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Fish Fry Aur Coffee | Kaali Peeli Tales S1E5 ☕ | A Flavorful Journey of Love & Life in Mumbai

Welcome to Episode 5 of Kaali Peeli Tales: Fish Fry Aur Coffee, where food, culture, and emotions blend into an unforgettable story. Set in the vibrant city of Mumbai, this episode follows two unique individuals whose chance meeting over a plate of fish fry and a cup of coffee sparks an unexpected connection.

Episode Summary:
In this episode, [Character Names] find themselves on an unlikely dinner date that unfolds deeper conversations about love, relationships, and the choices that shape their lives. As the evening progresses, so does their bond, showing us how food and shared moments can bridge even the widest gaps.

️ Why Watch Fish Fry Aur Coffee?

• A touching tale about love, misunderstandings, and new beginnings
• Beautifully captures Mumbai’s coastal flavors and iconic street culture
• Real-life emotions wrapped in a cozy slice-of-life narrative
• Perfect for lovers of romance, food, and heartfelt storytelling

Kaali Peeli Tales: Each episode offers a new, engaging story from the heart of Mumbai, showcasing the lives of ordinary people in extraordinary situations.

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Watch Episode 5 now and experience the taste of love and life in Mumbai!

#KaaliPeeliTales #FishFryAurCoffee #MumbaiVibes #WebSeries #Season1 #Episode5 #Romance #Drama #IndianWebSeries #FoodAndLove

