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  • 4 days ago
वक्फ कानून को लेकर सरकार को मिला 7 दिन का समय, जानें सुप्रीम कोर्ट का पूरा न‍िर्देश

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00:00एक और बड़ी खबर इस समय आ गई है सरकार को साथ दिन का समय मिल गया है
00:04सरकार की तरफ से सॉलसिटड जनरल तुशार महता ने ये कहा था
00:09कि हमें जवाब देने के लिए आप साथ दिन का समय दीजिए
00:12अधालत ने मान ली है ये बात
00:13अदालत ने सरकार को कहा है केंदर सरकार को कि जो भी प्रेशन हमने आप से पूछे हैं उसके लिए आपको हम साथ दिन का समय देते हैं
00:20और ये निविदन सुप्रीम कोट से सरकार के वकील तुशार महता ने किया था और उन्होंने ये कहा था
00:27कि हमें साथ दिन का समय दीजी और सरकार ने कहा है
00:30और जवाब देने तक यथा इस्तिती बनी रहेगी
00:34संजें यथा इस्तिती क्या है
00:36यथा इस्तिती अंतरी मिस्टे की तरह ही है
00:42कि सरकार इस नए कानून के तहट कोई भी नियोक्ति नहीं कर सकती है
00:47और सरकार इतनी हड़बड़ी में भी नहीं होगी कि इस बीची कर देगी
00:50तो सिर्फ मुझे भी ये लगता है कि इसका मकसद सिर्फ संदेश देना था
00:55और सरकार अपने विश्तरित हलफ नामा एक हफ़ते में दाखिल करेगी
00:59उस हलफ नामे से वो कोर्ट को कितना संतुष्ट कर पाती है
01:03ये देखना दिल्चस्ट होगा कौन-कौन से उत्तर लेकर आती है
01:07जिसमें वो अपनी बात को जस्टिफाई कर सके
01:09और कोर्ट उनके जस्टिफिकेशन से कितना संतुष्ट होता है
01:11यह तो अगली सुनवाई में पता चलेगा यानि अगले हथे। साथ दिन का समय सरकार को चाहिए। तो मुम्किन है कि अगले हथे इस मामले में अगली सुनवाई तेह की जाए।
01:37अंतरिम आदेश में इन्होंने स्वष्ट कर दिया है कि कोट सीजी आई ने अपने आदेश में लिखा दिया है कि अगले आदेश तक संक्षोधित कानून के तहट कोई नई नियुक्ति नहीं होगी
01:48वक्फ बाई यूजर नोटिफिकेशन या इस आदेश के लिए वक्फ की संपति घोशित जो हो चुकी है चाहे वो नोटिफिकेशन के जरीए हो वक्फ बाई यूजर नोटिफिकेशन के जरीए हो तो उसकी संपति जो वक्फ की संपति घोशित हो चुकी है उसमें चाहे वि�
02:18अगले पांच दिनों में अपना प्रतिउत्तर यानि रिजॉइंडर दाखिल करेंगे
02:23सरकार के हलफ नामे पर याचिका करताओं को क्या आपती है
02:28उसमें वो अपनी दलील क्या रखना चाहते हैं
02:31उसके लिए भी आउसर मिलता है तो वो रिजॉइंडर फाइल करने के लिए पांच दिनों का आउसर है
02:35और अगली सुनवाई बस अब थोड़ी देर में इसमें ये बताएंगे
02:40कि इस मामले के अगली सुनवाई कब होगी यानि साथ दिन और पांच दिन बारह दिन ये ऐसे होगे
02:45और उसके साथ ही एक दो दिन का और वक्फा मिल सकता है और उसके बाद फिर इस पर सुनवाई तैह हो जाएगी
02:52तो क्या अभी हम ये मान सकते हैं कि फिलहाल जो नया वक्फ संशुधन कानून बना है वो वैसे ही रहेगा उसके तहट कोई भी कर रवाई नहीं होगी
03:03जियां बिल्कुल सलिसीटर जंडरल ने अदालत को भरोसा दिया है कि धारा इस खानून की धारा 9 और 14 के तहट परिशद और बोर्ड में
03:16वक्फ काउंसिल और वक्फ बोर्ड में जानी स्टेट्स के वक्फ बोर्ड और सेंट्रल काउंसिल इसमें कोई नियुक्ती नहीं की जाएगी कोई भी सदस से अध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा उसके नए कानून के तहट अगली सुनवाई के तारीक तक वक्फ जिसमें प
