिकल मुझे तो जाने देते, सान.
12:25यह क्या हो गया?
12:27Oh, my God!
12:57यूटियूरी साथ बेदाता चीजtext
13:24मेरी बात की यहीं कर Want me to keep my words
13:26मेरी...
13:27चुप!
13:28बिल्कुछ चुप!
13:30चा... चा... क्यों करने हैं आप इसम?
13:32बढ़ा... बढ़ा... मत कर... मत... मत करें, प्लीज़!
13:39सिर्फ और सिर्फ उन्हें पाप की विज़ासे तुम्हें बढ़ाश करओं मैं!
13:43उन्हां तीन बोल-बोल कर ना, कब-कब तुम्हें फारक कर दिया था!
13:48मेरा क्या कुछ गुड़ है इसमें?
13:50तुम्हें!
13:52टेस्ट तो सारे करवा दिये, लेकिन इसकी रिपोर्ट से अभी तक नहीं आयी है नहूं!
13:55छले, ठीक है, आप वेट करें, मैं भी रिपोर्ट से लेकर आता हूँ!
13:57जी!
14:21बस आ गई ये असलियत सब के सामने!
14:26ये ही तुम्हारे भाई की असल हकीकत थी!
14:35और तुम मुझसे और फिजा भाभी से अपने भाई के लिए लड़ती रही?
14:39जरूरी नहीं है!
14:41भाभी और उनकी बहन ने मेरे भाई के लिए जो बाते की हैं,
14:44वो सच हो!
14:45चलो!
14:52तुम्हारे ये गलत फैमे भी बहुत चल दूर कर दूँगा!
14:58वैसे भी हम पुलीस वालों से ना
15:01जाँधा देड़ तर कुछ छोप नहीं सकता!
15:08ले आओंगा तुम्हारे भाई का कचा चटा तुम्हारे सामने,
15:10फिर देखता हूँ
15:12कैसे तुम उसके अड़ती हूँ?
15:19ये जो मुझ्रीम होते हैं न,
15:22ये पायर के नहीं होते!
15:25ये हमारे घरों में ही पढ़ रहे होते हैं!
15:30और उसका खुला एविडिन्स तुम्हें अपने..
15:37अपनी आखों के सामने ही देख रहा हूँ!
15:39मुझे तो हरत तुम्हें होती है!
15:46अपने भाई की सारी हर्कतें जानते वे भी..
15:50मुझे तुम्हारी आखों में कोई..
15:52अथामत नज़र नहीं आ रही!
15:54आपको प्रॉबलम क्या है मेरे भाई से?
15:56प्रॉबलम तुम्हारे भाई को है सब से!
15:59उससे आदात है हर किसी के लाइफ स्पोयल करने की!
16:08आप यहाँ मेरे अब्बू के लिए आये हैं
16:09यहाँ मुझे बाते सनाने हैं?
16:11अगर अब्बू तुम्हें बहुत परिशान है!
16:13जिनका सर्फिरास जैसा बेटा होने..
16:15वो इतने दिन भी सेहत मन वाली जिंदगे गुजार लिए..
16:20मुझे तो बहुत हैरत होती है!
16:21खेजर!
16:23सच बताओं तुम्हे एक बात..
16:29खेजर, बाबी और उनकी बेहन की बेवसी..
16:32मैंसूस करता हूँ, तो मेरा जी करता है..
16:34मैंसूस करता हूँ, तो मेरा जी करता हूँ..
16:38इस इन्सान को अपने हाथों से भाशी पचावा दो..
16:41तो देर किस बात की?
16:42जल्दी कीजे..
16:44ताकि आपको भी सुकून मिल जाए..
16:45आपके उस भाबी को भी सुकून मिले..
16:47और उनकी बेहन को भी..
16:49शोक से चड़ा ये..
17:20मैं कैसी लग रही हूँ?
17:21तुम्हें पता है? मैंने कोचिस की कि..
17:24तुम्हारी बर्द्दे पे, और मैं..
17:26थोड़ी ज्यादा हुँसूरत लगू..
17:28मैं तो सिर्फ ये कहूँगा के..
17:31विर्षय के घ़र जाओ, और इजहारे महबब कर दो..
17:33मैं कभी सोच भी नहीं सकते थी..