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Fun
Transcript
00:00आरामसे भाई
00:30आरामसे भाई
00:34हो गया?
01:00आरामसे भाई
01:14ये विक्की! शाब ने बुला है
01:30तुम दोनों यहाँ साइन कर दो।
01:35सारी formalities लगबब हो चुकी है, इसके बाद तुम दोनों फ्री हो।
02:00सारी formalities लगबब हो चुकी है, इसके बाद तुम दोनों फ्री हो।
02:30सारी formalities लगबब हो चुकी है, इसके बाद तुम दोनों फ्री हो।
03:00सारी formalities लगबब हो चुकी है, इसके बाद तुम दोनों फ्री हो।
03:30सारी formalities लगबब हो चुकी है, इसके बाद तुम दोनों फ्री हो।
04:01असल में दुपयर को दो बज़े किसी को घर पर बुलाया है।
04:05खाना खुद बनाओंगा मैं।
04:07आप खाना?
04:10ठीक है।
04:13Thanks.
04:14अरे चाचू.
04:16कितने का है?
04:17सौका.
04:18अरे बापरे, नहिंगा हो चुका है।
04:20अच्कल इतने का ही मिल रहा है।
04:22चाचू.
04:24क्या है?
04:27बोल क्या हुआ?
04:29मतलब दावत में कोई रिश्टेदार आ रहा है क्या?
04:35दोस्त है।
04:37दोस्त?
04:39खास दोस्त।
04:42यार यहां कोई जम नहीं रहा है, मैं...
04:45यह वाली कर दे ना, यह वाली.
04:48फिकी, तुमने कॉल क्यों नहीं किया?
04:50तुमने बात करना चाहिए ना, कि तुम जल्दी जूट रहे थे.
04:54पापा आ जाते तुम्हें लेने के लिए.
04:59मैं उन्हें और परिशान नहीं करना चाहिए था माँ.
05:04यह तुम क्या बोल रहे हो, फिकी?
05:05और तुम ऐसे ही अपने ही गड में मैंमान बन कर क्यों बैठे हो?
05:09रिलाक्स पच्चा.
05:17पच्चा छोड़ो.
05:20अच्छे से फ्रेश हो जाओ.
05:26फिकी, फिकी, फ्रेश हो जाओ पच्चा.
05:31ओके, माँ.
05:35अच्छे से फ्रेश हो जाओ.
06:06अच्छा विकी, मांसी को कॉल किया ना.
06:10She is going to be so happy.
06:14विकी, you called her ना.
06:25You called her ना.
06:27या, I have called her.
06:29अच्छा विकी, मांसी को कॉल किया ना.
06:32She is going to be so happy.
06:35अच्छा विकी, मांसी को कॉल किया ना.
06:36She is going to be so happy.
06:53सब.
07:05अस्लाले कुम.
07:07वाले कुम अस्लाम.
07:18घर कितना बदल गया है.
07:22मुझे तो सेम ही लगता है.
07:25हाँ, चीज़े कम हो गई हैं थोड़ी.
07:32और लोग भी.
07:35पहले कितनी हलचल हुआ करती थी यहाँ.
07:40अब क्या बताऊँ.
07:44अम्मी और अब्बू का इंतकाल हो गया.
07:48फिर राबिया और नरकिस भी शादी करके अपने अपने घर चली गई.
07:53तो अब.
08:05मैं, मैं कुछ कहूँ.
08:10अब बिल्कुल नहीं बदली.
08:12मतलब सेम टू सेम, एकदम वैसी की वैसी.
08:20अब मैं तुमसे आप हो गई.
08:28वो मैं.
08:36वैसे तुम भी बिल्कुल नहीं बदले.
08:42बाल सफ़ेद होने लगे हैं मेरे तो.
08:45यह तो डाई कराया है.
08:51हमारी मुझवरार बिल्कुल वैसी है.
08:55बच्चुमा.
08:57वैसे तुम भी बिल्कुल नहीं बदले.
09:01हमारी मुझवरार बिल्कुल वैसी है.
09:05बच्चुमा.
09:26वैसे तुम भी बिल्कुल नहीं बदले.
09:57मुझवरार बिल्कुल नहीं बदले.
10:04कॉफी?
10:06या.
10:20दो कॉफी लियाएं प्लीज.
10:23दो कॉफी लियाएं प्लीज.
10:26या, कॉफी लियाएं प्लीज.
10:30कैसे हो?
10:40मैं इतनी बार तुम्हें मिलने आय थी, पर तुम...
10:43मैं मिलना नहीं चाहता था किसी से भी... वैसे ज़िस्ट...
10:48या, मैं कॉफी लियाएं प्लीज.
10:49यह, महम चाहते हैं.
10:52वो नहीं है। मैं विश्वाद हूँ, वो नहीं है।
10:57आप नीशन विश्वाद करने के लिए जाएँ...
10:59और तो बोला छाएंगे...
11:02एक बुरे सबने की तरह भुला देते हैं...
11:05उम्में पर बुढ़ा जाया है...
11:06हम अच्छा करते हैं और सब कुछ पहले के जैसे हो जाएगा।
11:14नहीं हो सकता।
11:37आज तक कितनों के लिए खाना बनाती आयी हूँ।
11:41लेकिन आज पहली बार किसी ने अपने हातों से एरे लिए कुछ बनाया है।
11:51मुझे तो यकीनी नहीं हो रहा।
11:55और ये सिर्फ तुम ही कर सकते थे।
11:58अच्छा लगता है अपनों के लिए खाना बनाना।
12:02पता है जेल मेरी किचन डिॉटी थी।
12:06तो रोज बस..
12:13तुम्हें खुसा नहीं आता।
12:17क्या किया किया जब भी पचा रहा?
12:23तुम्हें खुसा नहीं आता।
12:27खुसा?
12:29सब चानते हैं
12:31कि फैक्ट्री में उस दिन जो कुछ भी हुआ उसमें तुम्हारा कोई हाथ नहीं था
12:37फिर भी तुम्हें सजा भुकतनी पड़ी
12:43उसकी कुछ मरजी होगी उसमें
12:47उपरवाला मालिक है
12:51वैसे मैं तो बस आगे की सोचना चाहता हूँ
12:58अब भी अपने दर्द को अपनी मुस्कुराहट के पीछे चुपा लेते हो
13:12सोरी मैं तुमसे एक बार भी चेल में मिलने नहीं आ सकी
13:16अरे तो क्या हुआ?
13:19खत तो लिखे था तुमने
13:22और कसम खुदा की जिस दिन तुम्हारा ख़त आता था
