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  • 3/31/2025
देश में धूमधाम से ईद-उल-फितर मनाया जा रहा है... लेकिन इसके साथ ही वक्फ संशोधन बिल का विरोध भी किया जा रहा है.मध्य प्रदेश के भोपाल में वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक के विरोध में नमाजियों ने काली पट्टियां बांधीं. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने इस विरोध का आह्वान किया था. रमजान की आखिरी नमाज़ में भी इसी तरह का विरोध देखा गया था. नए बिल के में जमीन पर दावा करने वाला ट्रिब्यूनल के अलावा रेवेन्यू कोर्ट, सिविल कोर्ट या हाईकोर्ट में अपील कर सकेगा. अब वक्फ ट्रिब्यूनल के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की जा सकेगी. जब तक किसी ने वक्फ को दान में जमीन नहीं दी हो, उस पर भले ही मस्जिद बनी हो पर वह वक्फ की संपत्ति नहीं होगी. वक्फ बोर्ड में 2 महिलाओं और अन्य धर्म के 2 सदस्यों को एंट्री मिलेगी. इन्हीं सब बदलावों का विरोध किया जा रहा है.

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Transcript
00:00तो देखिये वक्त बिल पर विपक्ष विरोत कर रहा है, सथ्ता पक्ष के अपने दावे हैं
00:05और इसी मुद्दे पर बाचीत करने के हमारे साथ के के शर्मा भारती जंता पार्टी की प्रवक्ता जुड़ चुके हैं
00:10अजीज खान जो की समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता है, वो इस वक्त हमारे साथ जुड़ चुके है
00:14सबसे पहले के के शर्मा जी, आपके पास मैं आ रहा हूं
00:17सरकार किस आधार पर इस बिल का समर्थन कर रहे हैं, क्या सणशोदन ले कर आ रहे हैं
00:22क्यूंकि ऐसा कहा जारा है कि जो अब तक ट्रिभिनल में सुना जा सकता था वक्त सुझड़े मामले
00:26वक्ष जुड़े मामले अब उससे हम सिविल कोट में ले जा सकते हैं
00:29उसके उपर के कोट में ले जा सकते हैं
00:31तो इससे किस बात की दिक्कत है?
00:37देखे विशाल जी सबसे पहले तो आज ईद का परव है
00:41मैं देशवाशियों को इसकी बढ़ाई देता हूँ, सबकामनाई देता हूँ
00:44रही बात आपने जो विशेब बताया और जो मैं अभी विपरश्च की बातें सुन रहा हूँ
00:51देखे इस लोकतंतर में सबको अपनी बात कहने का हक है
00:55और सबको अपनी बात सामान अहिंशक रूप से और शांती से लोकतंतरीक तरीके से अपनी बात रखें
01:03और विभिन दल, यह मामरा यह बिल आ रहा है सदन में जिसमें एक लंबाय बहाच हुनी है
01:10इस पे बिल भी अपनी बात भी रखें और विस्तार से बताएं तेशकी जन्ताओं को भी
01:14पहली बात मैं बतादू की ये जो बफ का बिल का जो संसुधन है
01:18आपने रिजयू जी का वयान देखा आई ये पहले हमारा बनाया हुआ बिल नहीं है
01:23ये बिल पहले से बना हुआ इसलिए इसको असवधानिक तो नहीं कह सकते
01:27इतने साल तक वो सवधानिक रहा आज असवधानिक हो जाएगा ऐसा तो नहीं है
01:31ये प्रोपोगड़ा है ये जूट है जिसको की विपक से प्रचारिट कर रहा है
01:36और कुछ एक वर्ग विशिस की लोग है
01:38मैं दूसी बात कहना चाहता हूँ
01:40कि ये मामला जो है बफ़का ये केवल मुसल्मानों से जुड़ा हुआ मामला नहीं है
01:45पहले तो ये इसपस्ट होना चाहिए
02:17कि एक हावा बना कर और लोगों को प्रोपोगंडा करके आराजकता फैलाना ये जायस नहीं है
02:22नमबर वर्ग
02:24कि इसमें क्या संसुधन है
02:26प्रमुक्ता से कुछ छोटे संसुधन और है
02:29लेकिन प्रमुक्ता से एक संसुधन है
02:31जो 2013 में आनन फानन में
02:33जब कांगरेस की सरकार
02:35उसे लग रहा था
02:37कि हम नहीं आ पाएंगे सत्ता में
02:39तो उन लोगों ने आनन फानन में
02:41एमरिजिसी कमेटी गठित करके
02:43और बाद में उसको एक
02:45आदेश से पारिद कर दिया
02:47और उस बिल में ये कहा गया
02:49उस संसुधन में कि
02:51कि ये जमीन पर वफ जो है अपना अधिकार बतासकता है
02:57कि ये जमीन बफ की जमीन है
02:59कोई भी खटाओ कर सकता है
03:01किसी भी जमीन पर ये इसपस्ट रूप से
03:03लोग में लिखा हुआ है, जो अब आपकि
03:05भ्रमित करेंगे लोग लेकिन
03:07इसको हमने ये कहा है कि इसपे जो अभी सुझाओ आये आए पिछला जो बिल आया
03:13अभी तो ये JPC में भी गया है, JPC में भी इस पर विस्तार से 31 संचोडन बताये कर देखें
03:20और वो सुझाओ को बहुत सुझाओं को मान भी किया गया, बस मैं उतने कहता हूं
