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क्या महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बीच फिर से दोस्ती हो जाएगी..। क्या दोनों भाई फिर से एक साथ सियासी मंचों पर नजर आएंगे..। जब से एमएमएस प्रमुख राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया है और उद्धव ने भी उनके प्रस्ताव पर सहमति जताई है.. तभी से महाराष्ट्र की सियासत में ये सवाल सबसे बड़ा बना हुआ है..। लेकिन इस बीच महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और बीजेपी नेता नितेश राणे ने ठाकरे परिवार को लेकर ऐसा खुलासा किया है.. जिससे दोनों भाइयों के रिश्ते पर अटकलें तेज हो गई हैं..। एबीपी न्यूज पर एक्सक्लुसिव इंटरव्यू में नितेश राणे ने ठाकरे ब्रदर्स और उनके परिवार को लेकर कई बड़ा बयान दिए..। देखते हैं.. ठाकरे ब्रदर्स की तकरार.. क्या भाभीजी हैं दीवार..?

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00:00औरियंट बेल टाइल्ज स्टूडियो से आप देख रहे हैं ABP News
00:30कि आखर हमारे लोकतंत्र में हमारे संविधान की छत्रचाया में सबसे पावरफुल यानी सरवच कौन है देश की संसत है या फिर देश की सुप्रेम कौट दोनों संविधाने की संस्थाएं हैं दोनों की लोकतंत्र की मजबूत स्तंभ के तौर पर पहचान है और संविधान म
01:00लेकिन क्या इन दोनों में से कोई अपना दाइरा पार कर रहा है? क्या इन में से कोई दूसरे की शक्तियों का अतिक्रमन करना चाहता है?
01:08तीन दन पहले ओप राष्ट्रपती जगदी धनकर ने सवाल उठाया था कि सुप्रमकॉट देश की राष्ट्रपती को निर्देश कैसे दे सकता है? ओप राष्ट्रपती की इस सवाल से जो बहस खड़ी हुई वो अब बहुत आगे बढ़ चुकी है ओप राष्ट्रपती का
01:38विधाईका वर्सस न्याय पालिका की एक तस्वीर उभर रही है निशिकान ने अपने बायान में ओप राष्ट्रपती जगदी धनकर की बात को आगे तो बढ़ाया ही लेकिन साथी साथ दूसरी बात ऐसी कर दी जिससे अपनी पार्टी बीजेपी में भी निशिकान दू�
02:08इस विवाद में कौन सही है कौन गलत फैसला आपका होगा किसके तर्ग दमदार हैं और किसके बेदम तो शुरुबात वहीं से करते हैं जहां से ये पूरा बबंडर उठा
02:18इस देश में धार्मिक युद्ध भलकाने के लिए केवल और केवल सुप्रीम कोर्ट जिम्मेबार है सुप्रीम कोर्ट अपनी सीमा से बाहर जा रहा है
02:32इस देश में जितने ग्रियू धो रहे हैं उसके जिम्मेबार केवल यहां के चीफ जस्टिस अप्रण के संजीब खन्ना से
02:38कोई भी संदसद को यानि राजिसभा और लोकसभा को नुर्देशित नहीं कर सकता
02:45राश्पती को कोई शुनोती नहीं दे सकता
02:47सद्धा का भाव जनता का माननी नियाले के प्रती है वो बना रहे हैं
02:53तेशिकान दूबे को कारण बताओ नोटिस भारती जनता पार्टी दे रही है
02:59प्रधान मंत्री आपकी स्वीकृती के बगैर एक सांसर छोड़िये भारती जनता पार्टी का एक कारकरता मूझ खोड़ ही नहीं सकता
03:08इस तरह से सुप्रीम कोड को धंकाने का अगर काम करोगे तो ये तो उससे जादा चिनता को यो नहीं सकती
03:29इसे वक्ती को रोच्च नयाले इंपर इस प्रतार की टिपने करने वाले को पार्टी से निश्कासित करना चाहिए
03:37सांसद हैं निशिकांत दूबे सुप्रम कोड के समविधानिक दाइरे और चीफ जस्टिस अफ इंडिया संजीव खन्ना पर जो बयान दिया आपने अभी सुन लिया
03:53इसके बाद उनके खिलाफ किंटेंट आफ कोड यानी अदालत की अवमानना की कारवाई वाली मांग भी उठ रही है
04:00सुप्रम कोड के एक अड़ोकेट ओन रिकॉर्ड ने अटाणी जनरल को चिठी लेकर अवमानना की मुकदमे की इजासत मागी है
04:06वकेल ने अटाणी जनरल आर बेंकर ट्रामनी को पत्र लेकर निशिकान दूबे के बायान की जानकारी दी
04:12इस पे कंटेंट ओफ कोड आक्ट का जिक्र किया गया है
04:15निशिकान दूबे जहरकन की गोड़ा लोकसभा सीट से बीज़पी के सांसत हैं
04:20संसत में बड़ी आकरामक शैली में पूरे होमवर्क पूरी स्टेडी के साथ
04:24अपनी बात रखने के लिए अपनी एक पैचान निशिकान दूबे ने बनाई है
04:28ऐसे ही शानिवार को निशिकान दूबे ने सुप्रम कोर्ट पर ये दो बाते कह दी
04:32पहली तो ये कि वक्फ संशोधन कानून पर चिड़ी हिंसा के लिए सुप्रम कोर्ट जिम्मेदार है
04:38दूसरी ये कही सुप्रम कोर्ट अपनी सीमा से बाहर जा रहा है
04:42अब दोनों बयान सुना देते हैं
04:45इस देश में धारमिक युद्ध भढ़काने के लिए केवल और केवल सुप्रिम कोर्ट जिम्मेदार है
04:53इस देश में जितने ग्री युद्ध हो रहे है उसके जिम्मेदार केवल यहां के Chief Justice of India संजीब खन्ना साहण
04:58सुप्रिम कोर्ट अपनी सीमा से बाहर जा रहा है
05:01हमारे पार्लमेंट का क्या अधिकार है, हमारे सुप्रिम कोट का क्या अधिकार है, हाई कोट का अधिकार है, जब सब कुछ लिखत-पठत में है, तो तुम नया कानून कैसे बना दी है, तीन मेहना कहा से लेके आगे?