03:46यानि अब ये दस्तावेजों का हिस्सा बन चुका है अब हमें इंतजार है कि इस मामले की अगली सुनवाई कब तैकी जाती है और किस दिशा में सुनवाई जाएगी
03:56संजे अभी तो सुनवाई शुरू हुई थी और सुनवाई शुरू होने के बाद ये स्टेव वाली बात आ गई अब आगे आज क्या क्या होगा
04:05देखे आदेश तो आ चुका है कोट ने आदेश जारी कर दिया है अब इसके बाद क्या अंदर कोट अन्य याचिका करताओं को जो इसके पक्ष में अपनी बात रखना चाहते हैं क्या उनको ये इसकी इजाज़त दे रहे हैं क्योंकि सुप्रिम कोट ने पेटिशनर से कहा कि
04:35अब इस पर विश्क्रित सुनवाई जो होगी उसके लिए सुप्रिम कोट ने कहा है कि पेटिशनर्स पाँच ऐसी प्लीज पाँच ऐसी दलीलें जिसके आधार पर अपनी बात रखना चाहें जो लीड करें पेटिशन्स की चुकि 72 के 73 पेटिशन्स को सुनना मुम्किन नह
05:05इन मुद्दों पर हमें क्लारिटी चाहिए सरकार का भरोसा चाहिए और यहां यहां हमें आपती है यह पॉइंट इसमें से रिपील होने चाहिए इसमें से हटने चाहिए तो अब यह देखना दिल्चस्ट होगा कि सिज्जाई ने बोला कि जो अमेंडमेंट थे 1995 के और 2013 के
05:352013 के एक्ट में जो तमाम चीज़े हैं उन पर भी बहस होगी सुप्रिम कोर्ट में जब इस मामने के सुनवाई आगे चलेगी
05:43बहतर मैंसे कितनी याचिकाएं ऐसी हैं जिन पर संजे सुनवाई आगे हो सिर्की कोई जानकारी इस बारे में मिलता ही है
05:52इस बारे में कोर्ट ने जैसा स्पस्ट कर दिया है कि पांच ऐसी लीडिंग याचिकाएं जिस पर यह तै कर दें और पांच पॉइंट तै कर दें
06:03जिस पर की पेटिशनर्स आपस में बात करें और उसमें ये तै कर लें कि वो कौन-कौन से पांच लीडिंग प्लीज होंगे दलीले होंगी आधार होंगे जिस पर ये सुनवाई आगे बढ़े तो सुप्रिम कोट नहीं ये भी कहा है कि 1995 और 2013 के एक्ट को लेकर जिनको भी आ�
06:33में भी अपने जवाब में इस इन मुद्णों को उठा सकती है कोट ने साफ कहा है कि यूनियन और स्टेट्स राज्य सरकारें और केंदर सरकार वो चाहें तो वो भी रिप्लाई फाइल कर सकते हैं और अपने अपने रिट पेटेशन में साथ दिनों के अंदर यानि नोटि
07:03कोट में वक्फ पसंशोधन पानून पर जिस रुगाई चल रही हैं कि उसके महत्कून बाते क्या हैं सबसे पहले ये कि सरकार को साथ दिन का समय जवाब देने के लिए दिया गया है सबसे बड़ी बात ये इससे पहले कल जो एक अंतरिम आदेश आने की बात हो रही थी उस
07:33नियुक्ति दी जाएगी वो अभी नहीं होगा और तीसरी बात विवादित वक्फ संपत्ति पर कलेक्टर जाच करके उस पर निर्ने ले सकता था ऐसा अभी नहीं होगा कलेक्टर जाच कर सकता है लेकिन उस पर कोई निर्ने नहीं ले सकता तो ये यथा अस्तिती बनी रहे
08:03वक्फ सर्शुधन खानून बना है वो गानून लागू नहीं होगा उस कानून के तहट कोई भी ना तो नियुक्ति होगी ना किसी संपति को अवैद घुशिद किया जाएगा ना कलेक्टर किसी विवादत संपति पर अपना निर्ड़ें दे पाएंगे
08:17कोई भी कलेक्टर, किसी भी जिले के कलेक्टर के पास अगर कोई विवादित वक्स की संपत्ती जाती है तो उजाज तो कर सकते हैं, वो पूछताज कर सकते हैं, लेकिन उस पर निर्णे अभी नहीं दे सकते हैं
08:27पाँच याचिकाओं पर मुख्य जो 72 में से पाँच मुख्य याचिकाओं हैं, उन पर ही सुनवाई होगी, संजी कौन सी याचिकाओं क्या ये क्लेर कर दिया है अदालत में?
