पूरा वीडियो: देश दुर्दशा में है - भारत में रहूँ, या छोड़ दूँ? || आचार्य प्रशांत (2024)
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00:00भारतिय महिला का बलातकार कोई बस ऐसा थोड़ी पराये ही करते हैं
00:03घरों में होता है पती भी बलातकार करते हैं प्रेमी भी बलातकार करते हैं
00:07और वो तो बलातकार की शेणी में गिना भी नहीं जाता बहुत बार
00:09माना ही नहीं जाता यह बलातकार हुआ
00:10पति-पत्नी की संबने वलातकार थोड़ी होता है
00:12है भाई, वो खुला वलातकार है
00:14शुरू में पत्नी बहुत खुश रहती थी
00:16वो उसकी देहें की तारीफ करता रहता था
00:17क्या बॉड़ी है, ऐसी बॉड़ी, ऐसी बॉड़ी
00:19बहुत खुश रहती थी
00:20पिर दीरे देरे उसको समझ में आता है
00:22कि जो तुम्हें देहे ही समझता है
00:23वो बस मास नोस नोच के खाएगा रोज
00:25सबसे महतपूर्ण मुद्दे होते है
00:27माबाप और बच्चे उन पर कभी चर्चा नहीं करते
00:29बार-बार बोलता हूँ
00:30कि सबसे कीमती सवाल वो है
00:32जिन पर कभी कोई चर्चा नहीं होती
00:34जिन मुद्दों पर पति-पत्नी आमने सामने
00:36बैट कर बात नहीं करना चाहते
00:38यही वो मुद्दा है जिस पर बात होनी चाहिए
00:40जानबूच के दोनों दबा रहे हैं
00:42यह एक जिन्दगी है और वरतमान है
00:44मेरे साथ वो नहीं होगा जो होता है
00:46मेरे साथ वो होगा जो होना चाहिए