Haryana में हार के लिए Hooda जिम्मेदार, Priyanka Gandhi हाथ में लें कांग्रेस की कमान: Gurnam Charuni

  • 2 hours ago
कुरुक्षेत्र, 13 अक्टूबर: किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने IANS से बात करते हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के लिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि हुड्डा की निजी महत्वाकांक्षाओं और गलत रणनीति के कारण कांग्रेस को बड़ा नुकसान हुआ। मैंने पहले ही चेताया था कि हुड्डा कांग्रेस का सत्यानाश करेंगे। हुड्डा ने किसान नेताओं और प्रमुख नेताओं को दरकिनार कर दिया, जिससे पार्टी कमजोर हुई। उन्होंने कांग्रेस हाईकमान को सलाह दी कि प्रियंका गांधी को पार्टी की कमान सौंपी जाए, तभी कांग्रेस बच सकती है। प्रियंका गांधी के नेतृत्व में ही कांग्रेस खुद को बचा सकती है, अन्यथा हरियाणा में बीजेपी का वर्चस्व बना रहेगा। ईवीएम पर कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवालों पर कहा, यह हार का बहाना है। कांग्रेस को जनमत स्वीकार करना चाहिए था। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर नेतृत्व में बदलाव नहीं हुआ, तो पार्टी का भविष्य संकट में रहेगा।

#congress #haryanaelection #bhupendrasinghhooda #gurnamsinghcharuni #farmersleader