05:10कि रास्टपती को तीन मेंने के अंदर फैसला करना ये किस कानून में लिखा हुआ है
05:15इसका मतलब ये है कि आप इस देश को एनारकी की तरफ ले जाना चाहते हो
05:21देश की सरवोच्च अदालत पर बीज़पी सांसत का ये बयान
05:27हाल ही में सुप्रम कोर्ट से आया एक फैसला इसके पीछे वज़े बताया जा रहा है
05:31और वक्फ संचोधन कानून को लेकर सुप्रम कोर्ट में चल रही सुनवाई की दौरान
05:35अदालत से जो निर्देश आये वो भी वज़े की नाई जा रही है
05:38ये मामला सुप्रम कोर्ट में है अगली सुनवाई पांच माई को होगी
05:42मुस्लिम समुदाय ने कानून से वक्फ वाई यूजर प्रावधान हटाए जाने का सबसे जादा विरोत कर रहा है
05:48कानून के खिलाफ देश भर में प्रदर्शन हो रही है
05:50बंगाल में तो मुर्शिदबाद में हिंसा भी हुई जहां हिंदों को निशाने पढ़ लिया गया
05:5517 अप्रेल की सुनवाई में सुप्रम कोर्ट की टिपनी भी सामने आई थी
05:59सरकार वक्फ वाई यूजर का प्रावधाने वो फिलहाल नहीं हटा सकती है
06:07सुप्रम कोर्ट ने कहा कि अंग्रेजों से पहले वख्फ रिजिस्टरेशन नहीं होता था
06:10कई मस्जदें तेरवी चौदवी सधी की हैं जिनके पास रिजिस्टरी या सेल डीड नहीं होगी
06:15ऐसी संपत्यों को कैसे रिजिस्टर किया जाएगा उनके पास क्या दस्तवेज होंगे
06:20निशिकान दूबे ने वाखबाई यूजर प्रावधान पर इसी टिपनी को सुप्रम कोट की दोहरे मापदंड के तौर पर सामने रखा
06:27निशिकान ने दलील दी कि सुप्रम कोट ने हिंदू पूझा स्थलों से जुड़े विवादों में तो कागजात मांगे थे
06:32लेकिन जब यही बात कुछ सौ साल पहले की मस्जदों दरगाहों की आई तो दस्तवेज दिखाने से छूट दे दी गई है
06:40आगे बाढ़ेंगे सुप्रम कोट की समवधानिक सीमा पर निशिकान दूबे ने जो कहा है उसके पीछे की वज़े
06:46तेरा दिन पहले सुप्रम कोट से आया एक फैसला भी
06:49आठ अपरेल की तारीक थी तमलारू की स्टालन सरकार की एक ही आचेका पर अपना फैसला सुनाते हुए
06:55सुप्रम कोट ने कहा था राज़पाल की ओर से भेजे गए बिल पर राश्ट्रपती को तीन महीने के भीतर फैसला लेना होगा
07:04सुप्रम कोट ने फैसले में ये भी कहा राज़पाल की तरफ से भेजे गए बिल के मामले में राश्ट्रपती के पास पूर्ड वीटो या पॉकेट वीटो का अधिकार नहीं है
07:24कोट के ओर्डर के मताबिक राश्ट्रपती के फैसले की नयाइक समिक्षा भी की जा सकती है
07:30संबिधान का आर्टिकल 142, 143 ये सब अब कुछ पावर जरूर सुप्रिम कोट को दिया है
07:38लेकिन किस एक्स्टेंट तक उस पावर का कम्प्लीट जस्टिस के आप उसके बहाने आप सुप्रिम को ये प्रेजिडेंट अफ इंडिया को भी आप डारेक्शन दे दें
07:50संबिधान में जो प्रावधान नहीं है उसको भी आप उसमें जोड़ दें
07:54ये एक चर्चा का भी सह है और मुझे लगता है कि ये टू जजेज का जज्जमेंट है इस पर हमारी सरकार जरूर मूब करेगी लारजर बेंच में इस सिसू को ले जाके और इसको सेटल कराने के लिए
08:11तो अभी पावर कुछ दिया गया है समिधान नहीं दिया है उनको पावर लेकिन कहां तक दिया है ये भी उनी को इसकी भी बैचना करनी है और फाइनल निर्ने भी उनी को लेना है तो जल्दी पारलेमेंट मुझे नहीं लगता है कि इसमें इंटर्फियर करेगा लेकिन नह
08:41ऐसे सवाल नहीं उठाए बीज़पी की राज्य सभास सांसद है देनेश शर्मा उन्होंने भी कहा राश्ट्रपती की सुप्रमसी को सुप्रम को चुनौती नहीं दे सकता
08:49कि बाबा साथ भीमराव मेटकर जी ने जब सम्विधान बनाया तो उन्होंने जो विधाई का है और जो न्याय पालिका है उनके अधिकारों का भी वरलन बहुत इस पश्ट रूप में का है भारत के सम्विधान के अंसार कोई भी संसद को यानि राजी सभा और अलोक सभा को �
09:19लोकतंत के लिए भी जरूरी है कि जो सद्धा का भाव जनता का माननी नियाले के प्रति है वो बना रहे इसलिए इस सारी चीज़ें जो विशंगतिया उठ रही है वो नहीं उठना चाहिए