03:26नहीं, संचोडन के उस सब चर्चा तो देखो बिल में आई, लेकिन मैं जो मोटे तौर पर जो बात है वो बताना चाहता हूं
03:32कि इस पर इस तरह का जो एक क्लेम था, उसको जो है कहा गया है कि नहीं आप ऐसा क्लेम, आपको उसको सिस्टम से क्लेम करना होगा, आप ऐसे नहीं कर सकते, कि यहाँ खड़े हो गये
03:44और पहले इन्होंने जो कानुन में रखा था कि ये claim तो कर सकते हैं
03:47लेकिन जिसकी जमीन पर claim कर रहे हैं उसको साबिद करना पड़ेगा
03:51तो वाप जूट के लिए प्राउधान नहीं कर सकते हैं
03:56नमबर वड़ एक बात और कहते हैं
04:01दूसरा जो जूट फैलाया जा रहा है देश के अधर में
04:04मैं क्लियर कर देना चाहता हूँ
04:06कि जो registered property है बब बोर्ट की
04:09उस पर किसी बी तरह का कोई संशोधन नहीं है
04:12दूसरी बात जो मामले कोट में विबादित रूप में चल रहे हैं
04:17यह in the future इस तरह के claim नहीं हो पाएंगे
04:22अजीस खान हमारे साथ जोड़े हुए समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता हैं
04:25अजीस खान जी हमने सरकार का पक्ष जाना केके शर्मा के माध्यम से
04:58बहुत अस्पस्ट कि यह ता कि कोई भी ये जमीन पर क्लेंब कर सकता है और उसको खुद साविद करना पड़ेगा जो जमीन जिसका है कि यह मैं इसका मालिक हूँ यह नहीं हूँ
05:11ये सर्वभिदित है कि जिसकी जमीन होती है उसके पास काफ़जात होते हैं
05:16और अगर जिसकी जमीन है दूसरा कोई हरप कैसे कर लेगा
05:20ट्रिबुनल है उस ट्रिबुनल के उपर हाई कोड़ है, सुप्रीम कोड़ है
05:24क्या इस देश की कोड़ उस पर सक्षम नहीं है?
05:28क्या वह नए कोड़ बनाना चाहिए?
05:30आप कहरें साभा, सिविल कोड़ में जाएगा
05:32क्या ट्रिबुनल सिविल कोड़ का पार्ट है कि नहीं है?
05:35क्यूंकि ट्रिबुनल इसलिए बनाये जाते हैं, विसाल भाई
05:37कि हर भीभाग में, जब केस जादा हो जाता है
05:40इनकं टैक्स में ट्रिबणल है आप देखे यहाँ वख में ट्रिबणल है
05:45तमां ऐसे मसलें ज़ाँड ट्रिबणल का मतलब वो भी उसमें भी जज ही बेटते हैं
05:50और इसमें भी चेज बैठ रहे हैं
05:52अब सवाल इस बात का एक तो एक बात होगी
05:54सवाल जो वाक बिल में अमेंडमेंट का नहीं है
05:57इनकी नियत खराब है
05:59सबसे पहले क्यों यह कहना चाहते हैं कि जो रजिस्टर्ट प्रापर्टी है
06:03उस पर मुझे कोई दिक्कत नहीं है
06:05मैं कहना चाहता हूँ तमाम ऐसे मस्जिदे हैं
06:07तमाम ऐसे कबरिस्थान हैं
06:09तमाम खानका है जो लोगों ने दान दे दिया
06:12और सो रुपए के स्टैम पर लिख दिया
06:15साधे कागज पर लिख दिया भी अपनी प्रापर्टी है
06:17लोगों ने दान दे दिया इश्वर के नाम वख कर दिया
06:20अब अगर ऐसी प्रापर्टी को वख कर दिया
06:23तो इन परिश्ठितियों में वो जमीन किसकी होगी
06:26क्या वो कहेंगे साभी सरकार की जमीन हो जाएगी
06:30यह एक विबाद को खड़ा करना चाहते हैं
06:33यह नहीं चाहते हैं कि जो कबरिस्तान, जो मजार, जो खामका, जो चीज़े चल लही हैं मस्जिदे
06:40उन पर एक निज़री प्रापर्टी पैदा होगी
06:43मैं एक चोटा सा आप से इस पर एक जवाब चाहता हूँ
06:46अभी तक जो मेरी जानकारी हो सकता है आप लोग उसको और सही करिये
06:49ट्रिवुनल में ही सिर्फ वक्स जुड़े मामले जा सकते हैं
06:52और अगर यह सरकार यह लाना चाहा रहा है aur agar yeh Sarkaar yah laana chaha rahae hai
06:54कोई ओर court में जाये तोऽस में आपको समस्टिया किस बात की है coi aur court mein jaaye tohus mein aapko samstiyya kis baat ki hai
06:58वक्स ट््रिवुनल में ही क्यों जाना चाहै गा To whisk 2012 mein hi kyon jaana chaahega
07:00सर मैं करेक कर दूँ कि ट्रिबनल है क्या? ट्रिबनल विभाद वाईस बनाया जाता है कि सर मैं आ रहा हूँ
07:08अगर त्रिबनल का आप एक जस्टिस की प्रणाली है उसी का हिस्सा है वो कह रहे हैं कि इसको और पारदर्शी कर दीजिए
07:14ट्रिबनल के लागा कुछ सिविल कोड में चला जाए, हाई कोड में चला जाए, सुपरीम कोड में चला जाए
07:19सर मैं वही बात को अस्पस कर रहा हूँ ट्रिबनल एक बेसिक परकरिया है
07:24तो फिर विरोध किस बात का है?
07:27अरे भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भीशाल भ

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