Category

🗞
News
Transcript
00:00इसका सबसे बड़ा कारण है भुपेंदर हुड़ा
00:03मैंने चुनाव से बहुत पहले कहा था
00:05कि भुपेंदर हुड़ा कांगरस का सत्यानास करेगा
00:08और उसका कारण यही था
00:10उसके तत्या थे उसके पीछे
00:12इसलिए मैंने कहा था
00:14कि सबसे पहले तो उसने
00:16लोकसभा के अंदर हमें एक टिकट देने का बादा किया था
00:19बाद में मुखे बाद
00:21चुटाल्ला को एक टिकट देता
00:23तो नौं सिक्टें लोकसभा में उसकी आती
00:26उसके बाद अभी दानसभा की बात थी
00:29तब भी जो है उसने
00:32आना के मेरे साथ गदारी की थी
00:35लेकिन चुनाव से दो दिन पहले
00:38लोकसभा के चुनाव से दो दिन पहले उसने मेरे को फोन किया
00:41कि मेरा रोतक सीट पर समर्थन कर दे
00:44हाला कि सारे हरियाने का मांगना चाहिए था उसको
00:47लेकिन उसने केवल रोतक सीट का मांगा
00:49और हमने रोतक सीट पर उसका समर्थन किया
00:52दिपेंदर हुड़ा के लिए
00:55मैंने अपना लड़का भेज़ा अपना स्टेट परदान भेज़ा और जाके
00:58महाँ पे वो प्रेस कॉन्फरेंस की प्रेस कॉन्फरेंस करके उसका
01:01समर्थन किया
01:04बावजूद जब ये चुनाव आए तो इसमें जिन लोगों ने उसका समर्थन करवाया था वो वहीं की एक टीम थी जो मेरे पास आई थी तो वो ही अब उनके पास गए के एक टिकेट इनको देदो इंकार कर गया उपर वाले सारे जिसने राहूल गांदी ने राहूल गां
01:34प्रियंका ने इनोंने भी कोशिश की के हाँ अगर इनको टिकेट देंगे तो हमें बहुत फैदा होगा विदान सबा के चुनाव में
01:40लेकिन इसने रमेश दलाल को किनारे किया जिसने रजीव गंदी हत्याकांड का केस अपनी जाने पे खेल के लडा था
01:48मेरे को किनारे किया जिसने इसकी मदद भी की थी उस चुनाव में भी और जो हर्षी का रहा था उसको किनारे किया इसने बनराज कुंडू को किनारे किया एक चार पांच आदमियों का गुरूप किसान लिडरों का और गया था उसको किनारे किया इसने सैल्जा को किनारे किय
02:18को किनारे किया इसने जो है अजज अभे चुटाला को किनारे किया अब सबको किनारे किनारे करते करते परमातमा ने इसको खुदी किनारे लगा दिया तो ये जो है ये उसी वक्त नजर आ गया था कि ये हंकार गया है अब हमारी टीम बात करने के लिए मेरे से बड़ा किसान
02:48को हुड़ा पुत्र कहें जो हुड़ा पुत्र हैं जो ये कहते हैं के भी हां कि जो गुर्णाम सिंग है ये तो बीजे बीजे वास बिग गया मैं उन अकल के हिजणों को उन बेवकुफों को ये समझाना चाहता हूं कि क्या कभी उन्होंने हुड़ा को कहा क्या उन्होंने क
03:18कि ये बीजे पी के साथ मिल गया बीजे पी से पैसे ले गया मैं तो सारी सारी सीटों पे खड़ा करने का अलॉंस किया था लेकिन फिर भी एक सीट पे हम लड़ें बाकी पे हमने खड़ा नहीं किया कि ये इलजाम हमारे पर आ जाएगा कि ये बोट काट रहे हैं केवल एक स
03:48आदमी है ये एफ़वा फला दी और एक किसी बिल्कुल नीचता कहेंगे ये नीचों का भी नीच कहेंगे उस दिन मेरे नाम से मेरे पोटो लगा के एक पोड़ डाल दी स्वेरे स्वेरे कि मैं बैठ के आओं और मेरे सारे आदमी जो है वो डिडि को बोट करें कांगरस क
04:18है लेकिन जो था लोगों के मन में ये थी किसी तरह से बीजेपी कांगरस जो हो गया अब आप भी वहां में देखें किसी के पास भी गोट नहीं आई
04:28जो दूसरी पाल्टियां थी चाहे नैलो थी चाहे आम आदमी पाल्टी थी जजबा थी ये भी सी जो भी थी दो पाल्टियां हमने सामने वहाँ पे रही ये मैं ये मानता हूँ के जो भुपेंदर हुड़ा है वो अती बुद्धी हीन है हर्याने में जो महाल बनाया कांगर
04:58से नज़दी के लिए लगाते हैं पर कहां जाएंगे जी इसलिए हम आप खड़े हुए रवेज़ दलाल खड़ा हुआ हर्षी कारा खड़ा हुआ मैं खड़ा हुआ और भी कई लोग प्रियास में थे लेकिन वो नहीं हो पाए मैं बता रहा हूँ ना सबसे बड़ी बज़
05:28क्योंके पिछले 10 सालों में बुपेंदर हुड्डा ने विपक्ष की भूमिका नहीं निभाई
05:33किसान यूनिया ने विपक्ष की भूमिका निभाई थी
05:36बुपेंदर हुड्डा ने विपक्ष की भूमिका नहीं निभाई और अगर आगे भी ऐसा रहा
05:41तो अगे भी मत उमीद करना कि कांगरस का राज आजाएगा
05:44अच्छी भूमिका निभाई नहीं पड़ेगी विपक्ष की उनको
05:47और वो मजबूत विपक्ष चाहिए उसके लिए
05:50लडने वड़ा आदमीन को अगे करना पड़ेगा
05:52नहीं ये तो विचार धारा है
05:54उसको गलत आतों में तो उसको क्या कहें
05:57लेकिन विचार धारा है
05:58एक की विचार धारा है किसी तरह की
06:00अब मेरी विचार धारा है
06:02मेरी विचार धारा है ये कि सड़क से कभी तुम
06:04सो साल में भी अपना हल नहीं करवा सकते
06:06जहां कनोन बनते हैं
06:07अब दूसरे की विचार धारा है कि नहीं
06:11इलेक्शन तो लड़ने ही नहीं चाहिए
06:13और ये सिद्ध भी कर दिया हमारे लोगों ने
06:15ये हमारे लोगों ने सिद्ध भी कर दिया
06:19कि हाँ आप काम जितने मरची कर लो
06:21काम वाले के तो बोट नहीं मिलेगी
06:23तो वही कांगरस बीजेपी के जाएगी
06:25इसे जारी ही रहेगा तो वो लोग जाने
06:27क्या उसका क्या करेंगे उनको