09:34तो अब ये बहस दी छिड़ी हुई है निशिकान दूबे पर अवमानना की कारवाई तक बात पहुँच गई है इस पे उनकी दो बयानों पर गोर करना होगा जो दोनों अलग अलग बयान है पहला बयान वो जिसमे उन्होंने वखफ खानून की दो प्रावधानों पर अंत
10:04शेत्र पर है जिसमे वो तरकों के साथ पूच रहे हैं कि सुप्रमकौट देश की राष्ट्रपती को आदेश कैसे दे सकता है उप राष्ट्रपती के बयान पर सरकार की ओर से किसी की प्रतिक्रिया नहीं आई थी लेकिन निशिकान दूबे के बयान में कई लोगों को ती�
10:34ये उनकी निजी टिपणियां हैं, बीज़पी ऐसी टिपणियों का कभी समर्थन नहीं करती, बीज़पी ने हमेशा न्याय पालिका का सम्मान किया, आदेशों और सुझाओं को सहर्ष स्वीकार किया, सुप्रमकौद समेट देश की सभी अदालतें, लोकतंत्र का अटूट �
11:04गठन तक नहीं पहुचा है, इसलिए तो निशिकान दुबे के समर्थन में हलकी फुलकी आवाजें अभी भी बाहरा रही हैं, देखे निशिकान दुबे जी जो बोले हैं, वो तो सही बात बोले हैं, आज हमारे महामाहिम राश्ट्रपती जी, CJI Chief Justice of India का appointment करते हैं, तो Chief Justice of
11:34CJI चलाएंगे और Supreme Court चलाएंगे और जिसका appointment महामहिम राश्ट्रपती करते हैं, उसको आप नहीं मानेंगे, तो दरकान नहीं है फिर Parliament और राश्ट्रपती का सारे CJI करें
11:46संसत के अधिकारों में दखल अंदाजी की बात कही थी, आर्टिकल 141 का जिक्र किया था, लेकिन मैं आपको बताती हूं कि आर्टिकल 141 जो है, वो दरसल सम्विधान का एक महत्वपूर्ण अनुछेद है, और सम्विधान के अनुछेद 141, आर्टिकल 141 के मुताबिक, सु
12:16स्वारत में कानून की एक रूपता और स्थिरता बनाए रखना है, कोई भी ऐसा वक्तव्य दे दिया जाए, जिससे नयायाले की गरिमा को जो है, वो ठेस पहुंचे अगर तब कंटेंट अव कोट होता है, या फिर लोगों का नयायाले के पती जो है, विश्वास कम हो जा�
12:46जनरल उनकी परमिशन ले ली जाती है, उसके बाद ये मामला अदालत में जाएगा, और अदालत ये तैय करेगी कि क्या जो उनका वक्तव्य था, उससे नयायाले की गरिमा को ठेस पहुंची है, क्या लोगों का भरोसा कम हुआ है नयायाले में, तो ये पूरा जो है दिखा
13:16भी दिया जाए, तो अगर कोई व्यक्ति आकर माफी मांग ले, तो अदालते उसको माफ ज़रूर कर देती है, तो देखना होगा कि आने वाले दिनों में क्या होता है इस केस में
13:24उप राष्ट्रपती जगदीब धनकर ने 17 अपरेल को कहा था, संविधान का आर्टिकल 142, अनुचेद 142, लोगतांतरिक शक्तियों के खिलाफ पर माणू मिसाइल बन गया है
13:36निशिकान दूबे ने भी सुप्रम कोर्ट पर टिपणी कर दी, दरसल सुप्रम कोर्ट आर्टिकल 142 का इस्तमाल करते हुए, तमिलाडू के राजपाल को विध्यक रोकने पर फटका रहा था, और उसी के तहट राष्ट्रपती को भी निर्देशित किया था
13:50अब सवाल है कि आखर आर्टिकल 142 है क्या, जिसका इस्तमाल सुप्रम कोर्ट की तरफ से किया गया, दरसल सम्विधान के आर्टिकल 142 ने सुप्रम कोर्ट को पूर्ण नियाय करने का अधिकार दिया है, इसलिए सुप्रम कोर्ट के पास विशेश शक्ती है, और ऐसे में ज
14:20जरिये न्याए न किया सके तो फिर ये आर्टिकल 142 सूप्रम कोट के लिए एक सेथी वॉल जैसा है मतलब ये कि
14:28आर्टिकल 142 सूप्रम कोट को अंत्यम न्याय देने वाली संस्था बनाता है न्याय का सब्से बड़ा मंदर आर्टिकल 142 की ये शक्ति
14:38विवादास्पत मानी जाती है क्योंकि इसे विधाय रिक्तियों को भरने या कारेकारी कारेों में हस्तक शेप के लिए उप्योग किया जा सकता है और तमलाडू के मामले में कोट ने इस शक्ति का उप्योग कर विधायों को मनजूर माना है वैसे में तमलाडू सरकार के मामले
15:08आजादी भी दी है और ये एक महत्वपूर्ण मानव अधिकार है इसका मतलब ये है कि हर व्यक्ति अपने विचारों और राय को व्यक्त करने के लिए स्वतंत्र है मैं आपको बताना चाहती हूं कि अभिव्यक्ति की आजादी हमें आखर मिली कैसे समधान का आर्टिकल उनीस
