• 21 hours ago
भीतर के भावों का महत्त्व बहार के स्तिथि से अधिक ज्यादा है | कोई भी बुरा विचार या द्वेष हमे नर्कगति की ओर ले जाता है, आत्मजागृति या अच्छे विचार हमे मुक्ति या स्वर्ग की ओर ले जाते है |

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