कानून पर बोले मौलाना महमूद मदीजमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने वक्फ कानून में प्रस्तावित संशोधनों पर गंभीर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि वक्फ संपत्तियां मुसलमानों द्वारा की गईं हैं, और इन पर किसी भी प्रकार की सरकारी दखलंदाजी को वे स्वीकार नहीं करेंगे। मौलाना मदनी ने इसे संविधान और शरीयत के खिलाफ बताया और कहा कि यदि यह विधेयक पारित होता है, तो जमीयत इसे उच्च न्यायालयों में चुनौती देगी। उन्होंने सरकार से अपील की कि वह इस विधेयक को वापस ले और मुस्लिम समुदाय के धार्मिक अधिकारों की रक्षा करे।
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00:00वक्फ कानून को लेकर आज जमेत उलमाएं हिंद की बैचक होई है और इस बैचक के बाद मौलाना मह्मूद मत्नी ने कहा है कि वक्फ कानून मुसल्मानों की जमीन शीनने के लिए लाए गया है
00:08मुसल्मानों को सिर्फ प्रताड़क किया जा रहा है
00:10ये कहना है महमूद मतलिका
00:38मेजुरिटी की बुनियाद पर मेजुरिटी की जो मेजुरिटेरियन अप्रोच के साथ इसको लाया गया है
00:47तो हम इसको पूरी ताकत के साथ रिजक्ट करना चाहते हैं
00:52और इसको मुसल्मानों से सिर्फ रिलेटेड ये इशू नहीं है
00:57बलके हम ये समझते हैं कि जिस अप्रोच के साथ जिस नियत के साथ जिस एटिटीट के साथ जिस स्टाइल में इसको लाया गया है
01:09ये ना मुसल्मानों के लिए है ना कॉमन इंडियन सिटिजन्स के लिए है आम हिंदुस्तानियों के लिए भी नहीं है
01:16और नदेश के लिए वो कानून आज लागू हो चुका है और बात तो समझे है कानून लागू होना और विरोध दोनों में कोई फर्क नहीं है आपका काम है आप जो जबरदस्ती कर रहे हैं कर लीजे पर हम आप चाहते हैं कि हम विरोध भी नहीं करें इस आप हमें ये ड्रा�
01:46अपील करें कि कोई तीन लोगों की जान चली गई है वो सिर्फ तीन का सवाल नहीं है रोधाना बहुत लोग मरते हैं हमारा सिर्फ एक मोटी सी बात है हरगिज हरगिज वाइलेंस नहीं होना चाहिए और हम पूरी ताकत के साथ वाइलेंस को कंडम करते हैं वाइलेंस को कं�
02:16झाल झाल