15:38अखंडता, सार्चनिक व्यवस्था, शालीनता या नेतिकता या अदालत की अवमानना, मानहानी या अपराज के लिए उकसाना शामल है और ये प्रतिबंध संतुलन बनाए रखनी के लिए बेहद जरूरी माने गए हैं इस में स्पष्ट है कि अभिव्यक्ति की आजादी क
16:08देखना जरूरी हो जाता है कि बोलने से विवस्था प्रभावित ना हो और खास्तोर से जब लोग सवधानेक पत पर बैठे हूँ तो फिर उनकी जिम्मेदारी नेतिक रूप से ज्यादा बढ़ जाती है
16:19साधारन जो लोग है जो MPs है या कोई और है वो Supreme Court पर प्रशन चिन लगाए या किसी भी Court पर प्रशन चिन लगाए वो बहुत दुख कविश है
16:32हमेशा जब हम कोड़ जाते हैं
16:36तो हम बड़ी उमीद के साथ जाते हैं
16:38हमको बड़ा विश्वास है
16:39हमारी जो संस्था है
16:43जाजिस की संस्था है
16:44जो जुडिशरी है
16:45उस पर हमको बड़ा विश्वास है
16:46वो बड़ा गर्व है
16:47लेकिन जब भी हम उनके सामने जाते हैं उनके पास जाते हैं तो हम उमीद करके जाते हैं कि हमारे पक्ष में ही निर्ने होगा लेकिन हमेशा होता नहीं है
16:56निर्ने हमेशा हमेशा पक्ष में नहीं हो सकता है और उसके बहुत सारे कारण होते हैं
17:01कभी हमारी उमीद जो है वो गलत होती है कभी हमारी जो अपेक्षाएं हैं वो गलत होती हैं सही नहीं होती है लेकिन ये सिर्फ अकिला पेटिशनल्स के लिए नहीं होता है सरकार के लिए भी हो सकता है और जो हमारी विवस्ता है जो हमारी खानूनी विवस्ता और हमारी समधा
17:31कि वो इस बात को नहीं समझता है कि लास्ट वर्ड जो है वो सुप्रीम कोट करी होता है।
18:01में सुप्रम कोट ने फैसला सुनाते हुए उन्हें दोशी ठराया और पचास रुपए का उन पर जुर्माना भी लगाया।
18:31के बाद 2011 में हाई कोट ने उन्हें दोशी ठराया था। जबकि सुप्रम कोट ने उनकी सजा कम कर दी थी फिर भी चार हफ़ते का कारवास उन्हें काटना पड़ा था।
18:40पूर्व वित्त मंत्री अरुन जेटली को भी 2015 में एक मामले में सुप्रम कोट की आलोचना करना भारी पड़ा था।
18:47था, स्थानी अदालत में उनके खिलाव राजद्रोग का केस दर्ज हुआ था, हलाकि बाद में इसे निरस्थ कर दिया गया था।
18:54वक्फ कानून के खिलाव, बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा 8 अपरेल से 12 अपरेल के बीच हुई, जबकि सुप्रम कोट का फैसला 17 अपरेल को आया।
19:04और निशिकान दूबे ने ये बयान जब कल 19 अपरेल को दिया, तब कहीं हिंसा हो नहीं रही थी।
19:10ऐसे में धर्म युद्ध, सिविल वार जैसे शब्द इस्तमाल करके सुप्रम कोट पर सवाल उठाना, जानकारों की माने, तो ये निशिकान दूबे की तरफ से ये जो बयान दिया गया है, इससे उनके लिए आगे मुश्किल हो सकती है, मैं आगे बढ़ूँगी, बात क्य
19:40सुप्रम कोट के 17 अपरेल के ओर्डर के बाद, विपक्ष, पूरा दबाव बढ़ा रहा है कि सरकार को नया वाक्फ खानून वापस लेने पर मजबूर होना पड़ेगा, ये जो तस्वीर आप देख रहे हैं, ये बिहार के किशन गंच की तस्वीर में, वक्फ संशोधन का
20:10ये प्रदर्शन वक्फ प्रोटेक्शन मूव्मेंट के बैनर तले हुआ, इसे कई विपक्षी दलों का समर्थन हासल था, बिहार का किशन गंच है वो मुस्लिम बहुलक शेतर है, बिहार के सिमांचल वाले रीजिन में आता है, इस प्रदर्शन के जरिये दरसल वीजिपी �
20:40दांसबा चुनाफ होने हैं, वक्फ पानून को पास कराने में नितिश कुमार की जेडियों की बड़ी भूमी का रही है, नितिश कुमार तभी से महागडबंधन के दलों के निशाने पर आ गये हैं
20:50और अब आगे बढ़ते हैं, जरह बताते हैं आपको किस तरीके से इस पूरे मामले में बिहार के चिनावी महौल को देखते हुए
21:14विपक्षी दलों के बीच इस कारेक्रम के मंच पर आने की एक होड थी
21:18इस प्रदर्शन में असदुदी नुवैसी की पार्टी एमायम के बिहार अध्यक्ष मौझूद थे
21:23आरजडी के सांसे अद्मनोज जाव यहां मन्ज से संबोधत करते हुए सुनाई पड़े
21:27सभी ने मुसलमानों से एक जुट रहने की अपील की वक्ष विरोत के इस कारेक्रम में चार प्रस्ताव भी तो रखे गए