08:38याचिकाओं नहीं, उन्होंने का कि पाँच मुख्य प्लेडिंग, पाँच मुख्य दलीले, पाँच मुख्य आपतियां जो आपको हैं, उन मुद्दों पर जैसे तीन तो ये हो गए, दो और कोटने रखें, कि आप ये तै करें, कि आप पाँच मुख्य आपतियां आपक
09:08नहीं नहीं पांच दलीलों के मुख्ष बिंदू तय्यार करें याचिका करता और ये बाकी लोग मिलकर
09:19इसें क्वैल के बहुत सारी चीजें 73 में तो बहुत सारी चीजें कॉमन है तो वो कॉमन
09:27तो common रहेंगी इसके अलावा पांच बिंदों पर प्लीडिंग कैसे आगे बढ़ानी हैं दलीलें और तर्क कैसे देने हैं वो तेह करें दोनों पक्षकार याचिका करता भी रेस्पंडेंट भी नोडल अड़ोकेट तेह कर लें नोडल काउंसल तेह कर लें जिनको वो अपनी
09:57अपने मुद्दे वहां तक पहुंचाएं वो कंपाइल करके अदालत को देंगे जिससे कि सुनवाई का रास्ता आसान होगा सुनवाई जल्दी की जा सकती है पश्टता के साथ की जा सकती है जिसमें कहीं कोई कंफ्यूजन या दोहराव होने के चांसेज नहीं है और ये को
10:27कि कौन कौन से प्लीडिंग्स हैं जिन पर इस मामले को आगे बढ़ाया जा सकता है यानि जो की नोट्स हैं वो तयार कर ले जाएं की पॉइंटर तयार कर ले जाएं और उनी पॉइंटर पर भहस की जाए ताकि पूरा पूरी सुनवाई और जो जज्जमेंट आए वो पू
10:57नियाचिका करताओं को या तीन हो चुके हैं दो और कीजिए ये फिर सवाल घूमकर वहीं आ रहा है और मेरा जवाब भी वही है कि कुल वो तीन भूल जाएए आप पांच बिंदू तै करने हैं उसमें वो तीन भी शामिल हो सकते हैं जिन पर कोट ने अभी अपना अंतरिम
11:27और उसमें कोट ने अपना जज्जमेंट दे दिया है उसको छेड़ चाड़ नहीं की जा सकती है उसको डेनोटिफाई नहीं किया जा सकता है गैर मुसलिम मेंबर्स की भरती उनकी बहाली नियुक्ती इसे भी ये भी शामिल है इसके अलावा बाकी जैसे जहां A.S.I. सुरक
11:57प्लीडिंग्स का मतलब होता है दलील, तरक, बिंदू जिस पर आपका विबाद है वो सारी चीजें तै कर लें तो पांच बिंदू तै कर लिए जाएं और उन पांच बिंदूं पर कौन कौन से वो पांच बिंदू होंगे ये आप लोग अपने नोडल काउंसल के जरिये �
12:27पर उसको भी जस्टिफाई करना चाहें तो वो जस्टिफाई कर सकते हैं और संचोधन को
12:57अगर जस्टिफाई करना चाहें तो याचिका ये जो रेस्पंडेंट्स हैं सरकारे हैं या फिर अन्य ऐसे याचिका करता हैं जो इस कानून का समर्थन कर रहे हैं सुप्रिम कोर्ट में वो उसको वैसे जस्टिफाई कर सकते हैं

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