17:37मेरी घलती सट्वरास मनके इसते पर करते हुँसूरत लगते थी..
17:41तुम्हारी बर्द्दे पे, और मैं..
17:43थोड़ी ज्यादा हुँसूरत लगू..
17:46तुम.. तुम.. तुम..
17:50अब तुम्हें कोई नहीं बचा सकता विर्षा..
17:57मैं कभी सोच भी नहीं सकते थी..
18:01मेरी घलती सट्वरास मनके इस तरह मेरे सांग जाएगे..
18:05बस कर दिया..
18:07मैं हूँ न तुम्हारे साथ..
18:09बोल जाओ से..
18:11मैं फिजा से नस्टे नहीं मिना पारे..
18:15मुझे लगता है ये सब कुछ जो उसके साथ होई.. वो मेरी हजा से होगा..
18:22मैं कसूर्वार हूँ उसकी.. मैं गुनेगार..
18:29मैं उसकी खुशिया था गयेगा.. इसने..
18:31कौन सी खुशिया?
18:33सिर्फरास जैसा शक्स किसी को खुशिया दे सकता है क्या?
18:42मुझे यकीन है फिजा भी उससे बहुत दम होगी..
18:46इसलिए फिजा का ऐसा reaction आया हमारे साथ में..
18:54तुम खुद को एलजाम मत दो.. तुमने कुछ नहीं किया..
18:57जब आप सब सच जान गये थे तो..
19:00आपने मुझसे क्यों नहीं पूछे?
19:02मुझे मनतज़िर थे..
19:06कि तुम फुझ से मुझे सच कभ बताओगे?
19:11बताना तो चाहती थी..
19:15बताना चाहती थी.. लेकिन क्या बताती?
19:22तो तो पर..
19:24कि सरफरास..
19:27जो मेरा एह.. नूई है..
19:31वो..
19:34वो.. वो.. वो ही..
19:36सब भूल जाओ..
19:38कुछ नहीं बहुत..
19:39कैसे भूल जाओ?
19:43भूलना चाहती हूँ.. पर वो..
19:46मेरे सामने है.. मैं..
19:48मैं चाहती हूँ कि..
19:49क्या चाहती होता?
19:51मैं चाहती हूँ..
19:54कि वो तडब के मर जाएँ..
19:57और फिजा?
20:06सोचे उसका क्या हो?
20:09उसे का तो सोच रही थी कब से..
20:14उसे का सोच के कब से चुक थी..
20:21अपने अंदर ही अंदर..
20:23खुद को मारे जा रही थी..
20:26तरपे जा रही थी..
20:28मुझे ऐसा लगता था..
20:29जैसे मेरा तिल भड़ जाएगा..
20:35कि मैं चुक थी से..
20:37कि उसका घर में सरह नहीं किया..
20:39तो मैं इसे सब कुछ जानती हूँ..
20:40मैं बस नहीं..
20:51मुझे कुछ जानती हूँ..
21:18खाना लाई हूँ..
21:21मैं नहीं था.. दिल नहीं है.. ले जाएगा..
21:29यहाँ आपनी खाना खा रहे..
21:32आप बचीया नहीं खा रही..
21:35इससे लग रहा है..
21:36जैसे पुदाना खास्ता..
21:37इस घर में किसी की मौत हो गयी..
21:39मौत ही हो गयी है..
21:43बेटियों की खुशों की मौत हो गयी..
21:46मैंने कुछ कर भी नहीं पाया..
21:50यह कातिल एगी है..
21:55मैं तो सोच भी नहीं सकती थी कि सरफरास..
21:58इतना गिराओँ साविद हो..
22:00मैं नहीं..
22:02गलती मेरी है..
22:04शान भीर नहीं की..
22:07वो पूछा..
22:09वो पूछा..
22:11वो पूछा..
22:13वो पूछा..
22:15बोड़ समझा अपनी बेटी के..
22:17बया दिया उसके..
22:24अब दुआ से क्या किला कर..
22:28यह सरफरास में दोखा दिया वह..
22:32हमने तो उन्हों लोगों में शराफ़त को देखते हूए..
22:35खिजा के शारी की थी..
22:36उन लोगों की शराफत को देखते हुए
22:38फिज़ा की शारी की थी.
22:42जिन लोगों के दिल में शर होना
22:43उन्हें शराफत कैसे हो सकती है?
