• 2 days ago
अनंत पुण्य कर्म होने से ही हमे ज्ञानी के दर्शन होते है और आत्मज्ञान मिलता है|आत्मज्ञान पाने के लिए हमारे विनम्र भाव जैसे, 'मैं कुछ नहीं जनता' और 'परम विनय' ज्ञानी के प्रति होने चाहिए |