21:33पहला प्रस्ताव वक्ष संचोधन अधिनियम 2025 को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए
21:38दूसरा प्रस्ताव वक्ष संपत्तियों की स्वाट्ता को बरकरा रखा जाए
21:42तीसरा प्रस्ताव मुस्लिम पर्सनल लौमिक इसी भी प्रकार के सरकारी हस्तक्षेप से बचा जाए
21:46चौ। प्रस्ताव मुस्लिम समदाय किधार में कधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चत की जाए
21:50बिहार के ही बकसर में कॉंग्रिस अध्यक्ष मलिकार जुन खडगे भी थे जंसभा कर रहे थे मलिकार जुन खडगे ने आरोप लगा दिया कि सब कुछ सत्ता बचाने के लिए किया जा रहा है नितीश कुमार जो है वो सिर्फ और सिर्फ सत्ता के लालच में बीज़पी के सा
22:20से हरे ग्रीन नजर आ रहे हैं कल तक शर्तों का पहार सा जरूर खड़ा हुआ दिखाई दे रहा था जिसके बाद आज समतल होने की खबरे हैं मायनगर की सबसे बड़ी सियासी ब्लॉक बस्टर का क्लाइमेक्स में आज आपको दिखाऊंगी अचा फिल्म दिवार ध्यान हो
22:50लेकिन आज दावा किया जा रहा है कि ये दिवार समस नहीं होगी क्योंकि भाई भाई के बीच दिवार भावी रश्मी ठाकरे हैं शनिवार को राच ठाकरे का एक मराठी पॉटकास सामने आया जिसमें अभिनिता महेश मंजरेकर जो हैं वो उनका इंटिव्यू कर रहे थे
23:20थाकरे के पॉढ्कास से जो समभावना έ ऊबर कर सामने आ रहे थी उसे नितेश टाने के पॉटकास ने डिरेल करते हैं यह जो उद्दवजीू बोल रहे है हूँ रश्मी ठाकरे को मानने हैं उनको बोलना चाहिए कि राचसाब के साथां कि शाट वापिस जानी ताहर है कि �
23:50थी कि घर से तकलीफ थी राज साफ के वारे में पूछे उनको बोलने को बोले है हम 49 साल मेरे पिता जी ने उनके साथ में काम किया है तकलीफ उनकी राज साफ के साथ थी कि घर से तकलीफ थी घर से तकलीफ का क्या मतलब होता है नाम लिया ना रश्मी वैनी की तकलीफ ज्या�
24:20तो सुना आपने नितेश राने दावा कर रहा है उधव ठाकर और राच्व ठाकर के बीच तो मदभेद की वजय भावी रश्मी ठाकर है
24:4720 साल समाहराष्टर की सियासत में ठाकरे वर्सिस ठाकरे ये जो फिल्म की निर्माता निर्देशक हैं वो वहनी मतलब रश्मी ठाकरे को वो बता रहे हैं
24:57साल 2014 में राच्व ठाकरे एबीपिनियूस के कारिकरम में शामल हुए थे और तब उनसे उधव और उनके मदभेद के बारे में हमने सवाल पूछा था तो सुनियें उनका जवाब था क्या
25:07जब उद्दव की तबियत ठीक नहीं थी तब किसी फोन की ज़रूरत नहीं मैं खुद वहाँ पर जाके हॉस्टेल में कड़ा रहुआ हुआ हुआ न राजनितिक बात अलग होती है एक भाई एक बात अलग होती है
25:24अगर ये दो चीज़े अगर आप साथ में लाते हैं तो मुझे लगता है कि वो आपकी सोच है जब बाला सा बिमार थे तब भी मैं वहाँ पे खड़ा हुआ जब उद्दव बिमार था तब भी मैं वहाँ पे खड़ा हुआ और उसके बाद ना मैंने किसी प्रेस कॉन्फरे
25:54जब मैं बिमार था तो मेरे जो हमारे मामा जो है उन्होंने उसको कहा कि मैं मेरी तबियत ठीक नहीं तो उसने मुझे फोन किया बस तबियत पूछी ऐसे है और उस वक्त मेरी हालत ऐसी थी कि मैं बात नहीं कर सकता था मेरी मेरी आवाज नहीं बाहर आती थी क्योंकि मैं अ�
26:24तो जब मैं बोलने गया तो मुझे खासी शुरू हुई तो वो लगी में ठीक है मैं बाद में फोल करता हूं बस इतनी बात हुई है हमारे डिब्बे में इतना ही था
26:38यानि राज ठाकरे ने साफ किया था कि शिफसेना से उनके रास्ते भले ही अलग हूँ लेकिन निजी संबंद बरकरार रखने की उनकी तरफ से हर मुम्किन कोशश की गई पर बीज़ेपी ने सियासी तकरार के लिए उधव की पत्नी को जिम्मेदार ठहरा दिया है
26:53और इस सब के बीच इस साल फरवरी की ये तस्वीरे भी प्रासंगिक हो जाती हैं जब शादी का एक कारिकरम था उधव ठाकरे अप्तिपत्ती रश्मी ठाकरे के साथ गए थे राज ठाकरे भी इस कारिकरम में मौजूद थे और तीनों गर्म जोशी से एक दूसरे से बात क
