• 12 hours ago
आसक्ति/ लगाव का क्या परिणाम है? आसक्ति धीरे-धीरे अपेक्षा में परिवर्तित होती है, फिर आशाभंग हो के अंत में निराशा में परिवर्तित हो जाती है | हमें ऐसी समझ रखनी चाहिए की दूसरे व्यक्ति से हमें चाहे प्रेम, क्रोध या द्वेष मिले हमें उसे समता भाव से स्वीकार करना है |

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