06:29भी ये उमेद थी कि हाँ कांगरस जितेगी
06:31उनने भी जोर लगाया लेकिन लोग नहीं
06:33अब किसान वर्ग जो है इसी ने
06:37जो है वो बीजेपी को बहुत से बोट डाले हैं
06:39देखिये ये तो अभी
06:41कोई तेय नहीं किया अभी तो
06:43मीटिंग बिलाक उसमें तेय कर पाएंगे
06:45अभी तो उसका कोई तेय नहीं कर पाएंगे
06:47लेकिन लोगों का जो है ना
06:49लोगों का तो मैं तो हरान हूँ
06:51बारां गामों के जिमीन थी
06:53यहाँ 6000 किले
06:55जेल थी 6000 किले
06:57चड़बागे दिये
06:59और वो कोई कांगरेस के साथ
07:01और कोई बीजेपी के साथ है जोने में सबसे अगर आदमी था
07:03ना उसने कहा जी मैं तो बीजेपी के साथ हूँ
07:05मतलब डूब के मरने वाली बात है
07:07भेवा विदान सभा का
07:092001 में
07:113800 रुपे का तो मेरा उस वक्त तहिल लगा था
07:1329 दिन हंदोलन चला था
07:15वो ने तहिल भी उन लोगों से नहीं लिया
07:17आज उनसे जरूरत पड़ी
07:19तो आज वो कोई उदर है
07:2127000 किले
07:23मुस्तरका माल कान के निकल चले थे
07:25पूरे हर्याने में कोई राजनिती के पाल्टी नहीं बोली
07:27कोई किसान संग्धन नहीं बोला
07:29हम आगे आए
07:31उनकी बच गई
07:33और वो भी कोई बीजेपी के साथ हो
07:35उसी काउं की जिस काउं की जमीन निकले थी
07:37मैं यह कह रहा हूँ
07:39इसको चाहे तो विस्वास गात कह लो
07:41चाहे गद्धारी कह लो
07:43एक आदमी के तीस लाख रुपए निकल बाए
07:45छे मिहने पहले
07:47तीस लाख
07:49वो आदमी कांकरस के साथ खड़ा है
07:51इसको कहेंगे विस्वास गात
07:53उसको कहेंगे विस्वास गात
07:55और जो अपनों से विस्वास गात करेगा
07:57वो कौम बचेगी कैसे
07:59मैं नहीं हरा
08:01यह किसान कौम हरी है
08:03पैसे तो राजनिती में आम बात चलना
08:05पैसे ले के टिकट देना यह तो आम बात है
08:07यह कोई जादा बड़ी बात नहीं है
08:09कौन सी पार्टिया लेती हैं
08:11कौन सी पार्टिया जो नहीं लेती है
08:13केवल कांगरसी लेती है
08:15वो तो सारी पार्टिया लेती है
08:17लेकिन स्वाल यह है
08:19कि दूसरी पार्टिया
08:21हंकारती नहीं है
08:23जहां हो जाए वो सेटल करके चलती है
08:25इसने सेटल नहीं किया
08:27पर जो हाई कमान थी
08:29उसका डंडा कमजोर था
08:31अब हाई कमान का डंडा
08:33मजबूत होना चाहिए
08:35मैं तो यह भी राय दूंगा
08:37कि राहूल गांदी जो है
08:39राहूल गांदी के चलो वही वहेंना दोनों
08:41लेकिन अगर प्रियंका को कमाण दे दे ना
08:43चाहिए अंदर खाते राहूल करे जाए सारा कुछ
08:45लेकिन उपरली कमांड अगर
08:47प्रियंका को दे दे ना तो कहा
08:49किसे बच सकती है वरना बी जबी का राज जाएगा नहीं
08:51यहां से
08:53वो तो भलके थोड़ा सा और कमजोर रहा
08:55उसका तो यह फैसला होना चाहिए था
08:57कि हम बार्डरों पे तो
08:59बैठने का कुछ दिन का फैसला होता है
09:01एक टाइम पीरण का
09:03उसके बाद भी दानसबा गेरते हैं
09:05संसत गेरते हैं और अगर संसत गेरते
09:07तो फिर आज यह दिन ना देखने पड़ते हैं
09:09महां के आने के बाद फिर रोड पे बैठे हैं
09:11एक बार में यार पार करके निपटना चाहिए था
09:13नहीं कोई किसानी चाहिए नहीं
09:15वैसे देखो अगर बीजेबी का देखें
09:17अब चतिगर्ड में एक एप तीसोर पे धान का
09:19चतिगर्ड में
09:21MSP का तीसोर है
09:23जितने सेंटर सरकार दे रहे है
09:25वो ठीक है बाकि स्टेट दे रहे है बने पास से
09:27और यहां पे आप देखो
09:29तो यहां पे आज
09:31इकिसों में, बाईसों में, सद्ड इकिसों में
09:33सद्रा मॉश्टर की
09:35वो भी नुठा के लाजी
09:37समर्थन नहीं दिया
09:39यह तो बीजेपी की कहावत थी
09:41कि कांगरस ने पैसे दे के बिठा दिया
09:43कांगरस का कोई समर्थन नहीं था
09:45बिल्कुल एक प्रसेंट रॉल नहीं था
09:47अंधोलन में
09:49बाकि तो लोग जाते रहे हैं
09:51बाकि लोग जाते रहे हैं
09:53हुड़ा तो बिल्कुल गया ही नहीं
09:55तो
09:57ये भी फॉर्मेल्टी पूरी करने के लिए
09:59बोट लेने के लिए
10:01हम जाएंगे तो हमारा एकवहार नहीं होगा
10:03हम भी आपके समर्थन में गये थे
10:05तो वो चीज थी और बाकि तो
10:07पार्टी तो कोई भी
10:09जैसे कहीं
10:23अकेले हुड़ा नहीं
10:25कांगरस पार्टी को भी हम नहीं कहे सकते
10:27अकेले हुड़ा नहीं
10:29क्योंकि हुड़ा मालिक बना दिया
10:31हुड़ा के बिना हर्याना में कुछ होगा नहीं
10:33फाइनल डेसीजन बुपेंटर हुड़ा का होगा
10:35अब जो फाइनल डेसीजन उसने लेना था
10:37उसने सारे फाइनल डेसीजन
10:39वो लिये जिससे वो
10:41अकेला राज करे
10:43अब यह तो राजे के टाइम में तो हो सकता है
10:45वरेज़ बही जब चीफ मनिष्ट तो तरे को बढ़ाई रहे है
10:47बाकी लोगों को भी जोड़ने साथ हो उनसे तेरा क्या नुक्सान हो जाएगा
10:49अब यह तो
10:51खिस याही बिल्ली खंबा नोचने वाली बात है
10:53अब और कुछ तो उनके पास
10:55कहने के जब बचा नहीं है
10:57अब इस बात पर आगे
10:59अपने हुड़ा पर कारवाई करे

Recommended