27:23के लिए सब से पहले आपको राज ठाकरे और उधव ठाकरे के उन बयानों को जरा सुन लेना चाहिए शानिवार को राज ठाकरे से महेश मंजुरे करने उनकी शिव सेना में घर वापसी को लेकर सबाल पूछा था
27:35राज ने अपनी इच्छा जाहिर की तो कुछी घंटों में उधव ने ग्रीन सिगनल दे दिया था यानि उधव ने राज ठाकरे के लिए घर वापसी के दरवाजे तो खोले लेकिन साथ में कुछ शर्ते रख दी जिने शनिवार को उधव के चानक के संजे राउत ने दोह
28:05है भाई का मित्रों का और रिस्ता आज भी हमारा कायम है वो तुटा नहीं है कोई टर्म सेंड कंडिशन की बाद उध्डों ठाकरे साब ने नहीं की है
28:13जिससे रहा हमाराश्ता के दुशमन मानते हैं शिवस्रणा के दुष्मन मानते हैं उसको अपने घर में आप जगा मत देना
28:23इंके साथ ठाने पिनों को मत बैटना यह अगर मनुजूर है तो जरूर हम बात करेंगे
28:28दरसल संजराओत की ये जो बाते हैं इसलिए माइने रखती हैं क्योंकि मौजूदा दोर में उधव की आख, कान, जबान, सब यही संजराओत माने जाते हैं
28:40जब बाला साहिब ठाकरे का अंतम संसकार हो रहा था तो उधव और राच ठाकरे के साथ वो जो एक शखस मौजूद था, वो संजे राओत ही थे
28:48कह सकते हैं कि राच की घरवापसी में शर्त का जो ऐलान संजे ने किया उसके सूत्रधार उधव ही हैं
28:54उधव और राच के संभावत संगम का असर महराष्ट्र की सड़कों पर दिखने लगा है
28:59जब पिची सीम एकनाच शंदे के गढ़ थाने में उधव और राच के पोस्टर नजर आए हैं
29:03दोनों की बाला साहिब के साथ पुरानी तस्वीर के साथ आने की भापनात्मक अपील की गई
29:08पोस्टर में लिखा है महराष्ट्र और मराथियों की भलाई के लिए एक हो जाओ
29:14जनता की इन ही भावनाओं को कैश करने के लिए उधव और राज साथा सकते हैं
29:19फिलाल उधव और राज दोनों के सामने सियासी अस्तित्व बचाने की भी चुनाती है
29:24शिवसिना उधव गुठ 95 सीट पर चुनाव लड़ी और सिर्फ 20 सीट ही जीत पाई
29:28राज ठाकरे की MNS 128 सीटों पर चुनाव लड़ी और खाता तक नहीं खोल पाई
29:34माहिम में तो राज ठाकरे के बेटे अमिट ठाकरे तीसरे नंबर पर रहे
29:38उधव ने राज के बेटे के खिलाफ उमीदवार तक उतार दिया था
29:42खुद उधव की पार्टी का प्रदर्शन साल 1990 के बाद महराश्ट्रों में सबसे खराब प्रदर्शन माना गया
29:48फिलाल उधव के सामने सबसे बड़ी चुनाती है आने वाले समय में होने वाला BMC चुनाव
29:53BMC में शिव सेना 28 साल से सत्ता में है
29:572017 में आकरी बार BMC के चुनाव हुए थे
30:012017 के BMC चुनाव में शिव सेना को 84, BJP को 82, कॉंग्रस को 31 और NCP को 9 सीटे मिली थी
30:10तब से अब तक तस्वीर बदल चुकी है शिव सेना दो फाड़ हो चुकी है पार्टी का नाम निशान एक ना चिंदे ले जा चुके है
30:17बीते विधान सबसे नाव में जनता ने भी शिंदे को ही बाला साहिब का सियासी वारिस चुन लिया
30:23NCP दो फाड़ हो चुकी है लेकिन अब लड़ाई शिव सेना के गढ़ BMC तक पहुँच चुकी है
30:30शिव सेना सत्ता में रही हो या ना रही हो BMC मुंबई में उसके सियासी रुत्बे पर आच नहीं आई है
30:38और अब गढ़ में सेन्ध लग गई अगर तो मातोश्री की हनक पर ये तो सीधासर होगा
30:43मातोश्री से 20 साल पहले राज ठाकरे भी रुखसत होकर निकले थे
30:47अपनी नई पार्टी बनाई थी चाचा की तरह अपने तेवर भी दिखाये थे
30:52लेकिन राजनीती में दाल गली नहीं
30:542009 में पहली बार विधानसबा चनाव में 13 सीटे जीती
30:582014 में पार्टी महज एक विधानसबा सीट पर सिमट गई
31:022019 के विधानसबा चनाव में भी एक ही सीट मिली थी
31:05और 2024 विधानसबा चुनाव में तो इतना बुरा हाल हुआ कि खाता तक नहीं खुल पाया जबकि अपने बेटे राज ठाकरे के इस बार चुनाव मैदान में थे
31:14यानि जिस उमीद में राज ठाकरे ने शिवसेना छोड़ी वो तो देखिये परवान चड़ी नहीं
31:19वहीं उधव ने साल 2019 में CM पत को लेकर BJP से जो शिवसेना का दश को पुराना रिष्टा था वो तोड़ दिया
31:28वेचारिक विरोधी कॉंग्रेस और शरतपवार की NCP के साथ हाथ में ला लिया