22:49बस ये शराफत का चोला पहने गुंते रहते हैं लोग.
22:54अब क्या होगा, सुलम साहाब?
22:55सब के बार तो फिज़ा जैसे तोड़ सी गई है.
22:59कुछ भी नहीं होगा, सब ठीक होगा.
23:02हमारी बेटी है, समवालेंगे उसे.
23:08उसके बजूद को समेटेंगे, और क्या करेंगे?
23:12उसके बजूद को समेटेंगे, और क्या करेंगे?
23:19उसके समझाएंगे कि सारी दुनिया सर्फरास जैसी नहीं होती, धोके बार.
23:24फिज़ा के लिए क्या सोच रहे हैं?
23:27क्या करेंगे?
23:29करनी तक कुछ नहीं करेंगे, उसको वक दो भाई उसे.
23:34सोच समझ के खुदी फैसला करेंगी.
23:40और अब मेरी वेटियां जो फैसला करेंगी, हम उसके साथ खड़े होँ.
23:49पर तो नजीर साहाँ के साथ जाके, मैं थोड़ा सक्ती से बात करना चाहा था.
23:54वो बिचारा तो हार्ड अटैक लेके अस्पताल में पड़ा है.
23:57ऐसी गिरी होई उलाद, माबाप के लिए अजमाईशी होती.
24:04बहुती शरीफ आदमी है.
24:09अपने बेटे के हाथों जिलत बरदाश नहीं कर सका.
24:17फैमीदा, ले जाओ इसे. फिज्जा को खिलाने कुछ करो.
24:22इसे भी खिला दूँगी, आप भी थोड़ा सा खाले.
24:25दिल नहीं चाहता. चला हम थोड़ा सा. ले जाओ.
24:28दिल नहीं चाहता.
24:29दिल नहीं चाहता. ले जाओ.
24:49मुखार तो कब होने का नाम ही ले ले रहा है, अम्मा साही.
24:51देखे.
24:54तश्वीश तो मुझे भी बहुत हो रही है.
24:56डॉक्टरों भी बदल कर देख लिया.
24:59हाँच दीसरा दिन है और ये पुखार हमारी गुढिया की जान नहीं छोड़ा.
25:06मुझे पेंजन होना शुरू हो गई है.
25:09फिकर ना करो, अल्ला साही. सब जीक कर देगा.
25:15पीरा. जी.
25:16तुमसे मैंने नज़र उतारने के लिए समा लाने के लिए कहा था.
25:20लाई हूँ बेबी साही.
25:39ये जाकर जला देना इसे.
25:41जी अच्छा.
25:43मेरे साथ पाऊं लड़ने पड़ दे.
25:48कैसे मेरी बच्ची मैना के तरह चैच आते फिर थी.
25:54इसे ऐसे देख रही हूँ. अब असा ही पड़े हुए. अजीब लग रहा है पो.
26:01तुम इसट्रा हिम्मत हार दोगी तो कैसे चलेगा?
26:04कैसे चलेगा? माँ को बहुत मस्बूत होना पड़ता है.
26:14ठीक हो जाएगी इंशाला. मैं तुम्हारे बाबा साही से बात करती हूँ.
26:20कि हम इसे कराची ले जाए.
26:26वहाँ ले जाकर किसी और डॉक्टर को दिखाए.
26:28अब ऐसे मेरे बच्चे मेरे जीने का साहरा है.
26:33इन्हें कुछ हो गया ना तो मैं तुम्हारे जाओगी.
26:37अल्लान ना करे. किसी पागलों वाली बातें कर रही हूँ.
26:45कुछ नहीं होगा हमारी गुढिया को.
26:46इंशाल्ला.
27:17लिजा, लिजा बेटा आओ, खाना खालो.
27:23बूक नहीं हमारी.
27:25कभ तक भूके रहोगी मेरी जान?
27:30पता नहीं.
27:40शायद हमेशा.
27:47सरफरास की तनबाजी पर मैं इतना नीचे आगे रही हूँ.
27:54एक ही सवाल का जवाग ढूम रही हूँ कि
27:57मेरे साथ ही ये सब कुछ क्यों हो आए?
28:16मेरा ही शोहर इतना बुरा क्यों निकला?
28:25सब में तुम्हारा क्या कसूर है?
