• 17 hours ago
काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं को बड़ी सौगात दी है। मंदिर प्रशासन ने सुलभ दर्शन का शुल्क घटा दिया है। अब श्रद्धालुओं को सुलभ दर्शन के लिए 300 की जगह 250 रुपये शुल्क देना होगा। मंदिर प्रशासन ने महाप्रसाद की नई व्यवस्था के बाद अब नई रेट लिस्ट भी जारी कर दी है। अब 120 में 200 ग्राम महाप्रसाद मिलेगा। तिरुपति मंदिर लड्डू प्रसादम विवाद के बाद काशी विश्वनाथ प्रशासन ने प्रसाद की व्यवस्था में हाल ही में बदलाव किया था। अब अमूल के सहयोग से मंदिर प्रशासन खुद बाबा विश्वनाथ का महाप्रसाद तैयार करवा रहा है। इस महाप्रसाद को बाबा को चढ़ाए गए बिल्व पत्र के चूर्ण से बनाया जा रहा है।

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02:00इस तरह का बैग्ग्राउंड चेक एंप्लाइस का करते हुए
02:02हम इंशौर कर सकते थे
02:03जहां पूजा के लिए एक मंदिर स्थापित करके
02:05प्रतिन पूजा पाठ के बाद
02:06सनातन द्रिश्टी से ही कारि किया जा सके
02:09तो इन सब चीज़ों को जहां पर हम लागू कर सकते थे
02:12इस प्रकार की फसिल्टी के चैन में
02:13बनास डेरी का जो फूट प्रासिंग यूनिट था
02:15उसको उप्योग पाया गया
02:17तो उस फूट प्रासिंग यूनिट का प्रयोग करते हुए
02:19मंदिर अब अपने प्रसाद का निर्माण स्वें करवा रहा है
02:22और मंदिर इसकित का अंटर से उन प्रसाद को भी क्रिक किया जा रहा है
02:25इस प्रकार से जो प्रसाद निर्माण के प्रक्रिया होती है
02:27जाहिर सी बात है
02:28जब मास स्केल पर कहीं मिठाई बनती है
02:30तो उसका रेट अलग होगा
02:31और जब केवल प्रसाद बनेगा
02:33उसका स्केल भी कम होगा
02:34वो सीमित मात्रां में बनेगा
02:35और मंदिर में निर्माण काई बनाईगे
02:37और उसमें जो कमपोनेंट प्रयोग किये जा रहे हैं
02:40विश्वेशर को अरपिद बेलपत्र चूण बनाकर
02:420.07% का कमपोनेंट है प्रतेग लड़ू में
02:46कमसे कम इतना प्रसाद बेलपत्र
02:48बेलपत्र जो श्रेव मत में बहुती शुद्ध माना गया है
02:51पवित्र माना गया है
02:52और विश्वेशर को अरपिद भी है
02:55तो इसनाते उसकी शुद्धता और शुस्ता को बनाए रखते हुए
02:57उसका जो कास्ट आफ मैनुफैक्ट्रिंग है
02:59जो उसको बनाने की जो लगात आती है
03:01वो थोड़ी सी ज्यादा हो रही है
03:03परन्तु उसके बाद भी वह सीमा के अंतर ही है
03:05परन्तु उसके बाद भी वह सीमा के अंतर ही है
03:35और इसका निर्शित रूप से आगे इसको और ज़्यादा हम सम्वर्धित करने के लिए
03:39और भी इस तरह के सनातनावाचार करने के लिए क्रित संकल्पित
03:41अब वी आईपी दर्शन जैसा कोई कान्सेप नहीं है
03:43यह मैं आपको उगद कराना चाहूँगा
03:45स्री विश्वेश्वर के धाम में सभी लोग सामाने हैं
03:47सभी श़र्धालों का समान सुआगत है
03:49और सभी वी आईपी हैं या सभी सामाने हैं
03:51सभी के लिए हमारे पास एक जैसी विवस्था है
03:53परन्त इसमें कई बार होता है कि धाम में
03:55अधिक-अधिक समय विताने का हर भक्त का
03:57हर श़र्धालों का मन होता है
03:59तो लोग लाइन में लगते हैं
04:01जो समय लाइन में लगता है उसमें लाइन में लगता है
04:03रोग दर्शन करते हैं इसके बाद भी यहां बैठे रहते हैं
04:05धाम में समय वतीत करते हैं
04:07अधिक-अधिक समय विताने का हर भक्त का
04:09हर भक्त का
04:11हर भक्त का
04:13हर भक्त का
04:15हर भक्त का
04:17हर भक्त का
04:19हर भक्त का
04:21हर भक्त का
04:23हर भक्त का
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04:27हर भक्त का
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04:59हर भक्त का
05:01हर भक्त का

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