31:32उधव की जो हिंदुत्व वाली चवी है उसे माना जाता है कि नुकसान पहुंचा
31:36इस सियासी नुकसान को भरने के लिए दोनों भाई फिर से साथ अगर आ गए तो फिर हैरानी नहीं होनी चाहिए
31:43महराश्ट्र की राजनीती में भले ही राज का असर कम हो लेकिन मुंबई में राज ठाकरे का अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है
31:50जो BMC चुनाव में उधव के काम आ सकता है और वैसे भी राजनीती में एक और एक दो नहीं
31:55आम जानते हैं राजनीती में एक और एक मतलब 11, 2017 में MNS को BMC चुनाव में 7 सीटे मिली थी, जबकि 2012 में वो 28 सीट जीतने में कामियाब रहे थे, तो BMC जिस मुंबई रीजिन में पढ़ती है विधानसबाद चुनाव में वहां BJP का प्रदर्शन जो है वो शांदार रहा है इ
32:25है कि उद्धवने राच ठाक के लिए शिवसेना के या यूं कहें कि मातोश्री के दर्वा से खोलने के संकेत दिये हैं अब अगली खबर वो कहते हैं बैठे बैठे क्या करें करना है कुछ काम शुरू करो अंताक्ष्री लेकर प्रभू का नाम बच्पन याद आगया होगा
32:55जाता था चब्रेनों में ताश के पत्ते ना हो तो मौसम पर चट्चा करके पूरा सफर काट लिया जाता था लेकिन बो तो गुज़्रा जमाना है आज ट्रेन हो प्लेन हो कहीं से कहीं जाएं आप देखेंगे सारे रास्ते कौई किसी से नहीं बोलता सब अपने अपने में
33:26उगल दीजे, जो चाहए लिखे, कोई रोकने टोकने वाला है नहीं, गाली देने का मन करें,
33:31वो भी भर-बर के दीजे, सोचल मीडिया पर कोई शर्त है यह नहीं,
33:35कि अकल का इस्तेमाल करना है, नहीं करना है, पोलने से पहले जरा सोच लेना है,
33:40कुछ लिहास कर लेना है
33:41कम से कम अपने गिरेबान में ही जाक लेना है
33:43ऐसी कोई कंडिशन ही नहीं अपलाई होती है न
33:45जो अदल करें लिखो भडास निकालो
33:47अब तक वैसे जो मैंने कहा है
33:49वो विशे की मेहज एक भूमिका थी
33:51अब ख़बर पर आती हूँ मैं
33:53पिशले तीन दिन से देश का
33:55सोशल मीडिया अडिक्ट तपका
33:57फिल्मेकर है अनुराक कश्षप
33:59उन पर अपने वक्त का एक
34:01बड़ा हिस्सा खराब कर रहा है
34:03महान समाच सुधारक
34:05दलिचिंतक विचारक जोतिबा फुले पर
34:07एक फिल्म आने वाली है
34:08उसका नाम है फुले
34:09पहले 11 अपरेल को रिलीज होनी थी
34:11लेकिन अब वो टल गई है
34:1324 अपरेल बताए जा रहा है फिल्म रिलीज होगी
34:15लेकिन फिल्म के कुछ हिस्सों पर
34:17ब्रहमनों को आपत्ती थी
34:19उनकी छवी खराब की गई
34:21ये ब्रहमन समाच की तरफ से कहा गया
34:23अब ज़रा ब्रहमन समाच के गोस्ते की
34:25एक तस्वीर पहले मैं आपको दिखाते हूँ
34:27जब ब्रहमन बोला है
34:45दरसल ब्रहमनों का ये जो गुस्ता है
34:53वो फिल्म फोले को लेकर नहीं है
34:55बलकि इसमें कट लगाने को लेकर छिड़ी एक बहस में फिल लेकर
34:58अनुराग कश्व ने जो ब्रहमनों को लेकर नहायत भद्दे कमेंट किये
35:03गंदे कमेंट किये उसके खिलाब ये नाराज किये
35:05न्यूस चानल की अपनी मर्यादा है
35:07इसलिए हमने ये तस्वीरे जो है वो धुंदली कर दिये
35:10बलर किये वैसे कश्व के कमेंट क्या है
35:14आप जानते ही होंगे तीन दन से देश भर के कई
35:16ब्रहमन संगटन अनुराक कश्व के खिलाब प्रदर्शन कर रहे हैं
35:20पुलिस में शिकायत दर्च करा रहे हैं
35:22पंदरा करोण ब्रहमनों से आज आवाहन करता हूँ
35:27कि ब्रहमन केवल शोरी का नहीं
35:30अपनी शक्ती का भी प्रदर्शन कर सकता है
35:32आने वाले समय में अनुराक कश्व का हर जगा बहिशकार होना चीए
35:36तो ग्यापन देंगे कि इस पर F.I.R. की जाए
35:38और अगर मान लिजे F.I.R. नहीं होती है
35:40तो अकिन भारती ब्रहमन समाज रोड रोड पर शक्का जाम करने पर भी विश्य होता है
35:45इतना बखेडा खड़ा होने के बाद अनुराक कश्व मांगी
35:52लेकिन ये माफी भी बड़ी हेकडी के साथ मांगी
35:55अनुराक कश्व मांग रहा हूँ लेकिन अपनी पोस्ट के लिए नहीं
