वीडियो जानकारी: 19.11.23, संत सरिता, ग्रेटर नॉएडा
विवरण:
इस वीडियो में आचार्य जी ने शारीरिक संबंधों और भावनात्मक जुड़ाव के बीच के संबंध पर चर्चा की है। उन्होंने बताया कि शारीरिक संबंध बनाते समय केवल शारीरिक आकर्षण पर निर्भर रहना सही नहीं है। इसके बजाय, एक गहरा इंटेलेक्चुअल और भावनात्मक कनेक्शन होना चाहिए। आचार्य जी ने यह भी कहा कि शारीरिक संबंधों में भावनाएं जुड़ जाती हैं, और यह जरूरी है कि हम किसी व्यक्ति को केवल एक शारीरिक वस्तु के रूप में न देखें।
आचार्य जी ने उदाहरण दिया कि कैसे लोग एक रात के संबंधों के लिए जाते हैं, लेकिन बाद में वे भावनात्मक रूप से जुड़ जाते हैं, जिससे उन्हें दर्द और दुख का सामना करना पड़ता है। उन्होंने यह भी बताया कि संबंधों में गहराई लाने के लिए हमें पहले व्यक्ति की पूरी पहचान और उसके अंदर की भावनाओं को समझना चाहिए।
आचार्य जी ने यह स्पष्ट किया कि संबंधों में बेहोशी से बचना चाहिए और हमें होश में रहकर निर्णय लेने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि संबंधों में गहराई लाने के लिए हमें पहले व्यक्ति को एक इंसान के रूप में देखना चाहिए, न कि केवल एक लिंग के रूप में।
प्रसंग:
~ क्या शारीरिक संबंध बनाने से पहले जानना, समझना ज़रूरी है?
~ क्यों संबंध बनाने से पहले जानना आवश्यक है?
~ क्या संबंध बनाना बुरी बात है?
~ स्वस्थ संबंध कैसे हों?
~ क्या ज़रूरी होता है किसी से भी रिश्ता बनाने के लिए?
संगीत: मिलिंद दाते
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