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फ्री डिलीवरी पाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/books?cmId=m00041
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#AcharyaPrashant #आचार्यप्रशांत #Philosophy #BhagavadGeeta
वीडियो जानकारी: 13.11.24, बोध प्रत्यूषा, ग्रेटर नोएडा
अमीरों को देखता हूँ तो ख़ुद से नफ़रत होती है! || आचार्य प्रशांत (2024)
📋 Video Chapters:
0:00 - Intro
1:18 - बिहार की पहचान और हीन भावना
6:44 - पैसे का महत्व और डर
11:58 - अमीरी और गरीबी की परिभाषा
16:15 - साधु की कहानी और शिक्षा
21:00 - अमीर और गरीब का खेल
25:47 - भाषा और पहचान
30:27 - क्षेत्रीय भाषाओं का महत्व
34:48 - शिक्षा और विकास की आवश्यकता
42:15 - समापन और धन्यवाद
विवरण:
इस वीडियो में आचार्य प्रशांत और एक छोटे शहर के व्यक्ति के बीच गहन चर्चा होती है, जिसमें money, self-esteem, और social identity जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की जाती है। व्यक्ति अपने गांव की poverty और inferiority complex के बारे में बताता है, यह महसूस करते हुए कि अमीर समाज में आने के बाद उसे खुद से नफरत होने लगी। आचार्य प्रशांत उसे समझाते हैं कि पैसे का महत्व है, लेकिन यह self-worth और पहचान का आधार नहीं हो सकता। वे बताते हैं कि असली अमीरी वह है जिसमें व्यक्ति अपने भीतर की inner fulfillment को पहचानता है, न कि बाहरी दिखावे पर निर्भर रहता है।
आचार्य प्रशांत यह भी बताते हैं कि पैसे से मिली ताकत अक्सर fear और slavery का कारण बनती है।वे प्रेरित करते हैं कि व्यक्ति को अपनी जड़ों पर गर्व करना चाहिए और समाज में अपनी पहचान को मजबूत करना चाहिए।
इस वीडियो में self-awareness, wisdom, और personal growth पर ज़ोर दिया गया है, जो किसी को भी अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित कर सकता है।
🎧 सुनिए #आचार्यप्रशांत को Spotify पर:
https://open.spotify.com/show/3f0KFweIdHB0vfcoizFcET?si=c8f9a6ba31964a06
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अमीरों को देखता हूँ तो ख़ुद से नफ़रत होती है! || आचार्य प्रशांत (2024)
📋 Video Chapters:
0:00 - Intro
1:18 - बिहार की पहचान और हीन भावना
6:44 - पैसे का महत्व और डर
11:58 - अमीरी और गरीबी की परिभाषा
16:15 - साधु की कहानी और शिक्षा
21:00 - अमीर और गरीब का खेल
25:47 - भाषा और पहचान
30:27 - क्षेत्रीय भाषाओं का महत्व
34:48 - शिक्षा और विकास की आवश्यकता
42:15 - समापन और धन्यवाद
विवरण:
इस वीडियो में आचार्य प्रशांत और एक छोटे शहर के व्यक्ति के बीच गहन चर्चा होती है, जिसमें money, self-esteem, और social identity जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की जाती है। व्यक्ति अपने गांव की poverty और inferiority complex के बारे में बताता है, यह महसूस करते हुए कि अमीर समाज में आने के बाद उसे खुद से नफरत होने लगी। आचार्य प्रशांत उसे समझाते हैं कि पैसे का महत्व है, लेकिन यह self-worth और पहचान का आधार नहीं हो सकता। वे बताते हैं कि असली अमीरी वह है जिसमें व्यक्ति अपने भीतर की inner fulfillment को पहचानता है, न कि बाहरी दिखावे पर निर्भर रहता है।
आचार्य प्रशांत यह भी बताते हैं कि पैसे से मिली ताकत अक्सर fear और slavery का कारण बनती है।वे प्रेरित करते हैं कि व्यक्ति को अपनी जड़ों पर गर्व करना चाहिए और समाज में अपनी पहचान को मजबूत करना चाहिए।
इस वीडियो में self-awareness, wisdom, और personal growth पर ज़ोर दिया गया है, जो किसी को भी अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित कर सकता है।
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