36:01बलकि उस पंक्ती के लिए जिसे गलट ढंक से पेश करके नफरत पैदा की जा रही है आगे अनुराग लिखते हैं आपकी बेटी परिवार को संसकार के सरगनाओं से रेप और मौत की धमकी दी जा रही हो तो कोई काम या फिर स्पीच लाइक नहीं है कही हुई बात वापस ल
36:31मेरा माफी नामा ब्राह्मन लोग औरतों को बख्ष दो इतना संसकार तो शास्त्रों में भी है सिर्फ मनुवाद में नहीं है आप कौन से ब्राह्मन हो तै कर लो बाकी मेरी तरफ से माफी यानि अरुराग ने एक शब्द पर तो माफी मांगी लेकिन मनुवाद के आरोप �
37:01सारा नहीं चलता माफी नामे के बाद अनुराग ने इंस्टा पर खुद को भी गाली दे अपनी फोटो लगाकर बड़े बड़े अक्षरों में खुद के लिए गाली लिखी मेसेज इस तरह था कि लो ब्राह्मनों अब तो खुश हो ना अब आते हैं इस विवाद में एं�
37:31शुखला जी ने ब्राह्मन सम्मान का जंडा उठा कर दो मिनिट ग्यारा सेकंड का एक विडियो बनाया और अनुराग कश्रप को चालेंज दे दिया सुन लिजए
37:39तो ये दो मिनिट ग्यारा सेकंड का मनुद शुकला का विडियो है खुद बनाया है अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया है और इस विडियो के जरिये निशाने पर अनुराग कश्रप को लिया है और साथ ही ब्राह्मनों का जंप कर गुणगान किया है सुनिए
38:09आमदनी कम हो तो खर्चों पर और जानकारी कम हो तो शब्दों पर कंट्रोल रखना जरूरी है अनुराग कश्रप तुमारी तो आमदनी भी कम है और जानकारी भी इसलिए दोनों पर कंट्रोल करो तुमारे शरीर में इतना पानी नहीं है कि ब्राह्मनों की इंच भर लेग
38:39चंद्रशे कर्तिवारी आजाद, पेशवा बाजी राव बलाल, भगवान परश राम, राम कृष्ण परम हंस, आदिगुरु शंकराचारी, मंगल पांडे, अटल विहरी वाशपेई, तात्या टोपे, राशगुरु, रामधारी सिंग दिनकर, परमवीर कैप्टन मनोश पां
39:09हो जाएंगे, ब्रामधों की गौरव शाली परमपरा खतम नहीं होगी, मैं एक ब्रामध, तुम्हें खुला चैलेंज देता हूँ, इस वीडियो के नीचे कमेंट करके, मेरे गिनवाई हुए 21 नामों में से कोई एक नाम चुन के बता दो, तस्वीर भीजना मेरी जिम्वे
39:39ब्रामध भारत वर्ष का मस्तक है, और इस मस्तक पर चमकते हुए भगवा तिलक पर सिर्फ ब्रामधों को नहीं, चारों वरणों को अभिमान है, तुमारी घिनोनी सोच को बड़ा हरदय दिखाते हुए, ब्रामध तो शायद चमा भी कर दे, हिंदू समाश तुम जैसे अ�
40:09बीमार बुद्धी के लिए हावन करेंगे, और इलाज के लिए अगर चंदा बंदा चाहिए, तो हम ब्रामध दान लेना भी जानते हैं, और दान देना भी जानते हैं, तुमारे इलाज का खर्चा भी हम उठाएंगे।
40:39बीमार बुद्धी, ये तो छोटे-छोटे डायलोग हैं, मुंतशिर शुकला ने लंबे डायलोग भी तो बोलें, जैसे तुम्हारे शरीर में इतना पानी नहीं, तुम्हारे गुर्दे में इतना दम नहीं, अपनी आउकात में रहो तो अच्छा है, मनुझ मुंतशिर श�
41:09और वो किस तरीके के डायलोग थे याद है ना आपको, कपड़ा तेरे बाप का, तेल तेरे बाप का, जलेगी भी तेरे बाप की, ये हनुमान जी के लिए डायलोग लिखा था, मनोझ मुंतशिर शुकला ने, मेरे एक सपोले ने तुम्हारे शेशना को लंबा कर दिया, ये
41:39कशब को सनातन द्रोही बोल रहे हैं, लेकिन तब आदी पुरुष के डायलोग पर खुद उन्हीं सनातन द्रोही कहा जा रहा था, शिकायते दर्ज हो रही थी, मनोझ मुंतशिर के खिलाप, और मनोझ मुंतशिर शुकला सफाई देते फिर रहे थे, कि अरे मैंने राम सिया
42:09इससे आगे नहीं दिखाऊंगे आपके, क्योंकि इसके आगे इन लोगों ने वही किया है, जो अनुराग कश्यप ने करने की बात लिखी थी
42:17और अब आज का जनहित मंत्र, कभी कभी लोग आज का काम ये कहकर कल पर छोड़ देते हैं, अभी वक्त नहीं है, लेकिन आपके पास जितना वक्त अभी है, उससे ज्यादा वक्त कभी नहीं होगा
42:34इसलिए समय का सुद्विप्योग करें, उसकी कीमत को समझें, काल करें तो आज कर आपने सुनाई होगा, जनहित में आज इतना ही

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