• 2 months ago
घर में रोज़ाना तनाव, अशांति, झगड़े, तंगदिली देखने मिलते हैं। आखिर क्या है इसका कारण? क्यों होता है पति-पत्नी के बीच क्लेश? इस बहस और मनमुटाव से बाहर निकल कर पति-पत्नी का आदर्श जीवन कैसा होना चाहिए?
Transcript
00:00अपर अपर अपर अपर अपर अपर अपर अपर अपर अपर अपर अपर अपर अपर अपर अपर अपर अपर अपर अपर अपर अपर �
00:30प्रति दिन पती पत्नी के बीच कलेश, जगडे और मतभेत देखने में आते हैं
00:40इसमें से बाहर निकल कर पती पत्नी का आदर्श जीवन कैसे जी सके? अब क्या किया जाए?
00:50आपको शान्ती चाहिए तो आप एड्जेस्मेंट लेना चालू कर दो
00:54आपका मत वो ही मेरा मत, हमारा मत का आग्रव मत रखो, वाइफ का मत है उसमें एड्जेस्मेंट हो जाओ
01:02तो आपको शान्ती, उनको डबल शान्ती, नहीं सॉलिशन समझ में आया?
01:08वो बोले बहुत उजाला है, हम बोले अभी शाम पड़ गई, अन्धेरा हुआ, भह, बहुत उजाला है, तो आप बोले कि आप करेक्ट हैं, शान्ती,
01:18क्योंकि बाहर उजाला है, फ़रक क्या पड़ेगा आपको, अन्धेरा है या उजाला है, उसका मन तोड़ दिया कि तु गलत हैं, गलती करते हैं, तो जगड़े बढ़ जाएंगे,
01:28आप बोले कि आप करेक्ट हैं, वो बोले कि आज खिचड़ी बनाएंगे, खिचड़ी कड़ी, तो आप बोलो ठीक हैं, आप नहीं बोले कि पीसा बनाओ, लड़ू बनाओ, तो जगड़ा बढ़ जाएंगा, आप एटजेस्ट होते जाओ, दादा जी की मास्टर क
01:58पर जगड़ा बनाओ.