13:25बस पूछो मत मेरा क्या हाल हो जाता था
13:31कितना इंतजार करता था मैं
13:35तुम मुझसे नाराज नहीं हो
13:39मैं तुम्हारे बाहर निकरने का इंतजार नहीं कर पई
13:46तुम्हारे अब्बू अपनी जगा पर ठीक थे
13:48बस ऐसे एकदम से अच्छानक हाथ लिखना बंद नहीं करना था
14:18आपको समझते हो ये रिंग उतारने से रिलैश्नचिप घतम नहीं होता है
14:26मैं मैंको एक दिंगी नहीं भी करता है
14:31विक्यी
14:35मेरे बाहर लेवा
14:38इसमें, मैं आपको नाराज नहीं करती
14:40आपको हमकर लगता है।
14:42आपको बाता है कि हम कांसलर करना चाहिए।
14:44आपको अप्पॉइंट्मेंट करना चाहिए।
14:45यह एक फेज है।
14:47सब कुछ ठीक हो जाएगा।
14:48आपको अपने बात कर।
14:50मैं वो विकी नहीं हूँ जो मैं पहले था।
14:52मैं बदल चुछ हूँ जो सब कुछ बदल चुछ है।
14:54एक्षेप डे बैड़ पर ये गुर्ण ने चाहिए।
14:56विकी तुम वो बात करना जाया हूँ क्या है।
15:00मैं आपको पंदर यहीं कर लिए गए बैट गहिता हूँ।
15:03क्योंकि आप अपने लिए नहीं करते हैं?
15:05मेरे पीछे उड़ड़ी चार साल वेस्ट कर दिये हैं तुमने
15:09वेस्ट नहीं कियें
15:12मैं आपको लगता हूँ
15:17और मैं अपने लिए नहीं करते हूँ
15:19मैं एक क्रिमिनल हूँ मांसी
15:21अस्पारार रुप गळ नहीं नहीं नहीं आपको करते हैं
15:23मेरे बाद किसी की जान गया है
15:27बहुत हुआ खुछ देखते हैं
15:29यह इसे वावत है जब उसका पूस ले
15:37विक्कि
15:41जो हुआ तो हुआ गए
15:43अब उसको भूल जाओ
15:45हम विश्वादी पर देखने लगा, मैं विश्वादी!
15:48आप उठाएँ?
15:50विश्वादी मीं अब बहुत श्रूसी आचने करके लिए विश्वादी याद रहे है?
15:55विश्वादी है.
16:02आप कुछ आप सांवाद साल डड ज़िए, मनसी.
16:04आपको अत्याद करें, मैं अपका क्षाइत करें, सचाल।
16:19विक्की। आप कैसे मुझे खाये करेंगे।
16:24मुझे खाये करेंगे।
16:28विक्की। बस किसी काने करेंगे।
16:32हम आज में शैन है
16:34हम नहीं चाहते हैं
17:00मैं बाद में कर देता
17:02क्यों?
17:04साथ खाना खा सकते हैं
17:06तो साथ पलेटे नहीं साफ कर सकते
17:12मुझे तो रोजाना घर में
17:14छे लोगों की पलेटे दिन में तीन बार धोनी पड़ती हैं
17:18ये तो थोड़ी सी है
17:26एक बात पूछूँ
17:28तुम्हारे शोहर कैसे हैं?
17:34अच्छे हैं
17:38पर वो अब्बु कमाल के हैं
17:42बच्चों पे जान छे रखते हैं
17:48साऊध, शेयान और समीर
17:52तीनों सिर्फ अपने अब्बु की सुनते हैं
17:58तुम्हारे शोहर कैसे हैं?
18:28पर वो अब्बु कमाल के हैं
18:30तुम्हारे शोहर कैसे हैं?
18:32तुम्हारे शोहर कैसे हैं?
18:34तुम्हारे शोहर कैसे हैं?
18:36तुम्हारे शोहर कैसे हैं?
18:38तुम्हारे शोहर कैसे हैं?
18:40तुम्हारे शोहर कैसे हैं?
18:42तुम्हारे शोहर कैसे हैं?
18:44तुम्हारे शोहर कैसे हैं?
19:10जाने का वक्त हो गया
19:14और तुम यहाँ बच्चों के तरह मूफ़ भुलाय खड़े हो।
19:22सबिया, कैसे जाने दे सकता हूँ तुम्हें?
19:31तुम सब कुछ हो मेरे लिए।
19:44सब कुछ हो मेरे लिए।
20:14सब कुछ हो मेरे लिए।
20:44सब कुछ हो मेरे लिए।
21:14नहीं, नहीं, नहीं, नहीं...
21:29जुहू, बैट ये...
21:32विक्की, अरे तुम यहाँ वसही में कैसे?
21:37अच्छा भाई, मैं यहां पास में ही रहता हूं, मुझे छोड़ दोगे क्या?
21:42बस यहाँ आ गई?
21:44सुपर्वाला भी कमाल है, इतनी जल्दी तुमसे फिर से मिला दिया।
21:51तुम मस्जिद में?
21:55मस्जिद के पास अंदर एक...
21:58कबर पे भूल चड़ाने गया था।
22:01अच्छा...
22:02तो कैसा रहा? जेल के बाहर पहला दिन?
22:11तुम्हें नहीं रखता वहाँ शान्ती जाधा थी?
22:15शान्ती? हाँ, शान्ती तो थी, लेकिन सुकून नहीं था भाई.
22:22और यहाँ है?
22:24हाँ?
22:26बाहर है? सुकून?
22:29तुम सवालों में सुकून ढूंढ रहे हो?
22:32मुझे खुद को भी नहीं पता मैं क्या ढूंढ रहा हूँ?
22:36मेरे भाई, ढूंढना बंद करो, और बस आगे बढ़ो.
22:43आगे बढ़ो?
22:44आगे बढ़ो, आगे बढ़ो, आगे बढ़ो! जसके साथ उता उसको पता है।
22:47हर एक के लिए इतना इजीनी उठा है आगे बढ़ना.
22:52इजी तो मुझेचिर किसी के लियये भी नहीn हूँ होता.
23:00लेकिन हिम्मत करनी पडती है.
23:02तो मेरे भाई किसी के लिए भी नहीं होता
23:10लेकिन हिम्मत करनी पड़ती है
23:20पर...
23:24पर मैं भूल नहीं पा रहा हूँ
23:27वक्त तो लगता है
23:34लेकिन मेरे भाई...
23:38कोशिश तो करो
23:52हाई... एक मिनिट ज़रा यहाँ साइट करें
23:54हाई... एक मिनिट ज़रा यहाँ साइट में लगा देना
24:03चलो
24:08थैंक यू
24:11खयाल रखना
24:24खयाल रखना
24:55लोग
24:56आप अच्छा है?
24:58आप अच्छा है विकी?
25:00पांसी
25:02यह अच्छा है विकी, आपके लिए हुई हूँ
25:05सब ठीक हो जाएगा
25:24सब ठीक हो जाएगा