प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कक्षा पहली से लेकर आठवीं तक के विद्यार्थियों को हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा.
Category
🗞
NewsTranscript
00:00बिकानेर समेद पूरे राजस्थान के सरकारी स्कूलों में अब बच्चों को मोटापे से बचाने के लिए एक व्यापक योजना बनाई गई है
00:15कक्षा पहली से लेकर आठवी तक के विद्यार्थियों को हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा
00:21स्कूलों में तेल के कम उप्योग को लेकर विशेश फोकस किया जा रहा है
00:26मिड़े मील में अब तैमात्रा में ही तेल इस्तमाल होगा
00:30वही विद्यार्थियों को अत्यदिक तेल खाने से होने वाली विमारियों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी
01:00आजकल जंग फूड का जिसमें बहुत सारा श्पाइशी और तेली वशे बोजन बच्चे गड़ते हैं
01:08हमारे यहां विद्याले में जो है पोशा हर योजना की अंतरगत विका निर्शे पका पका या बोजन हमारे यहां आता है
01:16जो निर्जारित मान दन्नों के अनुसार प्रयापते हैं और समय समय पर हम बच्चों को यह गहते रहते हैं
01:23कि हमें कौन सा बोजन गड़ना चाहिए जो हमारे सरीर के लिए फाइदे मंदों जिसे हमारे सरीर का मोटापा नहीं बढ़े
01:29आहार विशेशग्यों और स्वास्थ विशेशग्यों के व्याख्यान, इको कलब की गतिविधिया, प्रशनोत्री, निबंद लेखन प्रतियोगिताएं और ग्रुप डिसकशन जैसे आयोजनों के जरिये बच्चों को सिक्षित किया जाएगा
01:47हर स्कूल में एक स्वास्थ राजदूत भी निउप्त किया जाएगा, जो इस अभियान का चहरा बनेगा
01:52स्कूल कैंटिनो को भी हल्दी और कम तेल वाले फूड आप्शन्स देने के लिए कहा गया है
02:19वहीं कुक कम हेलपर्स को खाना बनाने में तेल की खपत 10 प्रतीशत तक कम करने का प्रसिक्षन रिया जाएगा
02:26भोजन पकाने की स्वास्ते वर्तक तक्नीके जैसे भाप में पकाना, उबालना, ग्रिल करना और बेक करने को बढ़ावा देने की बात भी कही गई
02:37पेंदर सरकार और आदरने परदान मंतरी जी ने जो बच्चों के मोटापे के प्रतिचिंता व्यक्त किये है वो निश्चित रूप से सही है
02:43आज कल देखा जाता है कि बच्चे फास फूड, जंक फूड बाहर का खना बहुत अतिक खाते हैं
02:49इस वज़े से उनके सांस की समश्या हो रही है और और भी कही तरह की विमारे हो रही है
02:55यह मुहीम न सिर्फ बच्चों को मोटापे से बचाएगी बलकि लंबे समय तक एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए नीव तयार करेगी
03:19अब देखना होगा कि स्कूल और परिवार मिलकर इसे कितनी गंभीरता से अपनाते है
03:24ETV भारत के लिए बीकानेर से अर्विंद व्यास के रिपोर्ट