28:28फुद कोई लजाम न तो?
28:31लजाम कहां दे रही हूँ.
28:34मैं तो बस सवाल का जवाग ढूम रही हूँ कि
28:37सब के लिए मेरा ही इंतखाब क्यों हो आए?
28:47फिजा, वो इसकाबिल ही नहीं है
28:49कि तुम उसके बारे में इतना सोचो भी.
28:58अल्ला की जात बहुत बड़ी है.
29:01वो जरूर हमारा इनसाफ करेगा.
29:16इजद और लोगों के ख्याल से हम तो चुप हैं
29:21और वो चुप नहीं है.
29:34अम्मा, आप ऐसी बाते करके
29:35क्यों मजीद इसको परिशान कर रहे हैं?
29:47अच्छा, आजाओ ना.
29:49हमारे साथ खाना नहीं खाओगी?
29:56देखो, अगर तुम नहीं खाओगी
29:57तो फिर कोई भी नहीं खाएगा.
29:59और ऐसे तो मैं अपनी बेहन को भूखा नहीं रहने दूगी.
30:02अपने हाथों से खिलांगे.
30:04चलो, शाबाश.
30:07चलो.
30:08चलो.
30:10खालो, मेरी जान.
30:16इसी हालत में भूखा नहीं रहते.
30:19बिस.
30:21बिसमनो.
30:39सब सइ होजायेगा.
30:54रुक जाओ वहीं.
30:56रुक जाओ.
30:58रुक जाओ.
31:00चलो.
31:02चलो.
31:04चलो.
31:06चलो.
31:08इसे कहो मेरी नजरों के सामने से दूर हो जाए.
31:16ना आई मेरे सामने.
31:21दफा हो जाए ये.
31:22दफा हो जाए.
31:26क्या कह रहे हैं आप?
31:28हमारा बेटा है वो.
31:29और कहाँ जाएगा?
31:30मैं नहीं.
31:32मैंने अपने आपको यकीन दिला दिया है
31:34कि मेरा बेटा मर चुका है.
31:42अरे ये जालिम इनसान मेरा बेटा नहीं हो सकता.
31:49अरे इसने उस बिचारी बच्ची पर कितना जुल्म किया.
31:54अच्छा अच्छा ठीक है.
31:55मैं उसको कमरे में नहीं आने दूँगे.
32:04ये तबर ठीक नहीं है, तुम जाओ.
32:34कितने डोक्टर्स बदल लिए हैं.
32:37गुरिया की तबीह ठीक नहीं होई.
32:44डोक्टर ने कुछ टेस्ट करवाने के लिए कहा है.
32:47अगर यहाँ सहूलत नहीं है, कराची जाना होगा.
32:55अतो फिर देर नहीं करनी चाहिए.
32:59अगर ऐसी बात है तो
33:01मैं फ्रन कराची जाने का बंदोबस करवा देता हूँ आप लोगों को.
33:18साही, आप नहीं चाहिए?
33:23नहीं.
33:25यहाँ कुछ ज़रूरी काम है.
33:31और फिर
33:33मेरी तबियत पीजासत नहीं दे रही है.
33:39आप कश्माला के साथ चले जाएं.
33:46फिर वहाँ पर नशेवा भी है, आपको
33:49मेरी कमी मैसूस नहीं होगी.
33:55बाबा साही, आपकी तबे ठीक नहीं थी.
33:57आप अभी उठे हैं.
33:59अगर हम लोग इस तरह जाएंगे, तो हमें
34:01फिकर ही रहेगी आपकी.
34:03मिज़ना को यही किसी
34:04लोकल हॉस्पिटल में दिखा देते हैं.
34:07गुरिया के बारे में
34:08मैं किसी बी किसिम की कोई ताही बरदाश नहीं करूँगा.
34:13जी, लेकिन मैं इस तरह से आपको छोड़कर नहीं जा सकती.
34:20क्या आप बच्चों जैसी बातें कर रही हैं आप?
34:24इस पर गुरिया की सेहत से बढ़कर और कुछ भी नहीं है.
34:28गुरिया को कुछ नहीं होगा, इंशाला ठीक हो जाएगी.
34:32और किशमारा ले जाएगी ना बच्चों को कराची.
34:57क्या आप बच्चों जैसी बातें कर रही हैं आप?

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